दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में घरों की बिक्री 2022 के 19,240 से 11 प्रतिशत बढ़कर 2023 में 21,364 इकाई हो गई। नए घरों की आपूर्ति 15,382 इकाई से 34 प्रतिशत बढ़कर 20,572 इकाई हो गई। दिल्ली-एनसीआर में गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद को शामिल किया गया है।
बिहार के मुख्यंमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी संपत्ति की लिस्ट डारी कर दी है। उस लिस्ट के मुताबिक नीतीश कुमार के पास 1.64 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति है।
आंकड़ों के अनुसार इस कैलेंडर वर्ष 2023 में आवासीय बिक्री 4,76,530 इकाई रही। यह किसी भी कैलेंडर वर्ष में दर्ज अभी तक की सबसे अधिक बिक्री है। 2022 में 3,64,870 इकाइयों की बिक्री की गई थी।
Greater Noida Authority : ग्रेटर नोएडा के 75,000 घर खरीदारों के घरों की रजिस्ट्री का रास्ता अब साफ हो गया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड ने मंगलवार को रियल एस्टेट परियोजनाओं के संबंध में अमिताभ कांत समिति की सिफारिशों को लागू कर दिया है। इससे 117 समूह आवासीय परियोजनाओं को फायदा होगा।
नए साल में होम लोन सस्ता होने की पूरी उम्मीद है। आरबीआई ने 2023 में होम लाने पर बढ़ी ईएमआई में कमी नहीं की है। हालांकि, अब महंगाई कंट्रोल में है। ऐसे में बहुत उम्मीद है कि अगले साल यानी नए साल में आरबीआई कर्ज सस्ता करेगा।
Property Rate in Gurugram : इस साल प्रॉपर्टी की कीमतों में भारी उछाल दर्ज हुई है। साल 2024 में भी प्रॉपर्टी मार्केट में यह तेजी जारी रहने के संकेत हैं। गुरुग्राम में प्रीमियम यानी महंगे घरों की कीमत में पिछले एक साल में 45 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है।
करीब चार महीने पहले समिति बनी थी। समिति ने डेवलपर्स की खराब वित्तीय हालत को देखते हुए अपनी संस्तुतियां दी थी। समिति में उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा के टॉप ब्यूरोक्रेट्स शामिल थे। सिफारिशें उत्तर प्रदेश सरकार को भेजी गई थी। सरकार ने गौतमबुद्ध नगर के तीनों विकास प्राधिकरणों को सिफारिशें भेजी था।
अमेरिका में बेघर लोगों की संख्या इस साल रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। घर का किराया भरना आम आदमी के बूते से बाहर हो गया है। अश्वेत लोग अमेरिकी आबादी का लगभग 13% हिस्सा हैं। लेकिन बेघर लोगों में उनका अनुपात 37% है।
अगर आप अपना घर बुक करने जा रहे हैं तो बुक करने से पहले डेवलपर्स से पांच सवाल जरूर पूछे। ऐसा कर आप बाद की परेशानियों से बच जाएंगे और टेंशन फ्री रहेंगे।
साल के अंत में प्रॉपर्टी ब्रोकर और डेवलपर्स के पास खरीदारों की भीड़ नहीं होती है। इसके चलते आप आसानी से सही प्रॉपर्टी का चयन कर सकते हैं।
यूपी की कासगंज पुलिस ने शाहिद नाम के एक गैंगस्टर की करोड़ों की संपत्ति को कुर्क कर दिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी जुआ-सट्टा के कारोबार में लिप्त था और इसी से उसने अवैध रूप से लाखों-करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली थी।
Property Tax जमा करने के कई सारे फायदे हैं। इससे आप मुकदमेबाजी से बच जाते हैं और इसके साथ आपको पेनल्टी और ब्याज का भी भुगतान नहीं करना होता है।
कोरोना महामारी के बाद देश में घरों की मांग तेजी से बढ़ी है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे मेट्रो शहरों के अलावा छोटे शहरों में भी घरों की मांग बढ़ी है। एक जो बड़ा बदलाव आया था कि महंगे घरों की बिक्री तेजी से बढ़ी है। इससे डेवलपर्स का मुनाफा बढ़ा है।
गोरखपुर के चिल्लूपार के पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी की ईडी ने 72.08 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। विनय शंकर पूर्वांचल के बाहुबली रहे स्वर्गीय हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं। ये कार्रवाई बीजेपी विधायक राजेश त्रिपाठी की शिकायत पर हुई है।
पाकिस्तान की अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को सबसे बड़ी राहत दी है। अदालत ने भ्रष्टाचार मामले में उनकी जब्त की गई संपत्तियों को लौटाने का आदेश दिया है। इसके साथ ही उनके खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट को भी रद्द कर दिया है। वर्ष 2024 चुनावों में प्रधानमंत्री पद के लिए दावा ठोक रहे नवाज के लिए यह फैसला बड़ी राहत है।
माफिया अतीक अहमद से जुड़ी करीब 12.50 करोड़ की 20 बीघे की संपत्ति को जब्त कर लिया गया है। संपत्ति कुर्क करने की यह कार्रवाई गैंगस्टर एक्ट के तहत की गई है।
नवरात्रि में प्रॉपर्टी की मांग तेजी से बढ़ी है। दिल्ली-एनसीआर में इस बार महंगी प्रॉपर्टी की ज्यादा मांग देखने को मिल रही है। सबसे अधिक प्रीमियम प्रॉपर्टी की मांग गुरुग्राम में है। प्रॉपर्टी सेक्टर के जानकारों का कहना है कि बेहतर लाइफस्टाइल के चलते महंगी प्रॉपर्टी की मांग तेजी से बढ़ी है।
नवरात्रि की शुरुआत के साथ रियल एस्टेट मार्केट गुलजार हो गया है। डेवलपर्स एक से बढ़कर एक ऑफर्स दे रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी प्रॉपर्टी बुक करने जा रहे हैं तो कुछ बातों का ख्याल रखकर अच्छी डील पा सकते हैं।
दिल्ली-एनसीआर में, बिना बिकी आवास की संख्या (Unsold housing stock) 40,211 यूनिट से 7 प्रतिशत घटकर 37,356 यूनिट हो गई।
माना जा रहा है कि बिल्डर अब अधिक मुनाफा कमाने के लिए लक्जरी आवासीय परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। सस्ते मकानों में मुनाफे का मार्जिन भी कम रहता है। 1.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले लक्जरी घरों की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ रही है। वास्तव में पिछले पांच साल में यह तीन गुना हो गई है।
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