पीएम मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच एक महीने में यह दूसरी बैठक थी। न्यूयॉर्क में हुई मुलाकात में जेलेंस्की ने शांति प्रयास के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद कहा।
अमेरिका के सहयोग से भारत में पहला राष्ट्रीय सुरक्षा सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट लगाने जा रहा है। यह देश की सुरक्षा और समृद्धि के लिए बहुत बड़ा समझौता माना जा रहा है।
पीएम मोदी ने नासाऊ में 10 वर्षों में बदलते भारत से प्रवासी भारतीयों को परिचित कराया। साथ ही दुनिया को इस अवसर का मूल्य भी बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-अमेरिका संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए प्रवासी भारतीयों का धन्यवाद किया।
नासाऊ में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण में जोश के साथ उम्मीदें और नए भारत की नई टेक्नोलॉजी से बदलाव का दमखम भी दिखा। उन्होंने कहा कि आज का भारत टेक्नालॉजी का लांचिंग पैड बन गया है। भारत की बनी माइक्रॉन चिप अब अमेरिका तक दिखेगी।
जो बाइडेन की भूलने की आदत को कई बार चिह्नित किया गया है। इस बार क्वाड सम्मेलन में जो बाइडेन पीएम मोदी का ही नाम भूल गए। स्टेज से उन्होंने पूछा-अगला कौन है? देखें वीडियो-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय अमेरिका के दौरे पर हैं। इस दौरान क्वाड शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि क्वाड कायम रहेगा और यह किसी के खिलाफ नहीं है।
अमेरिका यात्रा के दूसरे दिन न्यूयॉर्क जाएंगे पीएम मोदी... प्रवासी भारतीयों से करेंगे मुलाकात.. कार्यक्रम को करेंगे संबोधित
अमेरिका में क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान फोटोशूट हो रहा था। फोटोशूट के दौरान ही एक पत्रकार ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से सवाल पूछ लिया कि क्या नवंबर में होने वाले चुनाव के बाद भी क्वाड कायम रहेगा। जानिए फिर बाइडेन ने क्या जवाब दिया।
क्वाड समिट में शामिल चारों देशों अमेरिका, भारत , जापान और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं ने संयुक्त वक्तव्य जारी किया है। क्वाड नेताओं ने संयुक्त वक्तव्य में दक्षिण चीन सागर, रूस-यूक्रेन जंग और आतंकवाद को लेकर साफ रुख दिखाया है।
क्वाड शिखऱ सम्मेलन के बाद कैंसर मूनशॉट के लिए एक मंच पर जुटे विश्व नेताओं ने कैंसर के खिलाफ एकजुट होकर जंग लड़ने का ऐलान किया। पीएम मोदी ने कहा कि वह 7.5 मिलियन डॉलर की इसके लिए मदद करेंगे। भारत में कैंसर से जंग में एआई का इस्तेमाल होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन में रूस-यूक्रेन और इजरायल-गाजा संघर्ष का नाम लिए बिना इन सभी देशों को बड़ा संदेश दिया है। साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की आक्रामकता के खिलाफ भी बीजिंग का जिक्र किए बिना सख्त चेतावनी दे डाली है।
क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क पहुंचे हैं। पीएम मोदी के अमेरिका दौरे को लेकर न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय के लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिला है।
अमेरिका का खास फोकस एशिया-प्रशांत साझेदारी पर है और क्वाड शिखर सम्मेलन में इसकी झलक भी देखने को मिलेगी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस बैठक के लिए व्यक्तिगत रुचि दिखाई है।
अमेरिका में क्वाड सम्मेलन शुरू होने जा रहा है। क्वाड चार देशों का एक ग्रुप है। सम्मेलन के शुरू होने से पहले अमेरिकी सांसदों ने 'क्वाड कॉकस' का गठन किया है।
पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका के तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका पहुंचे हैं। यहां 21 सितंबर से क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए वह अमेरिका पहुंचे हैं। इसे लेकर भारतीयों में उत्साह देखने को मिल रहा है।
पीएम नरेंद्र मोदी संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए रवाना हो चुके हैं। अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान पीएम मोदी क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस दौरान हिंद-प्रशांत क्षेत्र समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी।
राष्ट्रपति जो बाइडेन के गृह नगर में आयोजित होने जा रहे क्वाड शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के पीएम फुमियो किशिदा शामिल होंगे। जो बाइडेन मेजबानी करेंगे। अमेरिका ने कहा कि यह संगठन पहले से अधिक मजबूत हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दोरे की जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने दी है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि वह तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे पर किन-किन मुद्दों पर विदेशी नेताओं से बात करेंगे?
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने आवासा पर क्वाड नेताओं की बड़ी बैठक बुलाई है। इस दौरान उन्हों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य देशों के राष्ट्रपतियों से मिलने की इच्छा जाहिर की है।
क्वाड देशों की बढ़ती ताकत से चीन की चिंताएं बढ़ने लगी हैं। जापान में क्वॉड देशों ने दक्षिण चीन सागर में बढ़ती बीजिंग की दादागिरी के खिलाफ संयुक्त कदम उठाने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की है। इससे चीन भड़क गया है और उसने जापान पर कई आरोप मढ़ दिए हैं।
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