नाम बदलने के खिलाफ शादी के बाद एक दूल्हा धरने पर पहुंच गया। इस दौरान उसने औरंगाबाद का नाम बदले जाने को लेकर कहा कि इंशा अल्लाह हमारे जिले का नाम औरंगाबाद था है और औरंगाबाद ही रहेगा।
साल 2019 जब पुलवामा अटैक में 40 जवान शहीद हो गए थे। उस वक्त सरकारों ने शहीद के परिवार का ख्याल रखने के लाख वादे किए थे लेकिन अब खबरें कुछ अलग ही निकल कर सामने आ रही हैं। उन शहिदों की पत्नियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है।
बीजेपी के कार्यकर्ता मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही है। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं की पुलिस से भी भिड़ंत हुई।
सिक्किम में नेपाली समुदाय के लोगों को विदेशी मूल का कहे जाने के बाद विरोध प्रदर्शन जारी है। गृहमंत्री अमित शाह ने समुदाय को दिलासा दिया और कहा कि ऐसा नहीं है, आपलोग भारत का अभिन्न हिस्सा हैं।
अडानी-हिंडनबर्ग मामले को लेकर कांग्रेस आज देशभर में प्रदर्शन कर रही है। देशभर के LIC और SBI दफ्तरों के सामने कार्यकर्ता सरकार के विरोध में एकजुट हुए हैं। वहीं संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विपक्षी सांसद इकट्ठा हुए हैं।
वेतन को लेकर ब्रिटेन में पिछली गर्मियों से हड़तालों का दौर चल रहा है। 14 रेल ऑपरेटरों के नेशनल यूनियन ऑफ रेल, मैरीटाइम एंड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स (आरएमटी) के ट्रेन ड्राइवरों के भी शुक्रवार को वेतन और शर्तों को लेकर हड़ताल करने की उम्मीद है।
पुलिसकर्मियों ने कहा कि उनका विरोध 'सिस्टम' के खिलाफ था और वे प्रांत में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति के कारण सड़कों पर उतरने और आतंकवादी हमलों के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करने के लिए मजबूर हैं।
विरोध के बारे में पूछे जाने पर, सरमा ने कहा, ''विरोध करने के लिए कुछ भी नहीं है और हमने बीटीआर में 60 गांवों को शामिल करने का निर्णय लेने से पहले विभिन्न हितधारकों के साथ विस्तृत चर्चा की है।''
आस्ट्रेलिया में भारतीय समर्थकों से खालिस्तानियों की भिड़ंत हो गई। हाथ में तिरंगा लहरा रहे भारतीयों को खालिस्तानी रोकने का प्रयास कर रहे थे। इसे लेकर दोनों गुट भिड़ गए। इस दौरान खालिस्तानियों ने तिरंगे का अपमान भी किया। भारतीयों के हाथ से तिरंगे को छीन कर और इसे तोड़-मरोड़ कर जमीन पर फेंक दिया।
गुजरात दंगों पर प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका को लेकर साजिशन बनाई गई बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री से हिंदुस्तान का खून खौल उठा है। बीबीसी ने यह डॉक्यूमेंट्री ऐसे वक्त में बनाई है, जब देश की शीर्ष अदालत ने पीएम मोदी को पूरी तरह क्लीन चिट दे दिया है।
ऐसी बदहाली की सूरत में अब अध्यापकों ने आंदोलन करने का फैसला लिया है ताकि सरकार कुछ ठोस कदम उठाए। अध्यापकों ने फैसला किया है कि अब नए- नए तरीकों से आंदोलन तब तक चलाया जायेगा, जब तक समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं मिल जाता। शिक्षकों का कहना है कि जल्द ही हमारी समस्याओं का समाधान होना चाहिए।
विश्वविद्यालय के एक छात्र ने बताया कि ध्वजारोहण के बाद लड्डू बाटें गए, लेकिन यह लड्डू सभी छात्रों में नहीं बंट सके। इसके बाद गुस्साए छात्रों ने चीफ प्रॉक्टर के कार्यालय को घेरकर नारेबाजी और प्रदर्शन शुरू कर दिया।
Brazilian President Lula De Silva Removes Army Chief: ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा ने सेना प्रमुख जनरल जूलियो सीजर डि अरुडा को शनिवार को बर्खास्त कर दिया है। राष्ट्रपति की ओर से की गई इस कठोर कार्रवाई के बाद ब्राजील की में हलचल मच गई है।
Protest Against PM Netanyahu in Israel: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक बार फिर उनके विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। दरअसल इज़राइल में न्यायिक प्रणाली में बदलाव की प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू नीत सरकार की योजना का विरोध हो रहा है।
इजराइल में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाली नई सरकार द्वारा न्यायिक व्यवस्था में बदलाव लाने संबंधी योजना का विरोध करने के लिए हजारों इजराइली नागरिक शनिवार रात तेल अवीव में इकट्ठा हुए।
शुक्रवार देर रात भारत के पहलवानों ने सरकार से मिले आश्वसन के बाद अपने प्रदर्शन को खत्म कर दिया।
ओलंपिक मेडलिस्ट बजरंग पूनिया ने WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर तीखा वार करते हुए बड़ी बात कही है।
भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने भी पहलवानों के मुद्दे को लेकर अपनी चिंता चताई है।
इस कड़कड़ाती ठंड में देश के जाने-माने पहलवानों को महिला पहलवानों के यौन शोषण के विरोध में खुले आसमान के नीचे बैठना पड़ा है। पहलवानों के आरोप वाकई हैरान करनेवाले हैं। यह देश के सभी खेल प्रेमियों के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
विनेश फोगाट ने कहा कि 5 से 6 लड़कियां सामने आ चुकी हैं जिनके साथ यौन शोषण किया गया। विनेश ने कहा कि इस्तीफा तो हम लेकर ही रहेंगे उन्हें जेल में भी डलवाएंगे। वहीं बजरंग पुनिया ने कहा कि हमारी मांग है कि कुश्ती फेडरेशन को भंग किया जाए।
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