दिल्ली कैपिटल्स ने युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (82) की तूफानी पारी के चलते 155 रनों के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया और केकेआर को 7 विकेट से हराया।
पृथ्वी शॉ ने एक ओवर में 6 लगातार चौके जड़कर इतिहास रच दिया है। अब वो आईपीएल इतिहास में एक ओवर में 6 लगातार चौके जड़ने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं।
रविवार रात दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदरारबाद के बीच आईपीएल 2021 का पहला सुपर ओवर खेला गया। इस सुपर ओवर को दिल्ली कैपिटल्स ने जीतकर हैदराबाद को हार का स्वाद चखाया।
शॉ ने कहा,‘‘मैंने अपने शुरूआती मूवमेंट पर काम किया, मैंने इसे और स्थिर बनाया और गेंदबाज के गेंदबाजी करने से पहले ही तैयार रहने पर काम किया।’’
जयदेव उनादकट ने माना कि जब वो क्रिस मॉरिस के साथ अंतिम पलों में बल्लेबाजी कर रहे थे। तो उनका यही प्लान था कि चीजों को साधारण रखना है और शांत रहना है।
पृथ्वी शॉ ने दिल्ली की तरफ से आईपीएल 2021 के पहले मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाजी की थी और धवन के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 138 रन जोड़े थे।
ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने अपनी तकनीक में थोड़ा सा बदलाव करने के साथ गलतियों को सुधारने पर काम किया है।
ऋषभ पंत की अगुआई में पहली बार मैदान पर उतरी दिल्ली कैपिटल्स ने सीएसके के खिलाफ इस मैच में शुरुआत से ही अपना दबदबा बनाकर रखा और टीम के ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन और पृथ्वी शॉ ने चेन्नई के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की।
दिल्ली कैपिटल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग के अपने पहले मैच में शनिवार को चेन्नई सुपर किंग्स को 7 विकेट से हरा दिया। दिल्ली कैपिटल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग के अपने पहले मैच में शनिवार को चेन्नई सुपर किंग्स को 7 विकेट से हरा दिया।
शॉ आईपीएल के पिछले सीजन में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके थे। इसके बाद वह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी फ्लॉप साबित हुए थे।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान पोंटिंग दिल्ली कैपिटल्स में पिछले दो सत्र से 21 साल के पृथ्वी के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने याद किया कि पिछले सत्र में दो अर्धशतक जड़ने के बाद पृथ्वी जब खराब दौर से गुजरा तो उसने नेट्स पर बल्लेबाजी करने से ही इनकार कर दिया।
21 साल के शॉ ने हाल में विजय हजारे ट्रॉफी में रिकॉर्ड 827 रन बनाए थे, जिसमें उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर मुंबई को चौथी बार विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब जिताया था।
भारत की अंडर-19 टीम के पूर्व कप्तान पृथ्वी एडीलेड टेस्ट में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अगले तीन टेस्ट के लिये बेंच पर बैठे रहे जिसके बाद इंग्लैंड सीरीज के लिये उन्हें राष्ट्रीय टीम से बाहर कर दिया गया।
मुंबई के कप्तान पृथ्वी शॉ रविवार को विजय हजारे ट्रॉफी के एक सीजन में 800 रन का आंकड़ा पार करने वाले पहले क्रिकेटर बन गए।
मौजूदा टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर पृथ्वी को उत्तर प्रदेश की पारी के 24वें ओवर में पहली स्लिप में क्षेत्ररक्षण के दौरान चोट लगी।
मुम्बई ने इससे पहले इस टूर्नामेंट को अब तक तीन बार जबकि उत्तर प्रदेश ने केवल एक ही बार जीते है। कागजों पर मुम्बई को खिताब की प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर एडिलेड के मैदान में पिंक बॉल से दो बार लगातार बोल्ड होने के बाद शॉ ने बताया कि उस समय उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर लिया था और रोने लगे थे।
पृथ्वी शॉ (165) के शानदार शतक से मुंबई ने पालम ए स्टेडियम में खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी के सेमीफाइनल-2 मुकाबले में कर्नाटक को 72 रनों से हराकर फाइनल में जगह बना ली।
पृथ्वी ने विजय हजारे ट्रॉफी में एक बड़े रिकॉर्ड को भी अपने नाम कर लिया। पृथ्वी इस टूर्नामेंट के एक सीजन में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं।
लिस्ट ए क्रिकेट में लगातार चार शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बने पड्डिकल 673 रन के साथ टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर हैं लेकिन मुंबई के पृथ्वी भी 589 रन बनाकर उनसे अधिक पीछे नहीं हैं।
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