योगी के विरोधी नेताओं को एक मौका मिल गया। छह साल से इसी मौके का इंतजार विरोधी कर रहे थे। उत्तर प्रदेश में लोकल चुनाव होने वाले हैं। उस प्रयागराज में भी चुनाव होने वाला है जहां अतीक और अशरफ का मर्डर हुआ है। इस लोकल चुनाव को लोकसभा चुनाव का ट्रेलर बताया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश की पुलिस अतीक अहमद के सबसे खास गुर्गे गुड्डू मुस्लिम को ढूंढ रही है। सूत्र बता रहे हैं कि कल तक गुड्डू मुस्लिम के बारे में बड़ी खबर मिल सकती है। मरने से पहले अतीक का भाई अशरफ एक लाइन कहता है..मेन बात है कि गुड्डू मुस्लिम..और इतना कहता है कि सामने से उसे गोली मार दी जाती है।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। ये खुलासा अतीक और उसके भाई पर गोलियां बरसाने वाले तीनों हमलावरों ने पूछताछ में किया है।
Former IPS Rajesh Panday On Atique Ahmed: पूर्व IG राजेश पांडेय ने कहा कि प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद प्रदेश सरकार और पुलिस ने उसपर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। इस मामले में पुलिस जैसी कार्रवाई कर रही थी, उसी तय था कि दोनों भाइयों का मिट्टी में मिलना तय है।
आज नैनी जेल में अतीक अहमद का बेटा अली पिता की मौत पर आंसू बहा रहा था. सलाखों पर बार बार सिर टकरा रहा था. उसी वक्त अतीक की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों को नैनी जेल से प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया. जबकी नैनी जेल में अली के साथ-साथ अतीक गैंग के 10 से 15 गुर्गे भी बंद है. देखिए इस रिपोर्ट में.
अतीक अहमद और अशरफ अहमद का चैप्टर क्लोज हो चुका है। 44 साल से चला आ रहा खौफ का आतंक खत्म हो गया है। अतीक के जुल्म और कहर से कराहने वाले चैन की सांस ले रहे हैं। लेकिन अतीक की हत्या पर सियासत का चैप्टर जिस तरह से पुलिस सुरक्षा में अतीक की हत्य हुई उससे कानून व्यवस्था पर सवाल तो बनता है
CJM कोर्ट ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को 17 अप्रैल तक रिमांड में दिया था लेकिन उससे पहले ही दोनों की हत्या हो गई इसलिए पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी और एफआईआर कोर्ट को सौंपी है।
शनिवार रात अतीक अहमद और अशरफ को प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा था। इसी दौरान अतीक और अशरफ मीडिया से बात कर रहे थे। तभी नकली मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे हमलावरों ने अतीक के सिर के पास गन सटाकर गोली मार दी।
पूर्व IG राजेश पांडेय ने कहा कि प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद प्रदेश सरकार और पुलिस ने उसपर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। इस मामले में पुलिस जैसी कार्रवाई कर रही थी, उसी तय था कि दोनों भाइयों का मिट्टी में मिलना तय है।
प्रयागराज से पहले माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को बसपा ने अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन उमेश पाल हत्याकांड में नाम आने के बाद बसपा ने शाइस्ता का टिकट काट दिया था।
अतीक अहमद का बेटा अली इन हमलावरों का विरोध कर रहा था और मारने की धमकी दे रहा था। हमलावरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें प्रतापगढ़ जेल शिफ्ट किया गया है। खबर ये भी है कि अली रो रहा है और चिल्ला रहा है।
बाबा बागेशर ने ट्वीट के जरिए अपने भक्तों को संदेश दिया कि प्रदेश में धारा 144 लागू होने के चलते उत्तर प्रदेश में वर्तमान में जो स्थिति निर्मित हुई है। प्रत्येक व्यासपीठ को और आचार्यो का भी कर्तव्य है की समूचे विश्व कल्याण के हित के लिए सोचना और विचार करना चाहिए।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या को लेकर बड़ी बात सामने आई है। शूटरों ने अतीक को आठ गोलियां दागी थीं, तो वहीं अशरफ को 5 गोलियां मारी गईं थीं।
Fatafat 50: देखिए देश-विदेश की 50 बड़ी खबरें | CM Yog | Atique Ahmed| Guddu Muslim | April 17, 2023प्रयागराज में अतीक और अशरफ के मर्डर के बाद पुलिस-प्रशासन अलर्ट है...चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है...इंटरनेट सेवा बंद है
प्रयागराज के माफिया ब्रदर्स अतीक और अशरफ को मौत के घाट उतारने वाले तीनों शूटर्स पर नए-नए और चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं.. तीनों शूटर्स 12 तारीख से ही प्रयागराज में रुके थे
15 अप्रैल की रात अतीक और अशरफ की ऑन कैमरा गोली मारकर हत्या कर दी गई। अतीक और अशरफ पुलिस कस्टडी में थे। दोनों को मेडिकल के लिए लाया गया था। पुलिस का सुरक्षा घेरा था। बावजूद इसके तीन शूटर्स आए.. और पॉइंट-ब्लैंक रेंज से गोली मारकर दोनों की हत्या कर दी
अतीक-अशरफ के मर्डर पर पॉलिटिक्स के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ एक्शन में हैं...लखनऊ में योगी के घर इस समय हाईलेवल मीटिंग चल रही है...यूपी के डीजीपी सीएम हाउस पहुंचे है.
Nitish Kumar On Atique, Ashraf: अतीक और अशरफ के मर्डर को लेकर जमकर पॉलिटिक्स हो रही है। तेजस्वी यादव(Tejashwi Yadav) के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार(Nitish Kumar) ने भी योगी सरकार(Yogi Government) पर निशाना साधा है।
माफिया अतीक और अशरफ के मर्डर का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट...रिटायर्ड जज की निगरानी में जांच की मांग...यूपी सरकार कर चुकी है न्यायिक आयोग का गठन
वकील विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की है..जिसमें अतीक और अशरफ की हत्या मामले की जांच...सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में कराने की मांग की गई है..याचिका में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में एक्सपर्ट कमेटी से कराने की मांग की गई है
संपादक की पसंद