नाइट फ्रैंक की ग्लोबल हेड लियाम बेली ने कहा कि भविष्य में कीमत में वृद्धि केंद्रीय बैंकों के हाथों में है। हमें विश्वास है कि अगले 12 महीने में ब्याज दरों में कमी देखने को मिलेगी।
DDA Housing Scheme 2024 : आप सस्ता घर खरीदना चाह रहे हैं, तो डीडीए की 3 हाउसिंग स्कीम्स में अपने लिये फ्लैट्स तलाश सकते हैं। रामगढ़ कॉलोनी, सिरसपुर, लोक नायक पुरम, रोहिणी, द्वारका और नरेला लोकेशंस पर ये फ्लैट्स उपलब्ध हैं।
डीडीए की इन 3 अलग-अलग स्कीम में दिए जाने वाले फ्लैटों में करीब 34 हजार फ्लैट ईडब्ल्यूएस और एचआईजी फ्लैट्स डिस्काउंट पर उपलब्ध होंगे। ये सभी फ्लैट्स दिल्ली के रामगढ़ कॉलोनी, सिरसपुर, लोकनायकपुरम, रोहिणी और नरेला में हैं और इनकी शुरुआती कीमत 11.5 लाख रुपये है।
कुशमैन एंड वेकफील्ड की रिपोर्ट के अनुसार, पहली छमाही में दिल्ली-एनसीआर के प्रॉपर्टी मार्केट में सबसे अधिक पैसा आया। यहां 63.33 करोड़ डॉलर का निवेश आकर्षित हुआ।
प्रॉपर्टी खरीदने से कम से कम 15 दिन पहले खरीदार को सबरजिस्ट्रार के ऑफिस से एक सर्टिफिकेट प्राप्त करना चाहिए कि प्रॉपर्टी किसी भी तरीके के लोन या लोन के सभी मामलों से मुक्त है।
भारत जैसे-जैसे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, शहर देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। अनुमान है कि 2050 तक, मौजूदा आठ मेगा-सिटी के अलावा, लगभग 100 भारतीय शहरों की आबादी दस लाख से अधिक होगी।
Long term capital gains tax on property : वित्त मंत्री ने सदन को आश्वासन दिया कि संशोधन के बाद एलटीसीजी कर के संबंध में कोई अतिरिक्त कर बोझ नहीं बढ़ाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में अब संपत्तियों के बंटवारे पर या फिर परिजनों के नाम करने पर स्टाम्प शुल्क केवल 5000 रुपया लगेगा। योगी सरकार ने आम आदमी के ईज़ ऑफ़ लिविंग के लिए एक नई और सहुलियत भरी पहल की है।
प्रॉपर्टी लॉन्ग टर्म कैपिटल ऐसेट की कैटेगरी में आता है। इसलिए प्रॉपर्टी बेचने पर जो मुनाफा होता है, उसे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन माना जाता है।
सीएम योगी ने नजूल प्रोपर्टी बिल पेश किया है जिसे लेकर हंगामा मचा हुआ है। जानिए क्या है ये नजूल प्रोपर्टी बिल और क्यों हो रहा है इसका विरोध?
सर्किल रेट बढ़ने का सीधा मतलब यह है कि जो भी लोग अब गाजियाबाद में घर खरीदेंगे, उन्हें ज्यादा स्टांप ड्यूटी चुकानी होगी, जिससे प्रॉपर्टी की कुल लागत में बढ़ोतरी हो जाएगी।
एक सवाल आपके मन में यह भी हो सकता है कि 20 साल में प्रॉपर्टी की कीमत भी तो बढ़ेगी! हां बिल्कुल बढ़ेगी लेकिन वह इतना नहीं बढ़ेगी जितना आपको रिटर्न मिल जाएगा। रेंट पर रहने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि आप अपनी कमाई के साथ इन्वेस्टमेंट कर पाएंगे। सिर्फ होम लोन की ईएमआई चुकाने में नहीं फंसे रहेंगे।
वर्तमान में, शेयरों और म्यूचुअल फंड की स्कीम की बिक्री 12 महीने या उससे कम समय पर करने पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता था। धारा 111 ए के तहत एलटीसीजी फ्लैट 15% की दर से लगाया जाता है।
Property Prices : पिछले 4 साल में हाई डिमांड के चलते घरों की कीमतें 94 प्रतिशत तक बढ़ी हैं।
अगर डिवेलपर और बायर के बीच कोई एजेंट नहीं होगा तो कमीशन बचेगा। इसलिए कोशिश करें कि घर सीधे डिवलेपर या सेलर्स से खरीदें।
अलीगढ़ के खैर थाने में आज दिल दहला देने वाली घटना हुई। यहां पुलिस स्टेशन के अंदर बेटे ने पेट्रोल डालकर मां को जिंदा जला दिया। पुलिसकर्मियों ने आग बुझाई, लेकिन तब तक महिला काफी झुलस चुकी थी।
बिल्डरों द्वारा अधिक प्रीमियम फ्लैट लॉन्च किए जाने के चलते अप्रैल-जून की अवधि में सात प्रमुख शहरों में किफायती अपार्टमेंट्स की नई सप्लाई, जिनकी कीमत 50 लाख रुपये से कम है, में 21 प्रतिशत की गिरावट आई है।
तिमाही-दर-तिमाही आंकड़ों के हिसाब से अहमदाबाद में घरों की बिक्री अप्रैल-जून में 26 प्रतिशत घटकर 9,500 यूनिट रह गई। हालांकि दिल्ली-एनसीआर में बिक्री 10 प्रतिशत बढ़कर 10,058 यूनिट से 11,065 यूनिट हो गई।
इसी तरह, एमएमआर में समीक्षाधीन अवधि के दौरान आवास की औसत कीमतें 10,610 रुपये प्रति वर्ग फुट से 48 प्रतिशत बढ़कर 15,650 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं। एनारॉक ने कहा कि निर्माण लागत में भारी बढ़ोतरी और अच्छी बिक्री के कारण कीमतों में वृद्धि हुई।
देश के आठ प्रमुख शहरों में ऑफिस की डिमांड रिकॉर्ड 3.47 करोड़ वर्ग फुट पर पहुंच गई। मजबूत आर्थिक बुनियाद और स्थिर सामाजिक-राजनीतिक परिस्थितियों के कारण भारत का रियल एस्टेट बाजार पिछली कुछ तिमाहियों में तेजी से बढ़ा है।
संपादक की पसंद