पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे भगवंत मान ने राज्य के लोगों को शपथग्रहण समारोह में शामिल होने का न्यौता दिया है।
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता भगवंत मान ने सोमवार को कहा कि वह आज संसद की सदस्यता से इस्तीफा देंगे। मान संगरूर लोकसभा क्षेत्र से दो बार के सांसद हैं। मान ने ट्वीट किया, ‘‘मैं आज दिल्ली जाकर संगरूर के सांसद पद से इस्तीफा दे रहा हूं। संगरूर के लोगों ने इतने साल मुझे बहुत प्यार दिया। इसके लिए बहुत धन्यवाद।
उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में हालिया विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद राज्यों में जीते दल सरकार बनाने की कवायदों में जुटे हैं, वहीं हारने वाली पार्टियां नतीजों पर मंथन और आने वाले चुनाव की रणनीतियां बनाने में लगी हैं।
पंजाब में आप की पहली शानदार जीत के महज तीन दिन बाद रविवार को पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि तीन करोड़ पंजाबियों ने एक 'इंकलाब' (क्रांति) की शुरुआत की है।
केजरीवाल ने कहा, "पंजाब में एक ईमानदार सरकार बनेगी और जो लूट चल रही थी, वो बंद होगी। अब एक-एक पैसा गरीबों और पंजाब के लोगों के पर खर्च होगा। अगर कोई मंत्री या एमएलए भी इधर-उधर करेगा, तो उसको छोड़ेंगे नहीं, सीधे जेल भेजेंगे। हम सारी गारंटी पूरी करेंगे। कुछ तुरंत पूरी हो सकती हैं और कुछ में थोड़ा समय लग सकता है।"
चमकौर साहिब सीट से निवर्तमान मुख्यमंत्री और तीन बार के विधायक चरणजीत सिंह चन्नी को हराने वाले नेत्र शल्य चिकित्सक चरणजीत सिंह ने कहा कि पंजाब की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने की जरूरत होगी। उन्होंने कहा, ''हमें स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की जरूरत है।''
पांच राज्यों में हाल ही में संपन्न चुनाव के बाद पार्टियां समीक्षा और नई रणनीतियां बनाने में जुटी हुई हैं। हारने वाली पार्टियां नतीजों पर मंथन कर रही हैं, वहीं जीतने वाले दल सरकार बनाने को लेकर तैयारियों में जुटे हुए हैं।
हाल ही में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए। इनमें 5 में से 4 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की। वहीं पंजाब में आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया।
सिद्धू ने एक सवाल के जवाब में कहा कि 5 साल पहले कांग्रेस को भी बड़ा जनादेश मिला था, लेकिन ‘हम इसका फायदा नहीं उठा पाए।’
आम आदमी पार्टी के पंजाब के CM उम्मीदवार भगवंत मान 16 मार्च को शपथ लेंगे। उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह के लिए दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल को आमंत्रित किया है। वे दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल के साथ 13 मार्च को अमृतसर में रोड शो भी करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जाने वाले राज्य उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में अपनी सत्ता बरकरार रखी, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) ने तीन चौथाई बहुमत के साथ पंजाब में प्रचंड जीत हासिल की है।
पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा में 92 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी आप ने कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (BJP), शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) जैसी बड़ी पार्टियों को काफी पीछे छोड़ दिया।
अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनावों में आप को ‘गौरवशाली जीत’ के रास्ते पर ले जाने के लिए मतदाताओं को बधाई दी।
पंजाब में कांग्रेस की करारी हार हुई है। वहीं आम आदमी पार्टी बड़े जनादेश के साथ पंजाब की सत्ता की चौखट पर पहुंच चुकी है। कांग्रेस की हार पर उनके नेताओं के बयान लोगों को सोचने पर मजबूर कर रहे हैं। जानिए कांग्रेस ने पंजाब में अपनी पार्टी की हार का ठीकरा किस पर फोड़ा है।
भगवंत मान अगले सीएम होंगे, वह मेरे छोटे भाई हैं। यह बात आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपने संबोधन में कही।
भगवंत मान आज पंजाब की राजनीति का चमकता सितारा बनकर उभरे हैं। वहीं भगवंत मान, जो कभी नवजोत सिंह सिद्धू के सामने स्टैंडअप कॉमेडी किया करते थे और सिद्धू उसमें जज हुआ करते थे।
2019 में कांग्रेस से Raminder Singh Awla ने शिरोमणि अकाली दल के राज सिंह को 16633 मतों के अंतर से पराजित किया था। जलालाबाद विधानसभा सीट फिरोजपुर के अंतर्गत आती है।
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपने संबोधन में पार्टी की जीत के लिए कार्यकर्ताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में अकाली दल, कांग्रेस के कई बड़े-बड़े नेता हार गए।
पंजाब में कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा झटका उसके दो सबसे बड़े नेताओं का चुनाव में हार जाना है। इनमें सबसे पहला नाम कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार एवं मौजूद सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का है। चन्नी चमकौर साहिब और भदौर दोनों सीटों से चुनाव हार गए हैं।
आप के सीएम प्रत्याशी भगवंत मान ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को शुभकामनाएं दी है। अपने घर संग्रुर में उन्होंने कहा कि बड़े बादल, सुखवीर बादल और कैप्टन भी चुनाव हार गए। चन्नी भी दोनों सीटों से चुनाव हार गए। मजीठिया और सिद्धू भी हार गए। उन्होंने कहा कि पहले पंजाब महलों से चलता था, अब गांवों से चलेगा।
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