प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, शीर्ष केन्द्रीय मंत्री और विभिन्न दलों के पहली दो पंक्तियों में बैठे सांसदों ने सामाजिक दूरी के नियम का पालन किया, लेकिन उनके पीछे की पंक्तियों में बैठे कई सदस्यों ने ऐसा नहीं किया।
भारत के 73वें गणतंत्र दिवस के मौके पर तरह-तरह की शोभा यात्राएं निकाली गईं। इस शोभा यात्रा में कई झांकियां, नृत्य और तरह-तरह के करतब दिखाए गए।
राजपथ आयोजित समारोह के दौरान भारतीय वायुसेना की ताकत पूरी दुनिया ने देखी। राफेल, सुखोई, जगुआर, एमआई-17, सारंग, अपाचे और डकोटा जैसे विमान फ्लाई-पास्ट में राहत, मेघना, एकलव्य, त्रिशूल, तिरंगा, विजय और अमृत सहित विभिन्न संयोजन (फॉर्मेशन) का प्रदर्शन किया।
पूरा देश आज 73 वां गणतंत्र दिवस धूमधाम के साथ मना रहा है। मुख्य समारोह राजधानी दिल्ली के राजपथ पर आयोजित हुआ। इस दौरान देश की आन-बान-शान की झांकी प्रदर्शित की गई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तिरंगा फहराने के बाद रस्मी परेड की सलामी ली। गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान देश की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधताओं की खास झलक देखने को मिली। इस दौरान भारतीय वायुसेना के 75 विमानों का भव्य फ्लाई-पास्ट देखने को मिला। पहली बार भारतीय वायुसेना ने फ्लाई-पास्ट के दौरान कॉकपिट का वीडियो दिखाने के लिए दूरदर्शन के साथ समन्वय किया।
आज पूरा देश गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर राष्ट्रपति कोविंद ने शहीद ASI बाबू राम को अशोक चक्र से सम्मानित किया।
पूरा देश आज 73 वां गणतंत्र दिवस धूमधाम के साथ मना रहा है। मुख्य समारोह राजधानी दिल्ली के राजपथ पर हुआ जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तिरंगा फहराया और पूरे देश में राष्ट्र गान गुंजायमान हो उठा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाक़ात की। और उसके बाद एक ट्वीट किया कि आज राष्ट्रपति जी ने मुझे बुलाया था। उनकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। मोदी ने लिखा है कि राष्ट्रपति की शुभकामना हमेशा उनके लिए ताकत का सोर्स रही है। राष्ट्रपति ने भी PM की सुरक्षा में चूक पर चिंता जताई और पीएम मोदी से पूरे मामले की जानकारी ली। पीएम मोदी ने बेशक ये बातें अपनी और राष्ट्रपति की मुलाकात पर लिखी हो। लेकिन अब सियासी गलियारे में चर्चा हो रही है कि क्या पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाया जाएगा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और बुधवार को पंजाब दौरे के दौरान पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक की घटना पर चिंता व्यक्त की।
राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने पर नीरज चोपड़ा को बधाई दी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर कहा नीरज चोपड़ा की अभूतपूर्व जीत है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को कहा कि दुनिया कोविड-19 के कहर से जूझ रही है और उसे पहले के मुकाबले कहीं अधिक करुणा, दया और निस्वार्थ भाव की जरूरत है।
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि पिछले दिनों हुआ तिरंगे और गणतंत्र दिवस जैसे पवित्र दिन का अपमान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जो संविधान हमें अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार देता है, वही संविधान हमें सिखाता है कि कानून और नियम का भी उतनी ही गंभीरता से पालन करना चाहिए।
सरकार ने बीते 6 वर्षों में बीज से लेकर बाज़ार तक हर व्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन का प्रयास किया है, ताकि भारतीय कृषि आधुनिक भी बने और कृषि का विस्तार भी हो। मेरी सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशों को लागू करते हुए लागत से डेढ़ गुना MSP देने का फैसला भी किया था। मेरी सरकार आज न सिर्फ MSP पर रिकॉर्ड मात्रा में खरीद कर रही है बल्कि खरीद केंद्रों की संख्या को भी बढ़ा रही है। 2013-14 में जहां 42 लाख हेक्टेयर जमीन में ही माइक्रो-इरिगेशन की सुविधा थी, वहीं आज 56 लाख हेक्टेयर से ज्यादा अतिरिक्त जमीन को माइक्रो-इरिगेशन से जोड़ा जा चुका है। आज देश में खाद्यान्न उपलब्धता रिकॉर्ड स्तर पर है। वर्ष 2008-09 में जहां देश में 234 मिलियन टन खाद्यान्न की पैदावार हुई थी वहीं साल 2019-20 में देश की पैदावार बढ़कर 296 मिलियन टन तक पहुंच गयी है। इसी अवधि में सब्जी और फलों का उत्पादन भी 215 मिलियन टन से बढ़कर अब 320 मिलियन टन तक पहुंच गया है। मैं इसके लिए देश के किसानों का अभिनंदन करता हूँ।
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि पिछले दिनों हुआ तिरंगे और गणतंत्र दिवस जैसे पवित्र दिन का अपमान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जो संविधान हमें अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार देता है, वही संविधान हमें सिखाता है कि कानून और नियम का भी उतनी ही गंभीरता से पालन करना चाहिए।
बजट सत्र की शुरुआत से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस दशक का आज यह पहला सत्र प्रारंभ हो रहा है, भारत के उज्वल भविष्य के लिए यह दशक महत्वपूर्ण है और इसके लिए प्रारंभ से ही आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे उन सपनों को उन संकल्पों को तेज गति से सिद्ध करने का यह स्वर्णिम अवसर देश के पास आया है, इस दशक का भरपूर उपयोग हो, इसके लिए इस सत्र में इस पूरे दशक को ध्यान में रखते हुए चर्चाएं हो, सभी प्रकार के विचारों की प्रस्तुती हो और उत्तम मंथन से उत्तम अमृत प्राप्त हो यह देश की अपेक्षाएं हैं।
राष्ट्रपति के भाषण के लिए कोई निर्धारित प्रारूप नहीं है। संविधान कहता है कि राष्ट्रपति "संसद को सम्मन के कारण के बारे में सूचित करेगा"। राष्ट्रपति द्वारा पढ़ा जाने वाला भाषण सरकार का दृष्टिकोण है और उसके द्वारा लिखा जाता है। आमतौर पर, दिसंबर में प्रधान मंत्री कार्यालय विभिन्न मंत्रालयों को भाषण के लिए अपने इनपुट में भेजना शुरू करने के लिए कहता है।
कृषि विधेयकों के विरोध में मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देनेवाली शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर का इस्तीफा प्रधानमंत्री की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया है। हरसिमरत कौर ने कल संसद से पास कृषि विधेयकों का विरोध करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वे मोदी कैबिनेट में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री थीं।
केंद्र सरकार ने हाल ही में देश की नई शिक्षा नीति की घोषणा कर दी है। इसमें स्कूली शिक्षाा के क्षेत्र में बड़े बदलाव किए गए हैं। सोमवार को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 केंद्रित विषय पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन होने जा रहा है। इस सम्मेलन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होने वाले हैं। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी संबोधन भी देंगे।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में 'एट होम' रिसेप्शन आयोजित किया। इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा सहित 90 लोगों ने शिरकत की।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस समारोह में धूमधाम नहीं होगी क्योंकि घातक वायरस ने सभी गतिविधियों को बाधित किया है। महामारी के कारण सामने आई चुनौतियों का सरकार की ओर से प्रभावी ढंग से जवाब देने का अलौकिक प्रयास किया गया।
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