Pradosh Vrat 2024 : प्रदोष व्रत के दिन बिल्कुल न भूलें Bholenath के इन 2 मंत्रों का जाप करना |Shiva
देवों के देव महादेव को सोमवार का दिन समर्पित है। भोलेनाथ के भक्त सोमवार और प्रदोष तिथि पर भगवान के लिए पूरे विधि-विधान से व्रत रखकर पूजा-अर्चना करते हैं। प्रदोष व्रत की विशेष धार्मिक मान्यता होती है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की अराधना करने का खास महत्व है।
आज चैत्र कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि और दिन शुक्रवार है। आपको बता दें कि हर माह के कृष्ण और शुक्ल, दोनों पक्षों की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत होता है।
फाल्गुन कृष्ण पक्ष की उदया तिथि द्वादशी और दिन बुधवार है। द्वादशी तिथि दोपहर 2 बजकर 41 मिनट रहेगी। इसके साथ ही बुध प्रदोष व्रत भी है।
आज भौम प्रदोष व्रत है। आज पूरा दिन पूरी रात पार कर कल सुबह 7 बजकर 1 मिनट तक सिद्धि योग रहेगा | साथ ही आज दोपहर 2 बजकर 39 मिनट तक पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रहेगा |
कमजोर मंगल को ताकतवर बनाने, अशुभ मंगल को शुभ बनाने और शुभ मंगल को शुभ के साथ-साथ और भी ताकतवर बनाने के लिये भौम प्रदोष एक सुनहरा अवसर है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से इन उपायों के बारे में।
मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि और रविवार का दिन है। त्रयोदशी तिथि पूरा दिन पूरी रात पार कर कल सुबह 6 बजकर 21 मिनट तक रहेगी। इसके साथ ही शाम 4 बजे तक साध्य योग रहेगा। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर की पूजा करें।
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