Congress Protest Against Price Rise: महंगाई और बेरोजगारी के नाम पर आज कांग्रेस ने दिनभर हंगामा किया. राहुल प्रियंका दिल्ली में सड़कों पर उतरे तो दूसरे राज्यों में कांग्रेस के स्थानीय नेता मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी और जुलूस निकालते में व्यस्त रहे. क्या राहुल का तानाशाही वाला आरोप सेलेक्टिव है?
Congress Protest Sansad Bhawan: महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने आसमान सिर पर उठा लिया. सोनिया-राहुल -प्रियंका समेत कांग्रेस के कई बड़े नेता और कार्यकर्ता आज सुबह सुबह काले कपड़ों में जुटे. इसके विरोध के तौर पर कांग्रेस नेता काले कपड़े पहनकर संसद भवन पहुंचे.
Price Hike Of Commodities: महंगाई है या नहीं ये पता लगाने के लिए क्या किसी रिसर्च की जरूरत है. क्या इसके लिए कोई सर्वे कराना पड़ता हैमहंगाई है तो पता चल जाएगी, नहीं है तो पता चल जाएगी.घर के बाहर खड़ा सब्जी का ठेला बता देगा या नुक्कड़ के जनरल स्टोर से पता चल जाएगा.
कीमतों में वृद्धि दिल्ली के करीब 97,000 ऑटो चालकों को राहत जरूर दे सकता है, लेकिन इसकी सबसे बुरी मार इसकी सवारी करने वाले निम्न और मध्यम वर्ग पर पड़ेगी।
कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक धातुओं के दाम करीब दोगुना तक बढ़ चुके हैं, जिससे बिक्री के मुकाबले लागत 80 प्रतिशत के पार पहुंच गयी है जो कि काफी ऊंचा स्तर है।
देश में कुछ जगह टमाटर की खुदरा कीमतें तीन गुना से ज्यादा बढ़ गयी हैं। वहीं प्याज की कीमत भी दोगुना हो गई हैं। जानकारों की माने तों बारिश से फसलों पर असर पड़ा है जिससे कीमतें बढ़ी हैं
घरेलू उत्पादित प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़कर 2.90 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट पर पहुंच गयी हैं। दरें पहली अक्टूबर 2021 से लेकर 31 मार्च 2022 तक लागू रहेंगी।
स्टील और कीमती धातुओं की कीमत में निरंतर वृद्धि होने से कंपनी के लिए इस बढ़ी हुई लागत का कुछ भार ग्राहकों पर डालने के लिए उत्पादों के मूल्य में वृद्धि करना आवश्यक हो गया है।
जानें, अटल बिहारी वाजपेयी, डॉक्टर मनमोहन सिंह, और अब तक नरेंद्र मोदी के शासन में क्या रहा है महंगाई का हाल।
सीएनजी की कीमत करीब 90 पैसे प्रति किलो और पीएनजी की कीमतों में 1.25 रुपये प्रति एससीएम की बढ़ोतरी की है। नई दरें आज सुबह 6 बजे से लागू हो गयी हैं।
बुधवार को जब पूरा देश ईदउल अजाह का जश्न मना रहा है, तभी मार्केट लीडर एटलस होंडा लिमिटेड ने अपने विभिन्न मॉडल के दाम बढ़ाने की घोषणा कर जश्न में भंग डालने का काम किया है।
इस साल अप्रैल में कंपनी ने अपने अधिकांश मॉडल्स की कीमत में 22,500 रुपये तक की बढ़ोतरी की थी। उस समय स्विफ्ट और सेलेरियो की कीमत में बदलाव नहीं किया गया था।
टाटा मोटर्स ने बयान में कहा कि कंपनी का इरादा जल्द अपनी कारों की श्रृंखला और एसयूवी की कीमतों में उचित वृद्धि का है।
प्रमुख घरेलू स्टीलनिर्माताओं ने हॉट रोल्ड कॉइल (एचआरसी) और कोल्ड रोल्ड कॉइल (सीआरसी) की कीमत में क्रमश: 4000 रुपये 4900 रुपये प्रति टन की बढ़ोतरी की है।
नई कीमत अमूल के सभी मिल्क ब्रांड जैसे गोल्ड, ताजा, शक्ति, टी-स्पेशल के साथ ही साथ गाय और भैंस के दूध पर लागू होगी।
एमएसएमई संगठन के मुताबिक बढ़ती कीमतों की वजह से कई छोटे उद्योग बंदी की कगार पर पहुंच गये हैं, इसलिये सरकार को उनकी राहत के जल्द कदम उठाना बेहद जरूरी है।
कच्चे माल की कीमतों में बढ़त की वजह से ऑटो सेक्टर की लागत बढ़ गयी है। कंपनी के मुताबिक इसी वजह से बाइक और स्कूटर की कीमतों में बढ़त करनी पड़ रही है।
इस साल 18 जनवरी को मारुति सुजुकी ने इनपुट कॉस्ट बढ़ने से अपने कुछ चुनिंदा मॉडल्स की कीमत 34,000 रुपये तक बढ़ाने की घोषणा की थी।
टाटा मोटर्स ने अपने एक बयान में कहा कि 8 मई से कंपनी अपने यात्री वाहनों की कीमत में औसतन 1.8 प्रतिशत की मूल्यवृद्धि करेगी, जो मॉडल और वेरिएंट पर आधारित होगी।
कंपनी ने कहा कि हाल में पेश की गई उसकी कॉम्पैक्ट लक्जरी सेडान कार एस60 की कीमत में बदलाव नहीं किया गया है और वह अब भी 45.9 लाख रुपये में मिलेगी।
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