करीब 6 महीने तक चली बैठकों और मुलाकातों के दौर के बाद यह फैसला लिया गया है। प्रशांत किशोर 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति बनाने का काम करेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक अहम बैठक हुई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कीसी वेणुगोपाल ने बताया कि प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के सीनियर नेताओं के सामने 2024 के चुनाव के लिए एक डिटेल प्रेजेंटेशन दी है।
10 जनपथ पर बुलाई गई कांग्रेस की इस बैठक में राहुल गांधी समेत सीनियर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, अंबिका सोनी, अजय माकन, दिग्विजय सिंह, जयराम रमेश, एके एंटनी भी मौजूद हैं।
कांग्रेस सूत्रों के हवाले से खबर है कि गुजरात चुनावों में प्रशांत किशोर को अपनी टीम में शामिल करने के मुद्दे पर राज्य के पार्टी नेताओं की राहुल गांधी के साथ बैठक में चर्चा हुई। हालांकि, प्रशांत किशोर को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ, दो दिन पहले हुई बैठक में नेताओं ने पार्टी के संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा की।
नीतीश कुमार के राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने की चर्चा के बाद राज्य की सियासत एकबार फिर गर्म हो गई है। हालांकि नीतीश कुमार दोनों मामले में दिलचस्पी नहीं होने की बात कहकर इन चर्चाओं को नकारते रहे हैं।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुलाकात के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। बिहार की सियासत में कई तरह के सवाल फिलहाल तैरने शुरू हो गए हैं। नीतीश कुमार ने इस मुलाकात की पुष्टि की।
कांग्रेस के खिलाफ प्रशांत किशोर के ताजा ट्वीट का जिक्र करते हुए आलेख में कहा गया है कि सिर्फ चुनाव रणनीतिकार ही नहीं, बल्कि कांग्रेस के नेता भी पार्टी नेतृत्व की आलोचना कर रहे हैं।
बुधवार को ममता बनर्जी ने महाराष्ट्र दौरे के दौरान बिना नाम लिए राहुल गांधी पर निशाना साधा था। ममता बनर्जी ने कहा था, ममता बनर्जी से केंद्र सरकार के विरुद्ध विपक्षी एकता और राहुल गांधी के रोल को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा था, "अगर कोई करता नहीं और विदेश में रहेगा तो कैसे चलेगा।"
पार्टी की बैठक के एक छोटे से वीडियो में चन्नी को यह कहते सुना जा सकता है कि ‘हरीश चौधरी भी प्रशांत किशोर की सेवाएं लेने की सलाह दे रहे हैं।’
गौरतलब है कि चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने एक ताजा बयान में कहा है कि बीजेपी भारतीय राजनीति के केन्द्र में रहेगी और ‘अगले कई दशकों तक यह कहीं जाने वाली नहीं है।’
नरेंद्र मोदी के घोर विरोधी भी आज बहुत चिंतित हैं। और वजह है मोदी विरोधियों की स्ट्रैटेजी बनाने वाले प्रशांत किशोर यानी PK की भविष्यवाणी। ममता बनर्जी को बंगाल का चुनाव जिताने का क्रेडिट लेने वाले प्रशांत किशोर भी ये मानते हैं कि 2024 में तो मोदी ही आएंगे। देखिए यह ख़ास रिपोर्ट।
संजय झा ने कहा कि प्रशांत किशोर बिल्कुल सही कह रहे हैं, 2009 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ 18 प्रतिशत वोट मिले थे लेकिन इसके बावजूद लोकसभा में उनकी 116 सीटें थी और 2019 में उन्हें 37 प्रतिशत वोट मिले हैं।
प्रशांत किशोर के ट्वीट के बाद कांग्रेस की तरफ से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मैदान में उतरे। उन्होंने बिना नाम लिए प्रशांत किशोर के ट्वीट का जवाब ट्वीट से दिया
बघेल ने ट्वीट किया, कांग्रेस के उन पदाधिकारियों को अपने पाले में मिलाने के आधार पर राष्ट्रीय विकल्प बनने की उम्मीद कर रहे लोग को घोर निराशा होने वाली है।
सूत्रों के मुताबिक कैप्टन को हटाने की रणनीति प्रशांत किशोर से मिल फीड बैक के बाद बनी। प्रशांत किशोर ने ही कैप्टन के खिलाफ जबर्दस्त एंटी इनकंबेंसी की बात कही। मजे़ की बात ये कि प्रशांत किशोर कैप्टन के ही सलाहकार थे।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल करने पर अंतिम फैसला करेंगी, क्योंकि कांग्रेस नेता इस मुद्दे पर बंटे हुए हैं।
जाने-माने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रधान सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया है।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर जल्द ही कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकते हैं। इस संबंध में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमश किया जिसमें अधिकततर नेताओं का मानना था कि उनके आने से कांग्रेस को फायदा होगा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, भारतीय जनता पाार्टी (बीजेपी) के मंत्रियों अश्विनी वैष्णव और प्रह्लाद सिंह पटेल, पूर्व निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर उन लोगों में शामिल हैं, जिनके फोन नंबरों को इजराइली स्पाइवेयर के जरिये हैकिंग के लिये सूचीबद्ध किया गया था।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर राहुल गांधी से उनके आवास पर मिलने पहुंचे। कयास लगाए जा रहे हैं कि यह मुलाकात पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर हुआ है। प्रशांत किशोर और के सी वेणुगोपाल ने दिल्ली में राहुल गांधी के साथ बैठक किया। राहुल की प्रशांत के साथ मुलाकात के इसलिए भी काफी मायने हैं क्योंकि पंजाब के साथ उत्तर प्रदेश में अगले साल चुनाव होने हैं। यह बैठक ऐसे समय हुई है जब प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को यूपी कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात की थी। वैसे तो मुलाकात का एजेंडा साफ नहीं हुआ है, लेकिन यह प्रशांत किशोर को दोबारा सक्रिय होना बड़े संकेत देता है।
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