पंजाब का सियासी घमासान बेहद दिलचस्प होता जा रहा है यहां की पॉलिटिक्स पल-पल बदल रही है। वहीं, छत्तीसगढ़ में बारी-बारी से मुख्यमंत्री बनाये जाने की चर्चा के बीच एक बार फिर सत्ताधारी कांग्रेस के एक दर्जन से अधिक विधायक दिल्ली पहुंच गए हैं।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह प्रधानमंत्री से मुलाकात कर सकते हैं। इससे पहले उन्होंने कल गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर कांग्रेस कैंप में खलबली मचा दी।
पंजाब कांग्रेस में मची सियासी घमासान के बीच पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। कैप्टन अमरिंदर सिंह सबको चौंकाते हुए गृहमंत्री शाह के घर पर पहुंच गए। ये मुलाकात बेहद खास मानी जा रही है।
कैप्टन ने कहा था कि उन्हें अपमानित होकर मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी। इसके बाद उन्होंने नवजोत सिद्धू पर बड़ा हमला किया था। सिद्धू को एंटी नेशनल बताते हुए ऐलान कर दिया कि वो उन्हें पंजाब का CM नहीं बनने देंगे।
नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद से पार्टी उन्हें अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए शांत करने की कोशिश कर रहे है।
सिद्धू के इस्तीफे पर पंजाब कांग्रेस में हलचल जारी है। आज इसे लेकर चन्नी कैबिनेट की बैठक होने वाली है। सुनिए इस पर राजकुमार वेरका ने क्या कहा।
मनीष तिवारी ने कहा कि पंजाब में जो घटनाक्रम पिछले कुछ दिनों में घटा, वो दुर्भाग्यपूर्ण था। अगर पंजाब की अस्थिरता पर किसी को खुशी है तो वो पाकिस्तान को है।
कुछ दिन पहले पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष बने नवजोत सिंह सिद्धू ने अध्यक्ष पद छोड़ दिया है। सिद्धू के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के कोषाध्यक्ष पद से गुजराल इंदर चहल, पंजाब कैबिनेट की मंत्री रजिया सुल्ताना, पंजाब सरकार के शिक्षा मंत्री परगट सिंह, कांग्रेस के महासचिव पद से योगिंदर ढींगरा और पंजाब कांग्रेस के महासचिव (प्रभारी प्रशिक्षण) के पद से गौतम सेठ ने इस्तीफ़ा दे दिया है।
बता दें कि 73 दिन पहले पंजाब कांग्रेस की कमान संभालने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने चार लाइन का इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा दिया। सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में सिद्धू ने कहा है कि वो पंजाब के भविष्य के साथ समझौता नहीं कर सकते इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं।
पंजाब कांग्रेस के महासचिव योगिंदर ढींगरा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे थोड़ी देर पहले ही कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना ने अपने पद से इस्तीफा दिया था और उससे कुछ पहले राज्य इकाई के कोषाध्यक्ष पद से गुलजार इंदर सिंह चहल ने भी इस्तीफा दिया था। ये सारे इस्तीफे नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद आए है।
मुख्यमंत्री को दिए अपने त्यागपत्र में रजिया सुल्ताना ने कहा है कि सिद्धू के समर्थन में वे अपना त्यागपत्र दे रही हैं। उन्होंने यह भी लिखा है कि वे कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा नहीं दे रही हैं और बतौर कांग्रेस कार्यकर्ता पंजाब की जनता की सेवा करती रहेंगी।
सूत्रों की माने तो नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के पीछे सबसे बड़ा कारण ये रहा है कि सिद्धू पंजाब के एडवोकेट जनरल के पद पर एपीएस देयोल की नियुक्ति से नाराज थे। देयोल बेअदबी मामलों में सरकार के खिलाफ केस लड़ चुके हैं।
सिद्धू ने मंगलवार को पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। राज्य में अगले वर्ष की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा कि वह पार्टी की सेवा करते रहेंगे।
सिद्धू को कांग्रेस पार्टी ने करीब 2 महीने पहले यानि जुलाई में ही पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया था। सिद्धू ने सोनिया गांधी को लिखे अपने त्यागपत्र में लिखा है कि वे अपने चरित्र के साथ समझौता नहीं कर सकते और समझौता करने से व्यक्ति की प्रतिष्ठा खत्म हो जाती है।
कांग्रेस पार्टी ने जुलाई में नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा की थी। सिद्धू के बनने के बाद पंजाब कांग्रेस और पंजाब सरकार में भारी उथल पुथल हुई थी, यहां तक की सिद्धू के विरोध की वजह से कांग्रेस पार्टी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था।
पंजाब में चन्नी सरकार के नए मंत्रिमंडल पर कांग्रेस हाईकमान ने मुहर लगा दी है। बताया जा रहा है कि इसमें सिद्धू की पसंद को तरजीह के साथ चन्नी की भी चली है जबकि कैप्टन के करीबियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की कैबिनेट को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दी हरी झंडी दी है। राहुल गांधी और चन्नी के बीच देर रात बैठक चली।
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने आज कांग्रेस पर हमला कर पंजाब के कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को निशाने पर लेते हुए कहा कि पंजाब में जो खेल खेला जा रहा है और जो राष्ट्र विरोधी षड्यंत्र रचा जा रहा है, वह कांग्रेस के उच्च नेतृत्व द्वारा ही रचा जा रहा है।
पंजाब में मुख्यमंत्री पद छोड़ने वाले कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले क्या कदम उठाएंगे? क्या कांग्रेस पार्टी में ही रहेंगे? क्या नई पार्टी बनाएंगे? या फिर क्या भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे? यह बड़ा सवाल बना हुआ है और इंडिया टीवी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में जब यह सवाल पूछा तो उन्होंने इसका जवाब दिया। इंडिया टीवी संवाददाता विजयलक्ष्मी ने जब कैप्टन अमरिंदर सिंह से पूछा कि क्या आप भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, "मैं आपको कुछ नहीं बताऊंगा आपको, मैं पहले अपने सहयोगियों से बात करूंगा उसी के बाद इसपर फैसला लूंगा।"
पंजाब के बाद कांग्रेस का क्या होगा अगला प्लान ? क्या कांग्रेस पंजाब के बाद राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी बदलने वाली है ? देखिए मुकाबला इंडिया टीवी पर अजय कुमार के साथ।
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