आठ प्रमुख प्राथमिक आवासीय बाजारों-अहमदाबाद में अप्रैल-जून 2023 की अवधि के दौरान संपत्ति की कीमतों में 9.1 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
बंदेलकर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा घरों को किफायती बनाने के लिए उठाए जा रहे कदमों की सराहना करते हुए उनसे कुछ कर हटाने की गुजारिश भी की।
मेट्रो सिटी के आसपास बड़ी-बड़ी इंडस्ट्री होती है, जिसमें हजारों लोग काम करने आते हैं। ये प्रॉपर्टी की मांग हमेशा बढ़ाने का काम करते हैं।
भारत 2047 में जब आजादी के 100 साल पूरे करेगा, उस समय देश की अर्थव्यवस्था का आकार 33,000 अरब अमेरिकी डॉलर और 40,000 अरब अमेरिकी डॉलर के बीच हो सकता है।
प्रॉपर्टी ब्रोकर का कहना है कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद समेत एनसीआर के आसपास के सभी प्रॉपर्टी लोकेशंस में प्रॉपर्टी की कीमत में बड़ी बढ़ोतरी हुई है।
आपको बता दें कि आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखने का ऐलान किया है।
रियल एस्टेट मामलों के विशेषज्ञ प्रदीप मिश्रा ने इंडिया टीवी को बताया कि अगर आप एंड यूजर्स हैं और अपने रहने के लिए घर खरीद रहें हैं तो नई प्रॉपर्टी लेना फायदे का सौदा होगा।
मिली जानकारी के मुताबिक, यमुना अथॉरिटी के इस स्कीम में 120 मीटर, 162 मीटर, 200 मीटर और 300 मीटर के प्लॉट हैं।
इस जगह के आसपास आने वाले समय में पॉड टैक्सी, मेडिकल डिवाइस पार्क, इंटरनेशनल फिल्म सिटी, जेवर एयरपोर्ट, फार्मूला वन/ मोटोजीपी रेस ट्रेक जैसी सुविधा रहेगी।
सीबीआरई साउथ एशिया ने आंकड़ों पर आधारित एक रिपोर्ट में कहा कि साल की पहली छमाही में रिटेल स्पेस की सप्लाई पिछले साल की तुलना में 148 प्रतिशत बढ़ गई।
जिन शहरों में सर्वेक्षण किया गया, उनमें मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता शामिल हैं।
बिहार के मुजफ्फरपुर में कल रात बदमाशों ने प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही को गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया। इस हमले में शाही के दो बॉडीगार्ड भी मारे गए। आशुतोष पूर्व महापौर समीर कुमार की मौत के मामले में आरोपित थे।
जिस घर में आप रहते हैं, उसे निवेश नहीं माना जाना चाहिए। जिसमें आप नहीं रहते हैं, उसे निवेश मान सकते हैं। इस निवेश में स्थान का बहुत महत्व है। इससे दो तरह के रिटर्न मिलते हैं।
जिन लोगों ने अपना जॉब अभी शुरू किया है, उनके लिये घर खरीदना बड़ी चुनौती होती है। ऐसा इसलिए कि उनके पास सेविंग नहीं होती है।
चेन्नई में घरों की बिक्री 6,951 इकाइयों से तीन प्रतिशत बढ़कर 7,150 इकाई हो गई। दिलचस्प बात यह है कि चेन्नई में कार्यालय स्थल की मांग दोगुना होकर 45 लाख वर्ग फुट पर पहुंच गई।
रिपोर्ट के अनुसार, देश के टॉप 7 शहरों में कुल बिक्री में एमएमआर (मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन) और पुणे की हिस्सेदारी 51% से अधिक रही, जिसमें पुणे में सबसे अधिक 65% वार्षिक उछाल देखा गया।
रियल एस्टेट कंपनी अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी राकेश यादव ने इंडिया टीवी को बताया कि कोविड-19 महामारी ने लोगों के काम करने, सीखने और जीने के तरीके को बदल दिया है, जिससे आवास की मांग में बदलाव आया है।
आंकड़ों के अनसार, सर्वे में शामिल 50 शहरों में से सात शहरों में घरों के दाम नीचे आए हैं। आवास ऋण पर ब्याज दर कोविड-पूर्व के समय से भी कम बनी हुई हैं, जिससे इस क्षेत्र में वृद्धि बनी हुई है।
सोना से प्रेम किसी नहीं है। कर कोई अपनी कमाई के अनुसार सोना खरीदना चाहता है। आज हम आपको सोने के बारे वो 10 बातें बता रहें है, जिसे शायदा आप नहीं जानते होंगे।
कोरोना महामारी के बाद घर के दाम में 15% से 20 फीसदी तक की तेजी आ गई है। दिल्ली-एनसीआर के कई सेक्टर में इससे ज्यादा भी तेजी दर्ज की गई है। कीमत में तेजी निर्माण में इस्तेमाल होने वाले सामान की कीमत में बड़ी बढ़ोतरी से हुई है।
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