आरईआईटी विश्व में एक लोकप्रिय निवेश माध्यम है। भारत में कुछ साल पहले इसे रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए पेश किया गया था। यह बड़ी रियल एस्टेट संपत्तियों में खुदरा निवेशकों की भागीदारी को सक्षम बनाता है।
बिल्डरों ने खेल सुविधाएं विकसित करने के बजाय प्राथमिकता पर फ्लैट बनाकर बेच दिए जबकि खेल सुविधाएं विकसित नहीं की। इसके बाद प्राधिकरण का करीब 8200 करोड़ रुपए बकाया भी नहीं दिया।
सरकार ने प्रॉपर्टी टैक्स में छूट और वित्तीय लाभ के कुछ खास इंतजाम किए हैं। लेकिन सरकार की इन लाभकारी योजनाओं के इतने विस्तार के बाद भी अधिकांश महिलाओं को इनकी जानकारी नहीं होती है। आइए जानते हैं कि महिलाओं को अपने नाम पर प्रॉपर्टी खरीदने के क्या फायदे होते हैं।
जिस तरह से लोग अपने लिए और व्हीकल के लिए इंश्योरेंस करवाते हैं। इसी तरह घर के लिए भी आप होम इंश्योरेंस पॉलिसी ले सकते हैं। हमारे देश में 5 तरह के होम इंश्योरेंस होते हैं। अगर आप इसे खरीदने जा रहे हैं तो इंश्योरेंस पॉलिसी में इन 5 चीजों की जांच करना ना भूलें।
रीट का मॉडल म्यूचुअल फंड की तरह है। जिस तरह म्यूचुअल फंड में निवेशकों का पैसा जुटाकर फंड मैनेजर अच्छी कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है, ठीक उसी तरह रीट में निवेशकों का पैसा रियल एस्टेट कंपनियों में निवेश किया जाता है।
कोरोना महामारी के बाद घरों की मांग तेज बनी हुई है। ये कारण कीमत में इजाफा कराएंगे। ऐसे में अब बिना देरी किए घर या दुकान का सौदा करना सबसे सही फैसला होगा।
दिल्ली-एनसीआर में कीमतों में पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 4,700-4,900 रुपये हो गई।
प्रॉपर्टी अच्छी लोकेशन, सही हालात में होने के बावजूद नहीं बिक पाती है। इसकी वजह होती है कि मार्केट के अनुसार उस प्रॉपर्टी की कीमत तय नहीं होना।
आमतौर पर जब हम मकान खरीदते हैं तो पूछते हैं कि मकान कितना बड़ा है। मकान के आकार के लिए आपको कारपेट एरिया, बिल्ट-अप एरिया और सुपर बिल्ट-अप एरिया जैसे शब्दों से रूबरू होना पड़ता है।
त्योहारी सीजन अब पूरे जोरों पर है। इसके साथ ही रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी देखने को मिल रही है। प्रॉपर्टी के दामों में बढ़ोतरी के बावजूद घरों की मांग पर असर नहीं हुआ है।
बिल्डर हमेशा खरीददार को फ्लैट का बेस रेट बताता है। जबकि, बिल्डर कई और एक्स्ट्रा चार्ज भी वसूल करता है।
Property Buying: ज्यादातर शहरों में अनसोल्ड इनवेंटरी की संख्या घटी है। बेंगलुरु में अनसोल्ड इनवेंटरी में वर्ष-दर-वर्ष सबसे ज्यादा 21% की कमी आई है।
Property Buying: खरीददारों के बीच आम धारणा होती है कि एक समान सुपर एरिया के फ्लैट्स का कारपेट एरिया भी एकसमान होता है, लेकिन हकीकत में ऐसा होता नहीं है।
Property Broker कई मामलों में तो ब्रोकर सही राह दिखाने के बजाय खरीदारों को गुमराह करने का काम करते हैं।
Property Bazaar: गुरुग्राम और हैदराबाद में आवास कीमतें 12 प्रतिशत बढ़कर क्रमश: 11,517 रुपये प्रति वर्ग फुट और 6,472 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गईं।
Property Tax: तय समय पर भुगतान नहीं करने पर मोटी पेनल्टी भी चुकानी पड़ती है। साफ है कि पेनल्टी से बचने के लिए सही समय पर प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान करना जरूरी होता है।
House Rate in Delhi: चालू वर्ष की पहली जनवरी-जून की छमाही के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घरों की बिक्री सालाना आधार पर ढाई गुना हो गई है। इस दौरान घर की कीमतों में करीब 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
एनरॉक के आंकड़ों के अनुसार 31 मई 2020 तक इन सात शहरों में 4,48,129 करोड़ रुपये की 4,79,940 इकाइयां ठप थीं या अत्यधिक देरी से चल रही थीं।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी का मामला अभी ताजा है। यहां एक छह मंजिला निर्माणाधीन मकान दूसरे बिल्डिंग पर गिर पड़ा।जरा सोचिए, अगर आपका मकान भी शाहबेरी के इस प्रोजेक्ट में होता तो?
केंद्र सरकार ने रियल एस्टेट एक्ट के नियम जारी कर दिए है। नियम नोटिफाई होने के बाद अब बिल्डरों की मनमानी और धोखाधड़ी पर लगाम लगेगी और समय पर मिलेंगे मकान।
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