जोशीमठ के कई इलाकों में आ रही दरारों और जमीन के धंसाव को लेकर लोगों में दहशत के साथ ही आक्रोश भी है। इसी बीच उत्तराखंड की पुष्कर धामी सरकार समस्या से निपटने के लिए एक्शन के मोड में आ गई है। इसके चलते 81 लोगों को अब तक शिफ्ट किया जा चुका है। आपात मीटिंग में कई अहम निर्णय लिए गए हैं।
अगस्त 2022 से उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा किए गए एक सर्वे के अनुसार, जोशीमठ के धंसने में भूगर्भीय कारक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। अत्यधिक भारी बारिश और बाढ़ ने भी जोशीमठ के धंसने में योगदान दिया है।
भू-धंसाव का क्षेत्र अब सेना और आईटीबीपी के कैंप की ओर भी बढ़ना शुरू हो गया है। कैंप की सड़क धंसने के साथ ही सीमा को जोड़ने वाला मलारी हाईवे धंस गया है।
Special Report: जोशीमठ त्रासदी पर आज सबसे बड़ा खुलासा हो गया. दरअसल, जोशीमठ में साल दर साल आ रही त्रासदी की वजह वहां की प्रकृति के साथ छेड़छाड़ सबसे बड़ी वजह बताई जा रही है. पहाड़ के साथ छेड़छाड़ की वहज से दरार की बात सामने आई है. देखिए ये पूरी रिपोर्ट ...
क्या जोशीमठ के बाद दूसरे शहरों का नंबर आएगा? जोशीमठ की शुरूआत..सुरंग और खुदाई से बर्बाद! क्या एक दिन में अचानक चटक गया जोशीमठ?
क्या जोशीमठ तबाही लाएगा, दूसरे शहरों का नंबर आएगा ? क्या एक शहर जलसमाधि लेने वाला है ?
Joshimath Landslide: Uttarakhand में प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जोशीमठ शहर के आस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। जोशीमठ के सैंकड़ों मकानों में अचानक दरारें पड़ने से लोग दहशत में हैं। साथ ही जमीन धंसने का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है।
Joshimath Landslide: जोशीमठ पहुंचकर CM Pushkar Dhami ने लिया जायजा, प्रभावित परिवारों से जाना हालजोशीमठ पहुंचकर सीएम Pushkar Singh Dhami ने लोगों का हालचाल जाना. साथ ही सीएम ने 600 लोगों को तत्काल बाहर सुरक्षित निकालने के आदेश दिए.
Joshimath land subsidence- जानकारों की मानें तो जोशीमठ धीरे-धीरे डूबने की ओर बढ़ रहा है। जगह-जगह दरारें पड़नी शुरू हो गई है। कई जगह तो लैंडस्लाइड भी हो रही है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रभावित लोगों के स्थायी पुनर्वास के लिए पीपलकोटी, गौचर और अन्य स्थानों पर वैकल्पिक जगहों की पहचान की जानी चाहिए।
उत्तराखंड के जोशीमठ में भू धंसाव ने नई चिंता उत्पन्न कर दी है। अब तो दरार से प्रभावित होने वाले मकानों की संख्या बढ़ने लगी है। यह बढ़कर 600 से ज्यादा हो गई है। इस बीच 6 जनवरी को जमीन धंसने से एक मंदिर धराशायी हो गया है। वहीं चौड़ी दरार वाले मकानों से प्रभावित परिवारों को सुरिक्षत स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
उत्तराखंड के जोशीमठ में ज़मीन फट रही है... सड़क, मकान, होटल सब जगह दरारें पड़ गई हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी हालात पर खुद नज़र बनाए हुए हैं। आज शाम को सीएम जोशीमठ के ताजा हालात पर हाई लेवल मीटिंग करने जा रहे हैं। #joshimathlandslide #superfast200 #top200
जोशीमठ की आबादी 25 से 30 हजार के करीब है। पहाड़ों पर कड़ाके की ठंड पड़ रही है लेकिन लोग घरों से बाहर रहने को मजबूर हैं क्योंकि उनका घर फट रहा है। तकरीबन 3000 से ज्यादा जिंदगी इस वक्त खतरे में हैं।
उत्तराखंड के जोशीमठ में भूधंसाव को लेकर गुरुवार को प्रभावितों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने बद्रीनाथ हाईवे जाम कर दिया है। इस कारण गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई है। वहीं स्थानीय बाजार भी बंद कर दिए गए। इसी बीच राज्य के सीएम पुष्कर धामी कल 6 जनवरी को अहम बैठक करेंगे।
Haldwani में रेलवे की ज़मीन से चार हज़ार पांच सौ घरों को खाली करने की कवायद का मामला अब Supreme Court पहुंच गया है। #BulldozerActionInHaldwani #SamajwadiParty #Uttarakhand #hindinews#indiatv
Uttarakhand High Court ने Haldwani के बनभूलपुरा एरिया में रेलवे की 82 एकड़ जमीन को खाली कराने का आदेश दिया है। जिसके बाद प्रशासन ने घर खाली करने के लिए मुनादी शुरू कर दी है। #Haldwani #Uttarakhand
भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत का 30 दिसंबर 2022 की सुबह भयंकर कार एक्सीडेंट हुआ था। इसके बाद उनका देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
दिल्ली-देहरादून हाईवे पर शुक्रवार सुबह करीब 5.30-6 बजे के बीच ऋषभ पंत की कार का बुरी तरह एक्सीडेंट हो गया।
इस कानून के तहत अपराधी पाए गए व्यक्ति को 10 साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही कम से कम 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया जा सकता है। वहीं अपराधी को पीड़ित को 5 लाख तक का मुआवजा भी देना पड़ सकता है।
सैन्य परिवारों के कल्याण के प्रति अपनी सरकार को प्रतिबद्ध बताते हुए धामी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार ने शहीद सैनिकों के आश्रितों को सरकारी नौकरियों में वरीयता देने का निर्णय किया है।
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