अपने विधानसभा क्षेत्र खटीमा से चुनाव हारने के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए पुष्कर सिंह धामी का दावा थोड़ा कमजोर हो गया है लेकिन बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की रेस में अभी भी पुष्कर सिंह धामी सबसे आगे चल रहे हैं। दरअसल, धामी युवा हैं और राज्य में मिली जीत का श्रेय भी उन्हें दिया जा रहा है।
उत्तराखंड के कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फिल्म The Kashmir files देखी, धामी ने मुख्य सचिव को फिल्म टैक्स फ्री करने के निर्देश दिए
उत्तराखंड की राजनीति में कब क्या परिवर्तन हो जाये किसी को नहीं पता होता इसी बीच अब खबरें आने लगी है नेता प्रतिपक्ष के पद की दावेदारी को लेकर कांग्रेस में हार पर मचे घमासान के बीच धारचूला विधायक हरीश धामी ने नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर दावा ठोक दिया।
ADR ने गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले सभी 690 प्रत्याशियों के हलफनामों के विश्लेषण के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है। रिपोर्ट के मुताबिक, 690 विनिंग कैंडिडेट्स में से 614 पुरुष हैं जबकि इनमें से सिर्फ 76 यानी 11 प्रतिशत ही महिलाएं हैं
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जीत भले ही हासिल की हो लेकिन पुष्कर सिंह धामी के चुनाव हारने के बाद से अगला सीएम कौन बनेगा इस पर संशय बरकरार है । दिल्ली में आज उत्तराखंड के सीएम के नाम को लेकर मंथन किया जाएगा
20 मार्च तक नए मुख्यमंत्री के नाम पर लग सकती है मुहर, बीजेपी प्रदेश संगठन की तरफ से होली बाद सभी विधायकों को देहरादून में रहने का निर्देश
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के चयन में भाजपा हाईकमान का फैसला चौंकाने वाला हो सकता है। वर्ष 2017 से अब तक तीन बार मुख्यमंत्रियों के चयन में हाईकमान कुछ अप्रत्याशित फैसले ले चुका है। चौथी विधानसभा के दौरान भाजपा ने राज्य को तीन-तीन मुख्यमंत्री दिए, लेकिन मुख्यमंत्री के ऐलान में कई बार शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी कार्यकर्ताओं को चौंकाया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के नाम भी चर्चा में हैं। उत्तराखंड में जब भी बदलाव की संभावना उभरती है, तो कई नाम मीडिया की अटकलों का हिस्सा बन जाते हैं।
उत्तराखंड कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष भुवनचंद्र कापड़ी ने निवर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को 6579 वोटों के अंतर से शिकस्त दी।
चुनावी नतीजों में बीजेपी ने 4-1 से प्रचंड जीत हासिल की। लेकिन बंपर जीत के बावजूद उत्तराखंड में मामला जरा फंस गया है। पुष्कर सिंह धामी खटीमा से चुनाव हार गए हैं। उत्तराखंड में नया सीएम कौन बनेगा इस पर थोड़ा सस्पेंस है। इंडिया टीवी से सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि अगले मुख्यमंत्री का चुनाव ऑब्जर्वर और पार्टी तय करेगी। खुद की सीट हारने पर कहा कि बतौर मुख्यमंत्री अपने विधानसभा सीट पर कम ध्यान दे पाया। उत्तराखंड की जनता ने जो जनादेश दिया है उसे स्वीकार करते है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के भुवन चंद कापड़ी से चुनाव हारे हैं। धामी वर्तमान में उत्तराखंड के सीएम हैं वह अपनी मौजूदा सीट खटीमा से चुनाव लड़ रहे थे।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी खटीमा सीट से चुनाव हार गए हैं। उन्हें कांग्रेस के भुवन कापड़ी ने 6 हजार वोटों से हरा दिया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद खटीमा विधानसभा सीट (khatima Seat Result 2022) पर करीब 6 हजार वोटों के अंतर से हार गए हैं। पुष्कर सिंह धामी अपनी विधानसभा सीट नहीं बचा पाए और अब मुख्यमंत्री की कुर्सी बचा पाते हैं या नहीं ये देखने लायक होगा।
मुख्यमंत्री धामी जहां आम जनता से बात करते दिख रहे थे वही खुद भी पहाड़ी गाने का लुत्फ लेते नजर आ रहे थे। बैंड की थाप पर जहां लोग नाचते दिखाई दिए तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद भी पहाड़ी गाने गाते दिखाई दिए।
पीएम मोदी ने उत्तराखंड में आयोजित जनसभा में कहा कि उत्तराखंड एक भारत श्रेष्ठ भारत की तस्वीर है। उत्तराखंड में मिनी इंडिया की झलक दिखती है। यहां लोगों ने डबल इंजन की सरकार को चुना। उन्होंने कहा कि यहां लोगों को मुफ्त वैक्सीन मिली, लेकिन कोरोना को लेकर विपक्ष ने दुष्प्रचार किया।
राजनाथ सिंह ने अपने भाषण के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ करते हुए कहा कि वह न तो झुकेंगे और न ही रुकेंगे।
निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप भाजपा ने अपने 30 स्टार प्रचारकों की सूची शुक्रवार को जारी कर दी। आयोग ने राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के लिए स्टार प्रचारकों की संख्या 30 नियत की है, पूर्व में यह संख्या 40 हुआ करती थी।
धामी ने कहा, आज 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी जी ने ब्रह्मकमल से सुसज्जित देवभूमि उत्तराखंड की टोपी धारण कर हमारे राज्य की संस्कृति एवं परंपरा को गौरवान्वित किया है।
पुष्कर सिंह धामी ने दावा किया कि हरक सिंह रावत अपने और परिवार के लिए टिकट का दबाव बना रहे थे। धामी के अनुसार, पार्टी ने तय किया है कि एक परिवार से एक व्यक्ति को ही टिकट दिया जाएगा।
हरक सिंह रावत ने कहा, 'बीजेपी ने मनगढ़ंत खबरों के आधार पर निर्णय ले लिया। अब ये लोग क्या बोलेंगे- हमने महंगाई कर दी, हमने रोजगार नहीं दिया। जिनके घर शीशे के होते हैं उन्हें पत्थर नहीं मारना चाहिए।'
संपादक की पसंद