प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार इसलिए तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की बात कह रहे हैं, जिससे 2025 के बाद बिहार के खराब शासन व्यवस्था बने और बिहार की जनता ही कहे कि इससे बढ़िया तो नीतीश कुमार ही थे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में समाजवाद के नाम पर गरीबी का बंटवारा हुआ है। आज बिहार में नेता जाति की भी राजनीति नहीं कर रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने एक ट्विटर पोल के जरिए लोगों से पूछा है कि क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस ‘यात्रा’ से आम जनता का कुछ फायदा होगा।
प्रशांत किशोर ने अपनी जन सुराज पदयात्रा के दौरान पूर्वी चंपारण में कहा कि आज लालू प्रसाद का बेटा दसवीं भी पास नहीं किया है।
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश के करीबी अधिकारी और मंत्री खुद शराब पीते हैं। इसमें कोई नई बात नहीं है। मैं दो साल मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में रहा और मैं उनकी गतिविधियों को जानता हूं।
पीयूष गोयल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मंत्री को पता होना चाहिए कि बिहार ज्ञान की भूमि रही है।
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरा सुझाव है कि 2025 का इंतजार करने की क्या जरुरत है, नीतीश कुमार को तेजस्वी यादव को अभी मुख्यमंत्री बना देना चाहिए।
प्रशांत किशोर ने दावा किया कि शराब बिहार में हर जगह उपलब्ध है। उन्होंने कहा' "नीतीश कुमार के साथ रहने वाले अधिकारी भी घर में शराब पीते थे। मैं 2 सालों तक उनके साथ रहा था, इसलिए मुझे उइंके बारे में सबकुछ मालूम है।"
अपनी जन सुराज पदयात्रा के 69 वें दिन प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव जनता के साथ सिर्फ धोखा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि RJD अध्यक्ष लालू प्रसाद के बिना तेजस्वी यादव कुछ भी नहीं हैं।
प्रशांत किशोर ने सवालिया लहजे में कहा कि तेजस्वी यादव को राजनीति की कितनी समझ है? 2015 में विधायक बने इससे पहले इनको कौन जानता था? बिहार के जनता ने इनको नहीं चुना है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में अफसरशाही, भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। बिना पैसा दिए एक काम नहीं होता है। उन्होंने कहा कि अगर लालू प्रसाद का शासनकाल 'अपराधियों का जंगलराज' था तो नीतीश कुमार का शासनकाल 'अधिकारियों का जंगलराज' है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर बिहार के सीएम नीतीश कुमार राज्य के युवाओं को '10 लाख सरकारी नौकरी' देने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रहते हैं तो उनका घेराव किया जाएगा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार सत्ता के भूखे हैं और वह इसके लिए कोई भी समझौता करने को तैयार रहते हैं। इससे पहले जदयू नेताओं ने किशोर पर आरोप लगाया था कि वह 'धंधेबाज़' हैं और उनके पास राजनीतिक कौशल नहीं है।
प्रशांत किशोर ने एक अन्य जनसभा में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व सीएम लालू यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत में केवल बिहार एकमात्र ऐसा राज्य हैं जहां नेता बिना काम किए भी 30 सालों से जीत रहे हैं। क्योंकि यहां बिहार में लोग काम पर नहीं बल्कि जाति और धर्म के नाम पर वोटिंग करते हैं।
प्रशांत किशोर ने एक बार फिर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह एक गांव में इसलिए सड़क नहीं बनने दे रहे क्योंकि उनके ऊपर वहां जूता फेंका गया था। किशोर के आरोपों पर जेडीयू ने भी पलटवार किया है।
RJD नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार की बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में वापसी की अटकलों को खारिज कर दिया है।
Prashant Kishor: प्रशांत किशोर बिहार में राजनीतिक आधार तलाश रहे हैं। अपने जमीन मजबूत करने के लिए ये जरूरी है कि वे सत्तासीन सरकार पर निशाना साधें और वे ऐसा कर भी रहे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने इस बात पर ऐतराज जताया कि बीजेपी से नाता तोड़ा और उनकी पार्टी के हरिवंश राज्यसभा में उपसभापति हैं।
Nitish Kumar on PK: चुनावी रणनीतिकार और जेडीयू के पूर्व नेता प्रशांत किशोर ने हाल ही में कहा था कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने अभी भी भाजपा के साथ बातचीत की एक लाइन खुली रखी है। इसको लेकर अब सीएम नीतीश का बयान सामने आया है।
Bihar News: बिहार में सियासी जमीन तलाश रहे प्रशांत किशोर ने एक बड़ा दावा करके राजनीतिक हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा कि भले ही नीतीश कुमार आरजेडी के साथ गठबंधन बनाकर सीएम बन गए हों, लेकिन वे अभी भी बीजेपी के संपर्क में हैं। वे यदि स्थिति की मांग होती है तो अभी भी पाला बदल सकते हैं।
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