देश भर में आज प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जा रहा है। ऐसे में आज हम यह बताएंगे कि आज यानी 9 जनवरी के दिन ही प्रवासी भारतीय दिवस क्यों मनाया जाता है। साथ ही इसे मनाए जाने के पीछे का इतिहास क्या है और हमारे लिए ये क्यों जरूरी है। देखें पूरी रिपोर्ट...
प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर इंदौर में चल रहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदौर प्रवास पर आए। इस दौराना उन्होंने इंदौरी शहर और यहां के जायके की तारीफ के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की। साथ ही बाद में उन्होंने करीब 140 प्रवासी भारतीयों के साथ इंदौरी और मालवी व्यंजनों का स्वाद भी चखा।
17वां प्रवासी भारतीय सम्मलेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी और गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने सोमवार को प्रवासी भारतीय दिवस पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया।
मालवा की धरती पर प्रवासी भारतीयों के बीच देश की तरक्की पर मंथन का आज दूसरा दिन है। इंदौर में तीन दिनों तक चलने वाले प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का रविवार को आगाज हुआ था और इस खास दिन को सेलिब्रेट करने के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इंदौर पहुंचेंगे।
17वें प्रवासी भारतीय दिवस की थीम “प्रवासी: अमृत काल में भारत की प्रगति में विश्वसनीय भागीदार” है और दुनियाभर से आए प्रवासी भारत की प्रगति के भागीदार बन रहे हैं। आज पीएम मोदी सम्मेलन में शिरकत कर प्रवासी भारतीयों को संबोधित करेंगे।
प्रवासी भारतीय दिवस की तैयारियां जारी हैं। 8 जनवरी से 10 जनवरी तक देश में भारतीय प्रवासी दिवस पर भव्य सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत कर रहे हैं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अगले वर्ष 9 जनवरी को मध्य प्रदेश के इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन होगा और उसके पहले 7 और 8 को इंवेस्टर समिट का आयोजन होगा।
प्रधानमंत्री ने एक आंकड़ा दिया जिसमें कहा गया कि पिछले साढ़े चार साल में सरकार ने करीब-करीब 7 करोड़ फर्जी लोगों को पहचानकर, उन्हें व्यवस्था से हटाया है
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