यदि किसी सरकारी बैंक के लॉकर में जमा की गईं आपकी कीमती वस्तुएं चोरी हो जाती हैं तो इसके बदले बैंक से किसी तरह के मुआवजे की उम्मीद न ही करें तो अच्छा है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली फंसे कर्ज (NPA) तथा उसकी तेजी से वसूली के लिए बैंकों की तरफ से उठाए गये कदमों पर चर्चा करेंगे।
वित्त मंत्री अरुण जेटली फंसे कर्ज तथा एनपीए की वसूली के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में चर्चा के लिए 12 जून को बैंक प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे।
NPA यानी वसूल नहीं हो रहे कर्जों के खिलाफ सरकार के जोरदार अभियान से सरकारी बैंकों के बही-खाते स्वच्छ करने में मदद मिलेगी।
SBI चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा जो कर्ज NPA हो चुके है उसकी वजह यह रही है कि कर्ज लेने वाले उद्योग अथवा इकाइयां इतनी कमाई नहीं कर पा रहीं हैं।
वित्त मंत्रालय कुछ बैंकों के साथ अगले 3 साल की योजनाओं पर बातचीत शुरू करने जा रहा है ताकि उन्हें लाभ में लाने और पूंजी आदि की जरूरतों की जानकारी मिल सके।
वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रमुखों से अगली वेतन समीक्षा समय पर क्रियान्वित करने के लिए तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने को कहा है।
देश में 9,130 विलफुल डिफॉल्टर्स हैं, इन पर बैंकों का 91,155 करोड़ रुपए का कर्ज बकाया है। माल्या को 8,040 करोड़ रुपए का लोन UPA सरकार ने दिया।
RBI गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा कि बैंकों के फंसे कर्ज के ऊंचा होने की समस्या पुराने कारणों से है। इनमें से ज्यादा तर पैसा ऐसी परियोजनाओं में फंसा है
देश के प्रमुख बैंकों की तर्ज पर सबसे बड़ी मॉर्गेज लोन प्रोवाइडर एचडीएफसी ने अपनी होम लोन रेट्स में 0.45 प्रतिशत की कटौती की है।
इलैक्ट्रॉनिक लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए वित्त मंत्रालय ने सरकारी बैंकों से आईएमपीएस और यूपीआई पर लगने वाले चार्ज को घटाने को कहा है।
सार्वजनिक क्षेत्र के 22 में से 16 बैंकों ने 2015-16 में लाभांश नहीं दिया। इससे सरकार को प्राप्तियां दो तिहाई घटकर 1,444.6 करोड़ रुपए के रह गईं।
देशभर के बैंकों ने अपने-अपने कर्मचारियों के लिए सोमवार को चेतावनी जारी की है कि वे अवैध लेन-देन न करें अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
व्हाइट लेबल ATM से लाखों ATM कार्ड की जानकारी लीक होने के कारण SBI ने अपने 6 लाख ग्राहकों के ATM कार्ड ब्लॉक कर दिए थे जिन्हें दोबारा जारी कर रही है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 50 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी से जुड़े मामलों की जानकारी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को देनी होगी।
एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग ने कहा कि भारतीय सरकारी बैंकों को बासेल तीन के अनुपालन के लिए अगले तीन साल में 2.5 लाख करोड़ रुपए की पूंजी की जरूरत होगी।
वित्त मंत्रालय ने सरकारी बैंकों में 22,915 करोड़ रुपए की पूंजी डालने के बाद बैंकों से बाजार के जरिए धन जुटाने की योजना के बारे में ब्योरा देने को कहा है।
बाजार नियामक सेबी सार्वजनिक बैंकों (PSU) के पुर्नपूंजीकरण की सरकार की योजनाओं में मदद कर सकता है।
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