नोटबंदी की वजह से लेदर उद्योग पर सख्त मार पड़ रही है। लेदर की चीजों के उत्पादन में 60% की गिरावट आने की वजह से करीब 75 फीसदी कामगार बेरोजगार हो गए हैं।
नोटबंदी के चलते नवंबर माह में पीएमआई की वृद्धि रफ्तार धीमी पड़ी। नकदी की कमी के चलते घरेलू खपत कमजोर पड़ने से वस्तुओं के उत्पादन, नए ऑर्डर पर असर पड़ा है।
हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को Cairn India के साथ राजस्थान तेल परियोजना के बारे में PSC की अवधि बढ़ाने के विषय में दो महीने के भीतर निर्णय करने को कहा है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ रेट अक्टूबर में पिछले 22 माह के उच्च स्तर पर पहुंच गई। इस दौरान नए ऑर्डर, खरीद और उत्पादन में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई।
देश में चालू 2016-17 के खरीफ मौसम में अनाज उत्पादन नौ फीसदी बढ़कर 13.503 करोड़ टन के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़