पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ममता बनर्जी को जन्मजात विद्रोही करार दिया और उन क्षणों को याद किया जब वह एक बैठक से सनसनाती हुई बाहर चली गई थीं...
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने खुलासा किया है कि 2012 के राष्ट्रपति चुनाव के पहले उनकी शिवसेना के दिवंगत नेता बाल ठाकरे से मुलाकात को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी खिन्न थी
गुजरात में 2002 में हुए दंगे अटल बिहारी वाजपेयी सरकार पर 'संभवत: सबसे बड़ा धब्बा' थे और इसके कारण ही 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति के तौर पर उनके आखिरी दिन लिखे एक भावुक पत्र में कहा...
आजादी के वक्त जब भारत के दो हिस्से हुए तो उस वक्त इस शाही बग्घी को लेकर काफी विवाद हुआ। भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों ने इस बग्घी पर अपना दावा जताया। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये था कि आखिर ये शाही बग्घी किसे दिया जाए। लिहाजा इसके लिए एक नायाब तरीका
मोदी ने 'सेलेक्टेड स्पीचेज ऑफ प्रेसिडेंट-वॉल्यूम 4' नामक पुस्तक का राष्ट्रपति भवन में विमोचन किया और पुस्तक की पहली प्रति राष्ट्रपति को भेंट की। प्रधानमंत्री ने कहा, "उन्होंने हमेशा फैसलों को मौजूदा संदर्भ तथा मौजूदा यथार्थ में देखा।"
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि कोविंद प्रणव मुखर्जी के साथ राष्ट्रपति भवन से संसद तक की यात्रा बग्गी से करेंगे। इस दौरान मुख्रजी बाईं तरफ और कोविंद दाईं तरफ बैठेंगे। शपथ ग्रहण समारोह से लौटते समय वे दोनों अपने पोजिशन बदल लेंगे और एक-दूसरे की जगह पर आ
नई दिल्ली: प्रणब मुखर्जी तब एक युवा सांसद थे और यहां स्थित अपने आवास के बरामदे में बैठे हुए राष्ट्रपति भवन से घोड़ों को गुजरते हुए देखकर उन्होंने अपनी बहन से मजाक में कहा था कि वह चाहते हैं कि अगले जन्म में राष्ट्रपति भवन के एक घोड़े हों।
साल 2012...मनमोहन सिंह की सरकार लगातार अलोकप्रिय हो रही थी। घोटालों की कालिख से सरकार का दामन दागदार हो चुका था और जनता में गुस्सा था। ऐसे नाजुक मौके पर जब राष्ट्रपति का चुनाव आया तो कांग्रेस ने प्रणब मुखर्जी का नाम आगे कर दिया गया।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आज संसद के सेंट्रल हॉल में विदाई दी गई। इस मौके पर लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने राष्ट्रपति को एक स्मृति चिन्ह और सभी सांसदों के दस्तखत की हुई डायरी दी। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने भी विदाई भाषण दिया।
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के नाम के आगे कल से पूर्व राष्ट्रपति जुड़ जाएगा। ससंद भवन में आज प्रणब मुखर्जी का विदाई समारोह संपन्न हो गया। प्रणब मुखर्जी ने बीते पांच साल में जो किया वो पक्ष और विपक्ष की सीमाओं से कहीं आगे है। न उनपर किसी का पक्ष लेने का
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी एक अनकही प्रगाढ़ता साझा करते हैं सिर्फ लाक्षणिकता के लिये ही नहीं वास्तविक रूप में। कहा जाता है कि यह मुश्किल ही नहीं बल्कि असंभव सा था कि कोई बाहरी उनसे वह जानकारी निकलवा सके जिसका व
विपक्ष में नीतीश कुमार ऐसे अकेले मुख्यमंत्री हैं जो इस डिनर पार्टी में शामिल होने के लिए दिल्ली आ रहे हैं। इस डिनर पार्टी में नीतीश के शामिल होने के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। डिनर पार्टी का आयोजन दिल्ली के हैदराबाद हाउस में किया जा रहा है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक कोविंद के पूर्ववर्ती प्रणब मुखर्जी को वर्ष 2012 में हुए चुनाव में 69.31 फीसदी वोट मिले थे। वर्ष 2007 में प्रतिभा पाटिल को 65.82 प्रतिशत मिले थे, जो कोविंद की तुलना में थोड़ा अधिक था। केआर नारायणन (1997) और एपीजे अब्दु
अगर हम तनख्वाह की बात करें तो प्रणब मुखर्जी को 75 हजार रुपये महीना की तनख्वाह मिलेगी। राष्ट्रपति रहने के दौरान उन्हें डेढ़ लाख रुपये मिलते हैं। 2008 में यह 50 हजार रुपये थी लेकिन पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के कार्यकाल के दौरान इसे बढ़ाकर डेढ़ लाख
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जब तीसरी या चौथी कक्षा में थे तो बारिश वाले दिनों में वे अपने कपड़ों को कागज में लपेटकर बगल में रखते और पश्चिम बंगाल में अपने घर के खेतों से होते हुए नंगे पैर स्कूल जाते। स्कूल के इस लड़के के रंग ढंग मार्चिंग पलाटून बंगाली मे
चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए पूरी तैयारी कर ली है। नए राष्ट्रपति के लिए 17 जुलाई को सुबह 10 बजे से वोटिंग शुरू हो जाएगी। संसद भवन से लेकर देश की तमाम विधानसभाओं में शाम 5 बजे तक मतदान चलेगा।
राज्य सरकार ने बुधवार को विधानसभा में GST को पास किया था जिसके बाद पूरे देश में GST लागू होने का रास्ता साफ हुआ था
यह बात सुनकर कोई भी दंग रह जाएगा कि इस्राइल में रहते हुए लियोरा हिन्दी भाषा में भी इतना अच्छा गाना कैसे गा लेती है। तो हम आपकों बता दे कि लियोरा की मां भले ही इस्राइल से हो परन्तु उनके पिता भारत मे मुंबई के रहने वाले थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने प्रणब मुखर्जी की उंगली पकड़कर दिल्ली में खुद को सेट किया। राष्ट्रपति मुखर्जी को प्यार से 'प्रणब दा' संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, "प्रणब दा की उंगली पक
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