श्रीलंका में मार्क्सवादी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके ने श्रीलंका के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद नई पीएम के तौर पर हरिनी अमरसूर्या ने शपथ ग्रहण किया है। आर्थिक संकट से जूझ रहे इस द्वीप राष्ट्र को आईएमएफ से मदद मिलने के बाद 2022 और 2023 के बीच भारत ने भी चार अरब डॉलर की सहायता की है।
दिसानायके ने 2019 के राष्ट्रपति चुनाव में महज 3 फीसदी वोट ही हासिल किए थे। नॉर्थ सेंट्रल प्रांत में ग्रामीण थम्बट्टेगामा के रहने वाले दिसानायके ने केलानिया विश्वविद्यालय से विज्ञान विषय में स्नातक हैं। वह 1987 में भारत विरोधी विद्रोह के चरम के दौरान जेवीपी में शामिल हुए थे। 2000 के संसदीय चुनाव में सांसद बने।
श्रीलंका में हो रहे राष्ट्रपति चुनावों को रानिल विक्रमसिंघे के 2 साल के कार्यकाल के जनमत संग्रह के रूप में देखा जा रहा है और उनका मुकाबला अनुरा कुमारा दिसानायके और साजिथ प्रेमदासा से है।
इब्राहिम रईसी की मौत के बाद 28 जून को ईरान में नए राष्ट्रपति के लिए चुनाव होने हैं। चुनाव को लेकर ईरान में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसी क्रम में पांच दिवसीय पंजीकरण अभियान की शुरूआत हो गई है।
रूस में अगले वर्ष होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में पुतिन को चुनौती देना चाह रही पूर्व सांसद येकातेरिना डंटसोवा की उम्मीदों को सबसे बड़ा झटका लगा है। रूस के केंद्रीय चुनाव आयोग ने उनके नामांकन को रद्द कर दिया है। चुनाव आयोग के अनुसार येकातेरिना डंटसोवा के नामांकन में 100 गलतियां पकड़ी गई हैं।
अमेरिका में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव है। इससे पहले ट्रंप ने बाइडेन के 81वें जन्मदिन पर अपनी हेल्थ रिपोर्ट जारी की। इसमें उन्होंने अपने को फिट बताया। इस तरह उन्होंने चुनाव में परोक्ष रूप से उम्र को मुद्दा बनाने का पासा फेंका है।
Brazil Elections: राष्ट्रपति पद के लिए 99.6 प्रतिशत मतदान हुआ है, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा को 48.3 प्रतिशत और राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो को 43.3 प्रतिशत वोट मिले। नौ अन्य उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में थे, लेकिन उनमें से किसी को भी जनता का कोई खास समर्थन नहीं मिल पाया है।
Brazil Emperor's Heart: ब्राजील 7 सितंबर को अपनी आजादी के 200 साल पूरे कर रहा है। सम्राट का दिल केवल स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के लिए लाया गया है, इसके बाद इसे दोबारा पुर्तगाल भेज दिया जाएगा। पुर्तगाल की तरफ से ब्राजील को दिल लाने की मंजूरी मिली थी।
Yashwant Sinha: इससे पहले यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ममता बनर्जी की पार्टी TMC के सदस्य थे। लेकिन राष्ट्रपति चुनाव (President Election) लड़ने से पहले उन्होंने तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।
President Election: द्रौपदी मुर्मू की जीत पक्की है, बस औपचारिक ऐलान और UPA के कैंडिडेट से जीत के अंतर का इंतजार है। द्रौपदी मुर्मू को प्रत्याशी बनाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विरोधियों को बड़े धर्मसंकट में डाल दिया था।
The New President of India: राष्ट्रपति चुनाव में 100 से ज्यादा विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को उम्मीद से ज्यादा वोट मिले है। असम और झारखंड में जबरदस्त क्रॉस वोटिंग हुई।
Sri Lanka New President Ranil Wickremesinghe: श्रीलंका की संसद ने 44 वर्षों में पहली बार बुधवार को त्रिकोणीय मुकाबले में सीधे तौर पर राष्ट्रपति का चुनाव किया है। जिसमें संसद ने रानिल विक्रमसिंघे को देश का नया राष्ट्रपति निर्वाचित किया है।
श्रीलंका के कार्यकारी प्रधानमंत्री के तौर पर काम कर रहे प्रधानमंत्री रानिल विक्रमासिंघे भी 20 जुलाई को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में शामिल हैं। इसके लिए सीक्रेट बैलेट में संसद के 225 सदस्य वोट देने के हकदार हैं।
Presidential Election Polls Update: आज राष्ट्रपति के इलेक्शन की वोटिंग के बाद ये कन्फर्म हो गया कि द्रौपदी मुर्मू की जीत भारी बहुमत से होगी और इसका सिर्फ ऐलान होना बाकी है. लेकिन राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर बडी खबर ये है कि द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में जबरदस्त क्रॉस वोटिंग हुई है.
President Election 2022: मतदान के बीच कई राज्यों से क्रॉस वोटिंग की खबर आ रही है। ख़बरों के अनुसार कई राज्यों में विपक्षी दलों के विधायकों ने NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट किया है।
President Election 2022: उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव सुभासपा और सपा ने एक साथ मिलकर लड़ा था। सुभासपा ने 18 सीटों पर चुनाव लड़ा था और छह पर जीत हासिल की थी।
President Election: कल मातोश्री में शिवसेना की एक बैठक हुई थी, इसमें कई सांसदों ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन की बात कही। सूत्रों के अनुसार शिवसेना के करीबन 16 सांसदों ने कहा है कि द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दे। लेकिन संजय राउत की राय इनसे जुदा थी।
President House: सूत्रों के मुताबिक बंगले की साफ सफाई के साथ ही पेंटिंग का काम भी कुछ हिस्सों में चल रहा है। 15 जुलाई तक काम पूरा कर लिए जाने का टारगेट है। राष्ट्रपति यहां अपनी पत्नी के साथ 25 जुलाई को शिफ्ट हो जाएंगे। हालांकि कहा जा रहा है कि वे यहां शिफ्ट होने के बाद कुछ दिनों के लिए कंपुर देहात में स्थित अपने गांव परखवां जाएंगे।
सुखबीर बादल ने कहा, अपने राजनीतिक मतभेदों को अलग रखते हुए, हमने सही रास्ता चुनने का फैसला किया है।
President Election: यशवंत सिन्हा ने 1984 में प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दे दिया और जनता पार्टी के सदस्य के रूप में राजनीति में आ गए। 1986 में उनको पार्टी का महासचिव नियुक्त किया गया और 1988 में वे राज्यसभा पहुंचे।
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