उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता के लोकप्रिय शो 'आप की अदालत' में UCC, हल्द्वानी मामले और अन्य सियासी मुद्दों से लेकर अपनी व्यक्तिगत जिंदगी के बारे में भी खुलकर बात की और इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा(Editor-In-Chief Rajat Sharma) के सवालों के जवाब दिया।
सीएम धामी ने आप की अदालत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल हर बार कुछ ऐसा करते हैं कि उनकी गंभीरता खत्म हो जाती है। केवल नकल करने से कुछ नहीं होगा।
आप की अदालत शो में इस बार सीएम पुष्कर सिंह धामी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर खुलकर बात की। साथ ही उत्तराखंड में क्या मुसलमानों को डर के रहना होगा? इस सवाल का भी उन्होंने बढ़िया जवाब दिया।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आप की अदालत में बताया कि वह एमबीबीएस करना चाहते थे, जिसके लिए वह चार लोगों के साथ लखनऊ भी आए थे लेकिन एमबीबीएस कुछ नंबरों से रह गया।
आप की अदालत शो में इस बार पहुंचे उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी संग पहली मुलाकात का किस्सा शेयर किया। उन्होंने बताया कि कैसे वो पीएम मोदी के सामने बहुत ज्यादा बोलने लगे थे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘आप की अदालत’ में कहा कि हल्द्वानी में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे किए और वहां जब मजारों की खुदाई की गई तो कुछ भी अवशेष नहीं निकला।
आप की अदालत में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता पुष्कर सिंह धामी ने India Tv के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के सवालों का खुलकर जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने राज्य में हाल ही में लागू किए गए समान नागरिक संहिता (UCC) से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
आप की अदालत में इस बार के मेहमान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी थे। अदालत में सीएम धामी ने लव जिहाद पर भी बात की। उन्होंने कहा कि देवभूमि में इसके लिए कोई स्थान नहीं है। देवभूमि पवित्र रहनी चाहिए।
आप की अदालत में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता पुष्कर सिंह धामी ने India Tv के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के सवालों का खुलकर जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने राज्य में हाल ही में लागू किए गए समान नागरिक संहिता (UCC) से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
बीजेपी नेता एवं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘आप की अदालत’ में इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों के जवाब दिए।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘आप की अदालत’ में अपने सूबे में UCC लागू करने से लेकर हल्द्वानी हिंसा तक, हर मुद्दे पर बेबाकी से बात की।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 'आप की अदालत' के कटघरे से इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों के जवाब देते हुए नजर आएंगे।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में हुई हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। पुलिस इस हिंसा के आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार अभियान चला रही है।
उत्तराखंड की धामी सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 4 आईएएस और 7 पीसीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है।
हलद्वानी में हुई हिंसा के बाद पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा है कि कर्फ्यू लगाने से स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में आ गई है, लेकिन फिलहाल प्रयास सामान्य स्थिति वापस लाने पर केंद्रित हैं।
हर गली..हर छत से हमला..3 घंटे तक हल्द्वानी कैसे दहला....। तोड़ दिए शीशे-दरवाजे..कैसे बाल-बाल बचे पुलिसवाले... उत्तराखंड सुलग रहा है... देवभूमि हल्द्वानी को दंगाइयों ने हिंसा की आग में झोंक दिया है.. हल्द्वानी में जो हुआ.. उसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं...
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुश्कर सिंह धामी हल्द्वानी पहुंचे। यहां उन्होंने हिंसाग्रस्त इलाके में स्थिति का जायजा लिया और घायलों से अस्पताल में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह हमला सुनियोजित था और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि इस मामले में कोर्ट में सुनवाई होनी थी लेकिन उससे पहले ही प्रशासन के कुछ उतावले अधिकारियों ने यह कार्रवाई कर दी। अगर थोड़ी भी सावधानी बरती जातो तो इससे बचा जा सकता था।
उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में गुरुवार को अतिक्रमण हटाने गई टीम को भारी हिंसा का सामना करना पड़ा गया। अराजक तत्वों ने पुलिस और प्रशासन के ऊपर पथराव कर दिया और कई वाहनों में आग लगा दी है। सीएम धामी ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए हैं।
हल्द्वानी में हिंसा भड़कने के बाद से पूरे इलाके में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। साथ ही दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी कर दिया गया है। बता दें कि यह पूरा विवाद एक अवैध मदरसे को ढहाने के बाद शुरू हुआ।
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