Rajya Sabha MPS Suspension: अपने निलंबन के खिलाफ 50 घंटे के धरने पर बैठी तृणमूल कांग्रेस सांसद डोला सेन ने कहा ने कि वो खाने की चीजों पर लगाए गए GST और महंगाई के मसले पर लगातार राज्य सभा में चर्चा की मांग कर रहे थे, लेकिन सदन में चर्चा कराने की बजाय उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।
Congress Protest: पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यही वीडियो साझा करते हुए एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘जो जनप्रतिनिधि देश के नागरिकों के कष्टों को संसद के पटल पर रखते हैं, उन्हीं के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। असल में यह 'असंसदीय' है।’’
Assam News: रिपुन बोरा ने आरोप लगाया कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और असम में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा सरकार गहरी नींद में हैं और आम जनता के दर्द और पीड़ा से बेखबर है।
China News: चीन के हेनान प्रांत के अधिकारियों ने यहां गांव के चार बैंकों से पैसे निकालने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इससे यहां के लोगों की जमापूंजी बैंक में ही फंस गई है। जिस वजह से लोग परेशान हैं।
Agneepath Protests: केंद्र सरकार की अंग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में जोरदार विरोध हुआ। अलग-अलग राज्यों में प्रदर्शनकारियों ने बड़े पैमाने पर आगजनी की और ट्रेनों को आग के हवाले किया था।
बैंक ऑफ चाइना चीन का केंद्रीय बैंक है। और उसके फैसले के बाद से देश में अब तक के सबसे बड़े विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। हेनान के वित्तीय पर्यवेक्षण ब्यूरो के द्वारा जारी नोटिस के मुताबिक, कुछ जमाकर्ताओं को 15 जुलाई तक उनका पैसा वापस मिल गया था।
Rajasthan News: साधुओं के आंदोलन में मंगलवार को संत नारायण दास के टावर पर चढ़ने के बाद आज एक साधु विजय दत्त ने ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आत्मदाह करने की कोशिश की।
Sri Lanka News: श्रीलंका के प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति पद को खत्म करके व्यवस्था में पूर्ण बदलाव लाने तक अपना संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया है।
Sri Lanka Crisis : श्रीलंका की स्थिति बेहद नाजुक दौर में है, वहां लगातार स्थिति खराब होती जा रही है। अब सवाल उठ रहा है कि ऐसे में अगर प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की गई तो कहीं मामला और ना बिगड़ जाए।
श्रीलंका की जनता पिछले कुछ महीनों से रोजमर्रा के इस्तेमाल की चीजों के लिए भी बुरी तरह जूझ रही थी।
Rajapaksa family: श्रीलंका को 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिली थी। उसके बाद से आज श्रीलंका अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। पीछले कई सालों से श्रीलंका के सत्ता की चाभी 4 भाइयों के पास थी जिसे उन्होंने अपने नीजी जीवन के लिए इस्तेमाल किया।
प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने जनता के प्रदर्शन से देश में पैदा हुए संकट पर चर्चा करने के लिए राजनीतिक दल के नेताओं की बैठक बुलायी थी।
Sri Lanka News: श्रीलंका में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के आवास में हमला कर अपने कब्जे में ले लिया है। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे आवास छोड़कर भाग गए हैं।
Agneepath Protest: यूपी में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अग्निपथ योजना के विरोध में भिक्षा मांग कर पीएम मोदी के नाम 420 रुपये के चेक भेजे।
गर्भपात पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बवाल मचा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में गर्भपात को कानूनी तौर पर मान्यता देने वाले 50 साल पुराने फैसले को पलट दिया। अदालत के इस फैसले के बाद से ही अमेरिका के अलग-अलग शहरों में भारी विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है।
इस हफ्ते पाकिस्तान में विपक्षी दलों, जिम्बॉब्वे में नर्सों, बेल्जियम में कामगारों, ब्रिटेन में रेलवे कर्मचारियों, इक्वाडोर में स्थानीय लोगों, अमेरिका में पायलटों और कुछ यूरोपीय एयरलाइंस के कर्मचारियों ने भी बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर प्रदर्शन किए।
Secunderabad Violence: सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर हिंसा के एक हफ्ते बाद, रेलवे पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। पुलिस ने शुक्रवार को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में निजी डिफेंस कोचिंग सेंटरों की एक चेन के मालिक अवुला सुब्बा राव को गिरफ्तार कर लिया है।
Agnipath Scheme Protest: अखिलेश यादव ने ट्वीट में लिखा है- ''भाजपा जिस तरह अपने समर्थकों से ‘अग्निवीर’ के तथाकथित फ़ायदे गिनवाने में लगी है, उससे अच्छा होगा कि भाजपा अपने उन सदस्यों-समर्थकों की सूची जारी करे जो इस योजना में अपने बच्चों को भेज रहे हैं। प्रवचन देने से अच्छा है भाजपाई ख़ुद उदाहरण पेश करें।''
Agnipath Scheme Protest : जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी तीनों सेना प्रमुखों से अलग-अलग मुलाकात करेंगे। इस योजना का ऐलान सरकार की ओर से 14 जून को किया गया था जिसके बाद से देश के विभिन्न हिस्सों में इसका विरोध शुरू हो गया।
Agnipath Sceme: संगठन द्वारा 30 जून को अग्निपथ योजना के विरोध में देशभर के जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने आह्वान किया कि, हमें अपनी लड़ाई खुद ही लड़नी होगी।
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