भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने इंडिया टीवी से खास बातचीत की। इस बातचीत के दौरान उन्होंने अपनी पिता की डायरी का जिक्र किया और कहा कि नरेंद्र मोदी और मेरे पिता के रिश्ते अच्छे थे। निजी मुलाकात के दौरान मोदी जी मेरे पिता के पैर छूते थे।
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जब मनमोहन सिंह 5 साल के लिए वित्त मंत्री थे तो मैं उस वक्त पर्यटन मंत्री था और हमारी बहुत अच्छी बनती थी।
बेशक प्रणब मुखर्जी लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी के वफादार रहे हों लेकिन उनके देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बहुत अच्छे संबंध थे। प्रणब मुखर्जी ने अपने संस्मरण में बताया था कि विदेश दौरे पर जाने से पहले पीएम मोदी उन्हें संबंधित देश से होने वाली चर्चा पर मुख्य बिंदुओं का विवरण देने वाला डिटेल नोट भेजते थे।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि वह बांग्लादेश के सच्चे मित्र और उपमहाद्वीप के एक महान राजनीतिक प्रतीक थे। मैं इस महान व्यक्तित्व को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। प्रणब दा का बांग्लादेश से गहरा लगाव था।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे कांग्रेस सांसद अभिजीत मुखर्जी सोमवार को कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए। उन्हें तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में शहर में एक संवाददाता सम्मेलन में पार्टी में शामिल किया गया |
प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी और मनमोहन सिंह की तुलना करते हुए प्रणब मुखर्जी ने एक अनुभवी राजनेता के तौर पर एक बड़ी बात लिखी है।
नेपाल के राजा त्रिभुवन बीर बिक्रम शाह ने नेहरू को सुझाव दिया था कि नेपाल को भारत का एक प्रांत बनाया जाए। लेकिन नेहरू ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।
पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी ने अपनी पुस्तक में लिखा है कि कांग्रेस का अपने करिश्माई नेतृत्व के खत्म होने की पहचान नहीं कर पाना 2014 के लोकसभा में उसकी हार के कारणों में से एक रहा होगा।
रूपा प्रकाशन द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक जनवरी, 2021 से पाठकों के लिए उपलब्ध होगी। उनका कोरोना वायरस संक्रमण के बाद हुई स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के करण गत 31 जुलाई को 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।
कोरोना वायरस महामारी के बीच विशेष तैयारियों के साथ संसद का मॉनसून सत्र आज से शुरू हो गया है। सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी गई।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का मंगलवार दोपहर दिल्ली के लोधी रोड विद्युत शव दाह गृह में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। प्रणब के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने उनका अंतिम संस्कार किया।
चीन ने मंगलवार को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह दिग्गज राजनेता थे। ड्रैगन ने दिवंगत नेता को याद करते हुए कहा कि उनका जाना भारत-चीन की मित्रता के लिए बड़ी क्षति है।
प्रणब मुखर्जी जिंदगी भर कांग्रेस के नेता रहे लेकिन एक बार जब राष्ट्रपति के पद पर बैठे तो किसी पार्टी के नहीं रहे। नए विचारों, नए सुझावों और नए प्रयोगों को प्रणब दा हमेशा प्रोत्साहित करते थे।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार | COVID-19 के प्रतिबंधों के तहत, आज उनका अंतिम संस्कार लोधी श्मशान में किया गया।
प्रणब मुखर्जी के पार्थिव शरीर को उनके निवास स्थान से लोधी श्मशान ले जाया गया | दोपहर 2:30 बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा।
प्रणब मुखर्जी को 10 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था । उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में फेफड़ों में संक्रमण और गुर्दे की बीमारी विकसित हुई।
प्रणब मुखर्जी ने इस महीने की शुरुआत में अस्पताल में ब्रेन सर्जरी की थी और तब से वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर 2:30 बजे होगा।
कल दिल्ली कैंट के आर्मी अस्पताल में उनका निधन हो गया। 31 अगस्त से 6 सितंबर तक भारत भर में मनाया जा रहा सात दिवसीय राजकीय शोक |
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को उनके निवास घर 10 राजाजी मार्ग पर श्रद्धांजलि दी
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राजनीतिक सफ़र पर एक नज़र | जानिए राजनीतिक जगत के दिग्गजों ने किस तरह किया उन्हें याद |
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