ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर एडिलेड के मैदान में पिंक बॉल से दो बार लगातार बोल्ड होने के बाद शॉ ने बताया कि उस समय उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर लिया था और रोने लगे थे।
पृथ्वी शॉ (165) के शानदार शतक से मुंबई ने पालम ए स्टेडियम में खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी के सेमीफाइनल-2 मुकाबले में कर्नाटक को 72 रनों से हराकर फाइनल में जगह बना ली।
पृथ्वी ने विजय हजारे ट्रॉफी में एक बड़े रिकॉर्ड को भी अपने नाम कर लिया। पृथ्वी इस टूर्नामेंट के एक सीजन में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं।
लिस्ट ए क्रिकेट में लगातार चार शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बने पड्डिकल 673 रन के साथ टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर हैं लेकिन मुंबई के पृथ्वी भी 589 रन बनाकर उनसे अधिक पीछे नहीं हैं।
महेंद्र सिंह धोनी ने 2005 में श्रीलंका के खिलाफ रनों का पीछा करते हुए 183 रन की नाबाद पारी खेली थी, वहीं विराट कोहली ने 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ चेज करते हुए इतने ही रन बनाए थे।
मुंबई के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक जड़ इतिहास रच दिया है।
सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (105) के शतक और सूर्यकुमार यादव (50) के अर्धशतक की बदौलत मुंबई ने दिल्ली को विजय हजारे ट्रॉफी में सात विकेट से हरा दिया।
अय्यर के अलावा पृथ्वी शॉ इस टीम के उपकप्तान होंगे। अय्यर कंधे की चोट के कारण सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी में नहीं खेल पाए थे।
भारतीय टीम की अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में रिकॉर्ड चौथी जीत थी। साल 2018 में टीम इंडिया पृथ्वी शॉ की अगुलाई में मैदान पर उतरी थी।
शॉ के बारे में बताते हुए टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर प्रवीण आमरे का मानना है कि उन्हें काफी मदद की जरूरत है।
पृथ्वी की जगह टीम में ओपनर बल्लेबाज शुभमन गिल को शामिल किया गया है और उन्होंने तीनों ही मुकाबलों में ठोस शुरुआत कर खुद को साबित किया।
अगर भारतीय चोटिल खिलाड़ियों की बात करें तो कुल 9 खिलाड़ी ऐसे हैं जो चोट से जूझ रहे हैं। इनमें आर अश्विन, हनुमा विहारी, लोकेश राहुल, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, मयंक अग्रवाल, हनुमा विहारी से लेकर ऋषभ पंत का नाम शामिल है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ब्रैड हॉग ने सुझाव दिया कि भारत को अपने प्रतिभाशाली युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को मध्यक्रम में आजमाना चाहिए जो पारी का आगाज करने में असफल हो रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी माइकल हसी ने ना सिर्फ पृथ्वी का समर्थन किया है बल्कि अगले टेस्ट मैच के लिए उन्हें ख़ास खिलाड़ी भी बताया है।
शॉ ने गुलाबी गेंद से खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच की पहली पारी में खाता भी नहीं खोल पाए। उन्होंने दूसरी पारी में सिर्फ चार रन बनाए। पहली पारी में उन्हें मिशेल स्टार्क ने आउट किया और दूसरी पारी में पैट कमिंस ने।
भारत की करारी हार पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ख़िलाड़ी एडम गिलक्रिस्ट ने बताया कि मैच में किस पल भारत बैकफुट पर चला गया और कौन इसका जिम्मेदार रहा।
दोनों ही विकेट के दौरान पृथ्वी शॉ के बैट और पैट में काफी गैप था, जिस वजह से अब उनकी डिफेंस की टेकनीक पर सवाल उठने लगे हैं।
पहले टेस्ट में इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर भारतीय फैन्स ने शॉ की जमकर आलोचना की। कुछ फैन्स ने तो यह तक कह दिया कि बुमराह कि डिफेंस करने की टेकनीक शॉ से बेहतर है।
भारत के लिये मयंक अग्रवाल के साथ युवा पृथ्वी शॉ पहली बार ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर ओपनिंग करने उतरे और फ्लॉप रहे।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तानों का मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर शॉ को थोड़ा संभलकर खेलने की जररूत है।
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