जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के निहामा इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है।
कांग्रेस सांसद एंटो एंटनी द्वारा पुलवामा हमले को लेकर दिए गए विवादित बयान पर भाजपा भड़क गई है। उन्होंने कहा कि एंटनी पर राजद्रोह का आरोप लगाया जाना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
रविवार को आतंकियों ने श्रीनगर के ईदगाह इलाके में पुलिस इंस्पेक्टर मंसूर अहमद वानी को क्रिकेट खेलते वक्त गोली मार दी थी। वहीं, आज सोमवार को पुलवामा में आतंकियों ने एक गैर स्थानीय मजदूर पर गोलियां चला कर उसकी हत्या कर दी।
पुलवामा आतंकी हमलों पर फेसबुक पोस्ट करने वाले इंजीनियरिंग के एक छात्र को अदालत ने 5 साल कैद की सजा सुनाई है। आरोपी छात्र फैज रशीद की फेसबुक पोस्ट वायरल होने के बाद लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिला था।
कृतज्ञ राष्ट्र आज देश आज पुलवामा में हुए सीआरपीएफ जवानों पर हमले की तीसरी बरसी पर शहीदों को नमन कर रहा है। पुलवामा में शहीद इन जवानों पर हुए अटैक ने मानवीयता की सारी हदें पार कर दी थीं। देश का खून खौल रहा था कि कैसे इसका बदला लिया जाए, तब पीएम मोदी ने ताल ठोंककर राष्ट्र को भरोसा दिलाया था कि पाक ने बड़ी गलती कर दी है,बदला लेकर रहेंगे। इसके बाद बालाकोट में बम गिराए गए।
कृतज्ञ राष्ट्र आज 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर में पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दे रहा है। पुलवामा हमले की बरसी पर लेथपोरा में आतंकी हमले में मृत सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री और देश के अन्य गणमान्य नेताओं ने पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धंजलि दी है।
पुलवामा हमले में केंद्रीय CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे। एक आत्मघाती हमलावर द्वारा विस्फोट में उड़ा दी गई बस के चालक जयमल सिंह को उस दिन गाड़ी नहीं चलानी थी और वह किसी अन्य सहकर्मी के स्थान पर आए थे
26 फरवरी की बात करें तो दो बरस पहले की याद सबके जहन में ताजा होगी, जब भारतीय वायु सेना के विमानों ने नियंत्रण रेखा को पार कर पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद द्वारा चलाए जा रहे आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया था।
पुलवामा हमले को लेकर राजनीति करने वालों के खिलाफ आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आक्रोश फूटा। उनके बाद देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी आज पाकिस्तान और पाकिस्तान के समर्थकों पर सीधे वार किया।
आज पुलवामा हमले के गुनहागारों का पर्दाफाश करना बहुत जरूरी है क्योंकि इसके मास्टरमाइंड अब भी पाकिस्तान में बैठे हैं और भारत के खिलाफ दूसरे हमले की प्लानिंग कर रहे हैं। सबसे पहले आप उन आतंकवादियों को पहचान लीजिए जो पुलवामा हमले के पीछे थे।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम एनआईए अदालत में 2019 के पुलवामा आतंकी हमले मामले में चार्जशीट दाखिल करने के लिए पहुंची जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
पहले कश्मीर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने झूठ बोला और अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पुलवामा को लेकर सफेद झूठ बोला है। इमरान ने कहा है कि पुलवामा हमले को कश्मीर के स्थानीय लड़के ने अंजाम दिया था। इससे पाकिस्तान का कोई लेना देना नहीं है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पुलवामा आतंवादी हमले को लेकर शुक्रवार को बीजेपी पर निशाना साधाते हुए शुक्रवार को कहा कि इस हमले के बारे में बीएसएफ, सीआरपीएफ, सेना और एयरफोर्स को पहले से ही सूचित कर दिया गया था कि ऐसा हमला हो सकता है।
पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर पाकिस्तान सरकार पर बढ़े वैश्विक दबाव के बीच पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि उनके देश में ‘‘जिहादी संगठनों और जिहादी संस्कृति’’ के लिए कोई जगह नहीं है।
केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने पुलवामा हमले के बाद बालाकोट में आतंकवादी शिविर पर भारतीय वायु सेना के हवाई हमले पर टिप्पणियों के लिए इंडियन ओवरसीज कांग्रेस प्रमुख सैम पित्रोदा की शुक्रवार को आलोचना करते हुए उनके बयान को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ और पाकिस्तान की बातों का समर्थन करने वाला बताया।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने पर नौसेना ने विमानवाहक पोत विक्रमादित्य, परमाणु पनडुब्बियां और अन्य पोत तैनात किए थे।
पाकिस्तान सरकार के एक आतंरिक आकलन में निष्कर्ष निकाला गया है कि पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद भारत एवं पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ने का जोखिम खत्म हो गया है।
आज मंगलवार के दिन "ब्रम्ह मुहूर्त में दुष्टों का संहार" करने पर #IndianAirForce को बहुत-बहुत बधाई।
पूरा ऑपरेशन 40 मिनट का था जिसमें से 21 मिनट तक वायुसेना के फाइटर जेट बमबारी करते रहे, मिली जानकारी के मुताबिक लाइन ऑफ कंट्रोल से 40 किलोमीटर अंदर तक भारतीय वायुसेना के विमानों ने कार्रवाई की।
पाकिस्तानी फाइटर जेट एफ 16 को भारतीय वायुसेना के मिराज 2000 के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए उतारा गया था, लेकिन भारतीय गठन के कारण वापस लौट गया।
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