पाकिस्तान में आजकल चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) को चीज पिज्जा इकोनॉमिक कॉरिडोर कहा जा रहा है। इसके अलावा पाकिस्तानी सोशल मीडिया में इन दिनों 'बाजवा पापा जॉन पिज्जा' को लेकर खासा मजाक बन रहा है।
नाराज सऊदी अरब को मनाने पहुंचे पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा खाली हाथ इस्लामाबाद लौट गए हैं। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने दो टूक लहजे में उनसे मिलने से इनकार कर दिया।
पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा को एक्सटेंशन मिल गया है। बाजवा 28 नवंबर 2022 तक इस पद पर तैनात रहेंगे ।
पाकिस्तान में आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल बढ़ाए जाने का बार काउंसिल ने विरोध किया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को कहा कि सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने उन्हें आश्वस्त किया था कि 'अगर भारत आजाद कश्मीर (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) पर हमला करता है तो पाकिस्तानी सेना भारत के लिए (मुकाबले के लिए) तैयार है।'
पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा अपने प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए संकटमोचक की भूमिका में आ गए हैं।
पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से मुलाकात के दौरान देश के शीर्ष कारोबारी इमरान सरकार की नीतियों पर गुस्से में फट पड़े। उन्होंने अर्थव्यवस्था की हालत पर गंभीर चिंता जताते हुए इससे निपटने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे 'उदासीन प्रयासों' की जमकर आलोचना की।
पाकिस्तान ने अब एक नये तरह के युद्ध की शुरुआत कर दी है और इसके लिये उसने आईएसआईएस वाली रणनीति अपनानी शुरू कर दी है। इस जंग में दिमाग़ तो पाक सेना चीफ बाजवा का है लेकिन हथियार चीन से ख़रीदा गया है। यही वजह है कि इस वक़्त भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर निगरानी कई गुना बढ़ा दी गई है।
सोचने वाली बात ये है कि जनरल क़मर जावेद बाजवा ने अपनी सर्विस के दौरान ऐसा कौन सा कमाल दिखाया जिसकी वजह से उन्हें इन तमग़ों से नवाज़ा गया है? सच्चाई यह है कि पाकिस्तान की सेना में मेडल पहनना एक ज़बरदस्ती वाली रस्म है।
बाजवा का जन्म एक जाट परिवार में हुआ था, जो शुरुआत में पाकिस्तान के पंजाब की गक्खर मंडी के रहने वाले थे। उनके पिता लेफ्टिनेंट-कर्नल मुहम्मद इकबाल बाजवा, पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी थे, जिनकी मृत्यु 1967 में सेवा के दौरान क्वेटा, बलूचिस्तान में हुई
कश्मीर पर पूरी दुनिया में अकेला पड़ने के बावजूद पाकिस्तान के अक्ल ठिकाने नहीं आ रही है। अब पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने जंग की गीदड़भभकी दी है।
इस परिवार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तानी आर्मी के चीफ जनरल बाजवा से अपील की है कि उनकी बहन की तलाश की जाय और उन्हें लौटाया जाए।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक इस वक्त पाकिस्तान अंतराष्ट्रीय सीमा के पास बंकर खोदने के साथ-साथ बॉर्डर की साफ-सफाई भी करा रहा है। मतलब साफ है कि पाकिस्तान भारत के साथ पांचवें युद्ध की रणनीति बना रहा है।
जनरल बाजवा को नवंबर 2016 में पाक सेना प्रमुख के पद पर बैठाया गया था। यह नियुक्ति तत्कालीन पीएम नवाज शरीफ ने की थी। ऐसा माना जाता है कि बाजवा को कश्मीर मसले पर लंबा अनुभव है। उनके दोबारा चयन का भी ये ही आधार माना जा रहा है।
इमरान खान सरकार ने पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा का कार्यकाल अगले 3 वर्षों के लिए बढ़ा दिया है।
सभी को पता है कि पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी का बच्चा है। सिर्फ मसूद ही नहीं, हाफिज सईद, सलाउद्दीन समेत तमाम दहशतगर्दों को पाकिस्तानी आर्मी और वहां की हुकूमत की सरपस्ती हासिल है।
अखिर सिद्धू क्यों इस तरह के बयान दे रहे हैं, क्या ये सिर्फ बड़बोलापन है, या फिर सिद्धू ने कुछ और सोच रखा है?
70 साल का इतिहास बदल रहा था लेकिन इस बदलाव के बयार के बीच भी पाकिस्तान अपनी फितरत के मुताबिक पुरानी चालें ही चल रहा था। पाकिस्तान की बातों पर भरोसे और विश्वास का कितना अभाव है, ये बातें थोड़ी ही देर में तब सामने आ गई।
करतारपुर कॉरिडोर पर काम शुरू होने को लेकर हो रहे कार्यक्रम के दौरान खालिस्तानी समर्थक नेता गोपाल चावला को देखा गया जो पाकिस्तान आर्मी चीफ के साथ हाथ मिला रहा था
अमरिंदर सिंह कमर वाजवा को चेतावनी देते हुए कहा कि वे भी एक पंजाबी हैं और अपने यहां माहौल खराब करने के लिए किसी को किसी की सीमापार से आने की इजाजत नहीं देंगे
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