प्रशांत ने कहा कि नीतीश कुमार का राजनीति करने का अपना तरीका है। उन्हें कोई नहीं समझ सकेगा। वह एक दरवाजे को खोलते हैं और पीछे से खिड़की और रोशनदान दोनों को खोलकर रखते हैं।
प्रशांत किशोर ने एक बार फिर नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी सबसे पहले नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से हटाती, ये उन्हें पता चल गया था।
जन सुराज यात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि विपक्षी पार्टियों ने जो I.N.D.I.A नाम रखा है, वो लोगों की नजर में टैक्टिकल स्मार्ट मूव है। जिसमें इल्लीगल कुछ नहीं है। लेकिन I.N.D.I.A एलायंस की लीडरशिप और कार्यकलाप में जनता का विश्वास होगा वो तभी वोट देगी।
प्रशांत किशोर ने कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के दौरान मैंने कहा था कि बीजेपी को 100 सीट नहीं आएगी, आज नीतीश की JDU के बारे में कह रहा हूं कि ये 5 सीट भी नहीं जीत पाएगी।
प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से ये सवाल जरूर होना चाहिए कि आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से बिलियन डॉलर का नया इकनॉमिक बन रहा है, लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा है, इस पर आपका क्या कहना है, तो वो कहेंगे कि छोड़िए जाने दीजिए ये सब से कुछ होता है।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर उनमें दम है तो कह दें कि लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हैं।
प्रशांत किशोर ने लालू यादव और नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोलते हुए सवाल किया कि जब ये नेता इतने दिनों से सत्ता में हैं, तो पहले जातिगत जनगणना क्यों नहीं करवाई।
प्रशांत किशोर ने एक बार फिर नीतीश कुमार पर हमला बोला है। उन्होंने नीतीश कुमार से कहा कि तेजस्वी यादव को अभी ही बिहार का मुख्यमंत्री बना दीजिए, ताकि 2025 तक तेजस्वी को तीन साल तक काम करने का मौका मिल जाए।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का कहना है कि लोकसभा चुनाव तय समय से पहले हो सकते हैं और बिहार के सीएम नीतीश कुमार फिर पलटी मार सकते हैं।
राजनीतिक रणनीतिकार से कार्यकर्ता बने प्रशांत किशोर बिहार में जन सुराज अभियान चला रहे हैं। इस दौरान आज उन्होंने पटना में कहा कि नीतीश कुमार की सरकार जुगाड़ टेक्नोलॉजी पर चल रही है। प्रशांत ने ये भी कहा कि जन सुराज को आए कुछ ही महीने हुए और राजिनीति 180 डिग्री घूम गई।
प्रशांत किशोर ने विपक्षी एकता की कवायद पर तंज कसते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नसीहत दी है कि वह पहले अपने सूबे पर ध्यान दें।
प्रशांत किशोर पिछले दो दिनों से समस्तीपुर में पदयात्रा नहीं कर पा रहे थे। बीते महीने भी उन्हें स्वास्थ्य संबंधी परेशानी आई थी। उस दौरान भी डॉक्टरों ने उन्हें दो हफ्ते बेड रेस्ट करने को कहा था।
प्रशांत किशोर पिछले 226 दिन से लगातार बिहार में पदयात्रा कर रहे थे। 2 अक्तूबर 2022 से उन्होंने अपनी पदयात्रा पश्चिम चम्पारण जिले से शुरू की थी। इस दौरान वे लगातार बिहार के अलग अलग जिलों में खासकर ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों से मिल रहे थे, उनसे बातचीत कर रहे थे
प्रशांत किशोर ने आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार को बर्बाद करने वाले आज 10 लाख नौकरी कहां से देंगे, उन्हें खुद भी ये नहीं पता है।
प्रशांत किशोर 2 अक्तूबर 2022 से लगातार बिहार के गांवों का दौरा कर रहे हैं। उनकी पदयात्रा अबतक 2 हजार किमी से अधिक की दूरी तय कर चुकी है। पश्चिम चंपारण से शुरू हुई पदयात्रा शिवहर, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान होते हुए इस समय सारण जिले में है।
प्रशांत किशोर ने कहा- लालू यादव और उनके परिवार पर जो छापा पड़ा है, उस पर नीतीश कुमार ना तो पक्ष में बोल रहे हैं और ना ही विपक्ष में। मैं नीतीश कुमार को भीतर से जानता हूं कि वे क्या सोचते हैं।
बिहार में जाति और वोट को लेकर प्रशांत किशोर ने बड़ा बयान दिया है। पीके ने कहा कि बिहार में जाति से वोट नहीं मिलता, यहां नरेंद्र मोदी की तो जाति के लोग नहीं फिर क्यों उन्हें लोग वोट देते हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं कोई नेता नहीं हूं और आगे भविष्य में न ही नेता बनना चाहता हूं। जनसुराज यात्रा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यह यात्रा किसी भी दल, व्यक्ति के खिलाफ अभियान नहीं है।
प्रशांत किशोर ने दावे के साथ कहा कि दुनिया भर में कोई ऐसा उदाहरण नहीं है, जहां किसी राज्य ने, किसी देश ने शराबबंदी के जरिए अपनी सामाजिक राजनीति का उत्थान किया हो।
प्रशांत किशोर ने कहा कि तय हुआ था कि 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद हम बीजेपी का साथ छोड़ देंगे, लेकिन जब मोदी जीत कर आ गए तो नीतीश हमको ही समझाने लगे कि अभी मोदी की हवा लग रही है।
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