ओडिशा के पुरी जगन्नाथ मंदिर में रत्न भंडार को 46 साल बाद खोला गया है। रत्न भंडार खुलने के बाद इससे जुड़ी कई कहानियां भी सामने आ रही हैं। इसी में से एक है रत्न भंडार के भीतर एक सुरंग का होना। आइए जानते हैं इस बात में कितनी सच्चाई है।
ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर तक पहुंचने के लिए आप तीन तरीकों से प्लान बना सकते हैं। आइए पुरी तक जाने के लिए सड़क, रेल और हवाई मार्ग के बारे में जानते हैं।
रत्न भंडार की सूची की निगरानी के लिए गठित 11 सदस्यीय समिति के अध्यक्ष ने बताया कि 5 से 7 प्राचीन छोटी मूर्तियां मिलीं जो पिछले चार दशकों में लगभग काली हो गई हैं
पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भगदड़ मचने से 15 भक्त घायल हो गए। वहीं, एक श्रद्धालु की मौत हो गई। यहां 53 साल बाद दो दिन की रथ यात्रा हो रही है।
भगवान जगन्नाथ की यात्रा 53 साल बाद दो दिनों की हो रही है। स्नान पूर्णिमा पर ठीक हुए भगवान ठीक हो चुके हैं। जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा अपने-अपने रथ में विराजमान हैं और रथ यात्रा शुरू हो चुकी है।
ओडिशा की मोहन माझी सरकार द्वारा नयी समिति का गठन इसलिए किया गया है ताकि जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार में रखी कीमती वस्तुओं की सूची तैयार की जा सके।
Rath Yatra 2024: हर साल ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है, जिसे देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। रथ यात्रा में शामिल होने वाले भक्तों के सभी दुख-दर्द भगवान जगन्नाथ हर लेते हैं।
पुरी जगन्नाथ के चंदन यात्रा उत्सव के दौरान पटाखों में आग लगने के कारण बड़ा हादसा हुआ है। विस्फोट के कारण 15 लोग झुलस गए हैं।
Jagannath Rath Yatra 2022: भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ आज यात्रा शुरू करने वाले हैं, विश्व में प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा उत्सव आज से शुरू होकर पूरे 9 दिन यानी 12 जुलाई तक चलेगा। आइए जानते हैं आज होने वाले उत्सव के बारे में खास जानकारियां...
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देश पर मंदिर का दौरा करने के बाद मुख्य सचिव ने कहा कि तोड़फोड़ की सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति नजर आया। आरोपी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा और ऐसी घटना दोबारा नहीं हो, यह सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा- 'कोविड मामलों में देश भर में कमी आने और महामारी की स्थिति में सुधार को देखते हुए, श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने रविवार को मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति देने का निर्णय लिया है।'
जिला कलेक्टर ने कहा, श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) के कई कर्मचारियों और सेवादारों की COVID-19 जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
ओडिशा में बृहस्पतिवार को कोविड-19 से 44 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 3,761 हो गई। वहीं 3,650 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8,90,596 हो गई।
ओडिशा में 12 जुलाई को निर्धारित वार्षिक रथ यात्रा से एक माह पहले राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि इस साल भी श्रद्धालुओं को उत्सव में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं होगी। यह उत्सव कोविड-19 संबंधी प्रोटोकॉल के सख्त अनुपालन के बीच केवल पुरी में आयोजित होगा।
ओडिशा में कोविड-19 के 879 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 3,45,526 हो गई। इस साल राज्य में एक दिन में सामने आए ये सर्वाधिक मामले हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नए मामलों में से 518 मामले पृथक केन्द्रों से और 361 मामले संक्रमितों के सम्पर्क में आए लोगों की पहचान के क्रम में सामने आए।
कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर अपनी की फोटोज शेयर की है। साथ ही जगन्नाथ मंदिर की खासियत के बारे में भी बताया है।
वैज्ञानिकों ने एक सरल तरीका खोजा है जिसके जरिए सूरज की रोशनी का इस्तेमाल करते हुए पानी में मौजूद प्रदूषकों को हटाया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार, भक्तों ने बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाकर पुरी मंदिर प्रशासन कार्यालय को तहस-नहस कर दिया। मंदिर के सिंघ द्वार के सामने बैरिकेड्स और मेटल डिटेक्टर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
ओडिशा में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भगवान जगन्नाथ की मशहूर रथ यात्रा पारंपरिक श्रद्धा, धार्मिक उल्लास , उत्साह और सौहार्द के साथ शुरू हुई।
कहते हैं इस विशाल पुरी जग्गनाथ मंदिर के गर्भ में मौजूद है भगवान का खजाना जिसे न तो कोई छू सकता है, न ही खजाने के बारे में कोई बात कर सकता है लेकिन इस बार ये मंदिर अपने खजाने को लेकर चर्चा में नहीं बल्कि ऐसे कई सवाल हैं जिसने मंदिर में आस्था रखनेवालों की नींद उड़ा दी है।
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