चैत्र पूर्णिमा के दिन कुछ खास उपाय करने से आपको लक्ष्मी मां के साथ-साथ हनुमान जी की भी कृपा की प्राप्त होगी। तो आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में।
माघी पूर्णिमा का मुहूर्त रात्रि 10:25 बजे तक है और लोगों के देर शाम तक गंगा स्नान करने की संभावना है।
जानिए साल 2022 में कब-कब पूर्णिमा पड़ रही है
पौष मास की पूर्णिमा के दिन किसी पवित्र तीर्थ स्थल पर स्नान-दान करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दौरान भगवान विष्णु के कृष्ण स्वरूप की पूजा का अधिक महत्व है। जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला क्षेत्र के समीप गंगा-गंडक संगम कोनहारा घाट पर भी लाखों लोग स्नान के लिए जुटे हुए हैं। लोग संगम में डूबकी लगाकर मोक्ष की कामना कर रहे हैं।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन हर व्यक्ति को अपनी सामर्थ्य अनुसार दान करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार इस दिन दान करने से कई गुना अधिक फल मिलता है।
गुरु नानक जी के लिए सर्वधर्म समभाव बहुत मायने रखता था। उन्होंने हर धर्म को बारीकी से और उदार भाव से पढ़ा
कार्तिक पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन गंगा स्नान, दीपदान और भगवान की आराधना करने का विशेष महत्व है।
कहते हैं कि पूर्णिमा के दिन श्रीहरि विष्णु जी स्वयं गंगाजल में निवास करते हैं। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए पूर्णिमा के दिन कौन से उपाय करना होगा शुभ।
आज पूर्णिमा का व्रत और कल स्नान-दान की पूर्णिमा मनायी जाएगी। कहा जाता है कि पूर्णिमा के दिन श्रीहरि विष्णु जी स्वयं गंगाजल में निवास करते हैं।
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार अक्सर जून या जुलाई महीने में आषाढ़ का महीना पड़ता है। आज से आषाढ़ का महीना शुरू हो रहा है और 24 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा के साथ समाप्त होगा।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए पूर्णिमा के साथ बिल्व त्रिरात्रि में कैसे भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाकर करें अपनी हर मनोकामना पूर्ण।
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करना शुभ माना जाता है। जानिए ज्येष्ठ पूर्णिमा का शभ मुहूर्त, पूजा विधि।
वैशाख पूर्णिमा के दिन बोधगया में बोधिवृक्ष के नीचे उन्हें बुद्धत्व ज्ञान की प्राप्ति हुई। भगवान बुद्ध ने अहिंसा और सत्य का मार्ग अपनाया और उन्होंने पूरी दुनिया को शांति का पाठ पढ़ाया।
बुद्ध पूर्णिमा 2021: वैशाख पूर्णिमा के दिन ही भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। इस दिन भगवान बुद्ध, भगवान विष्णु और भगवान चंद्रदेव की पूजा की जाती है।
शनिवार को ही स्नान दान की माघी पूर्णिमा है। शास्त्रों के अनुसार पूरे माघ महीने के दौरान स्नान और दान का महत्व बताया गया है।
माघी पूर्णिमा को ‘बत्तीसी पूर्णिमा’ के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन किये गये दान-पुण्य का बत्तीस गुना फल मिलता है ।
हिंदू धर्म में पूर्णिमा का बहुत अधिक महत्व होता है। इस दिन व्रत रख कर श्री विष्णु के सत्यनरायण स्वरुप की पूजा-अर्चना कर कथा का पाठ करने से मनचाही इच्छाओं की पूर्ति होती है।
पौष मास की पूर्णिमा के दिन किसी पवित्र तीर्थ स्थल पर स्नान-दान करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व।
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