जनता दल युनाइटेड के उपाध्यक्ष एवं राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से हाथ मिला लिया है।
नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) को समर्थन देने के मामले में जद (यू) के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर पार्टी की चेतावनी के बाद भी अपने रुख से पीछे नहीं हटे हैं। उन्होंने शुक्रवार को एकबार फिर नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 भले ही लोकसभा और राज्यसभा में पास हो गया है, परंतु इस विधेयक को समर्थन देने के कारण बिहार में सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) में शुरू हुआ विरोध विराम नहीं ले पाया है।
जनता दल (यू) द्वारा लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक का समर्थन किये जाने पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने सोमवार को निराशा जाहिर की।
बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सरकार चला रही जनता दल (युनाइटेड) ने झारखंड में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। जेडीयू अपने उपाध्यक्ष और राजनीति के जाने-माने रणनीतिकार प्रशांत किशोर की रणनीति के भरोसे मैदान फतह करने की जुगत में है।
भाजापा की पश्चिम बंगाल ईकाई ने रविवार को चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की टीम पर राज्य सरकार के अधिकारियों के कामकाज में हस्तक्षेप करने और वरिष्ठ अधिकारियों पर उनका आदेश मानने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया।
पश्चिम बंगाल में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस द्वारा चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कथित तौर पर सेवाएं लेने की आलोचना करते हुए भाजपा ने कहा है कि वह अमित शाह (भाजपा अध्यक्ष) से बड़े रणनीतिकार नहीं हैं।
2014 के आम चुनाव में भाजपा की शानदार जीत के बाद सुर्खियों में आए प्रशांत किशोर ने बाद में कई राजनीतिक दलों के साथ काम किया। वह पिछले साल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) में उपाध्यक्ष के तौर पर शामिल हुए, लेकिन उन्होंने एक चुनावी रणनीतिकार के रूप में काम करना जारी रखा।
चुनावी रणनीतिकार और जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ काम करने की खबरों पर अब जेडीयू की प्रतिक्रिया आई है।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब आधिकारिक तौर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ काम करना शुरू कर देंगे। वह एक महीने के बाद ममता बनर्जी के लिए चुनावी रणनीति तैयार करने का काम करेंगे।
लोकसभा चुनाव 2014 में नरेंद्र मोदी के लिए शानदार चुनावी अभियान की जिम्मेदारी संभालने से लेकर नीतीश कुमार की पार्टी के डिप्टी बनने वाले प्रशांत किशोर राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव की किताब के जरिए उठा विवाद बढ़ता जा रहा है।
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने शुक्रवार को दावा किया कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने उनके पति लालू प्रसाद यादव से भेंट करके यह प्रस्ताव रखा था कि राजद और नीतीश कुमार के जेडीयू का विलय हो जाए और इस प्रकार बनने वाले नए दल को चुनावों से पहले अपना ‘प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार’ घोषित करना चाहिए।
शांत किशोर ने तेजस्वी को अपने ट्विटर हैंडल से टैग करते हुए लिखा कि उनकी उपलब्धि सिर्फ इतनी है कि वह लालूजी के बेटे हैं
लालू यादव ने दावा किया था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन छोड़ने के बाद 6 महीने के बाद वापस आना चाहते थे, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था क्योंकि वह नीतीश कुमार में भरोसा खो चुके थे।
बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) में अपनी भूमिका को लेकर पार्टी उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने इशारों ही इशारों में तंज कसा है।
पटना एयरपोर्ट पर रविवार को जब शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचा तो NDA का कोई भी नेता या बिहार सरकार का कोई मंत्री मौजूद नहीं था।
प्रशांत किशोर ने राजनीति में प्रियंका गांधी वाड्रा की एंट्री पर बड़ा बयान दिया है।
जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर पर सोमवार को पटना यूनिवर्सिटी कैंपस में हमला हुआ।
जेडीयू नेता प्रशांत किशोर की गाड़ी पर हमला
ललन पासवान और सुधांशू शेखर जल्द ही जनता दल यूनाइटेड (JDU) में शामिल हो सकते हैं और इसके लिए सुधांशू शेखर की JDU के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत किशोर के साथ बातचीत भी चल रही है
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