Pradosh Vrat 2019: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का काफी महत्व है। इस बार प्रदोष व्रत 17 अप्रैल को है। बुधवार को पड़ने के कारण इस दिन बुध प्रदोष योग बन रहा है। आज ऐसे करें भगवान शिव की पूजा। जानें शुभ मुहूर्त, पूजन सामग्री के साथ पूजा विधि।
April 2019 Calender: हिंदू कैलेंडर के अनुसार अप्रैल 2019 में नवरात्र के साथ-साथ कई खास तीज-त्योहार पड़ेगे। त्योहारों की शुरुआत इस माह प्रदोष व्रत के साथ हो रही है। इसके साथ ही माह का अंत एकादशी के साथ होगी।
शनि प्रदोष व्रत 2019: आज के दिन शनिदेव की उपासना व्यक्ति की सारी इच्छाओं को पूरा करने वाली और जीवन से हर तरह की निगेटिविटी को दूर करने वाली है। अत: आज के दिन शनिदेव की उपासना करके कैसे आप अपनी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं। जानें पूजा विधि और व्रत कथा के बारें में।
शनि प्रदोष व्रत 2019: आज के दिन शनिदेव की उपासना व्यक्ति की सारी इच्छाओं को पूरा करने वाली और जीवन से हर तरह की निगेटिविटी को दूर करने वाली है। अत: आज के दिन शनिदेव की उपासना करके कैसे आप अपनी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं। जानें पूजा विधि और व्रत कथा के बारें में।
ज के दिन शनिदेव की उपासना करके कैसे आप अपनी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं और अपने आस-पास की हर बुराई से छुटकारा पा सकते हैं, साथ ही अपने दाम्पत्य जीवन में खुशहाली बरकरार रख सकते हैं। जानें आचार्य इंदु प्रकाश से इन उपायों के बारें में।
Pradosh Vrat 2019: आज पौष कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि और गुरुवार का दिन है। आज प्रदोष व्रत है । प्रदोष व्रत हर माह के कृष्ण और शुक्ल, दोनों पक्षों की त्रयोदशी को होता है । जानें पूजा विधि।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार जिस दिन प्रदोष काल होता है, उस दिन के हिसाब से प्रदोष व्रत का नाम रखा जाता है। चूंकि आज मंगलवार का दिन है और मंगल का एक नाम भौम भी है। अतः आज भौम प्रदोष व्रत है। जाने महत्व, पूजा विधि और व्रत कथा।औओ
आज भौम प्रदोष व्रत का दिन कर्ज से मुक्ति पाने के लिये बहुत ही श्रेष्ठ है। आज के दिन कुछ विशेष उपाय करके आप कर्ज के साथ ही मंगल से जुड़ी अन्य परेशानियों से कैसे छुटकारा पा सकते हैं।
प्रदोष व्रत के साथ शनिवार है। जिसके कारण इसे शनि प्रदोष व्रत कहा जाएगा। इस दिन भगवान शंकर की पूजा के साथ ही शनि देव की विशेष रूप से पूजा करनी चाहिए। कहते हैं इस दिन जो व्यक्ति व्रत करता है।
किसी भी प्रदोष व्रत में प्रदोष काल का बहुत महत्व होता है। आज प्रदोष व्रत के दिन शिव जी के निमित्त कुछ विशेष उपाय करने से विभिन्न राशि वालों को अलग-अलग फल प्राप्त होंगे, तो किस राशि वालों को आज के दिन कौन-से शुभ फलों की प्राप्ति होगी। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से इस बारें में।
सितंबर माह की शुरुआत हो चुकी है। इसके साथ ही व्रत-त्योहारों का सिलसिला भी शुरु हो गया है। इस माह ही शुरुआत जन्माष्टमी के साथ हो गई है। इसके साथ ही इस माह कई खास व्रत और त्योहार पड़ेगें। जानिए सिंतबर माह के सभी व्रत-त्योहारों के बारें में।
प्रजोष व्रत के साथ-साथ गुरुवार पड़ने से आज के दिन का महत्व ओर बढ़ गया है। भगवान शिव स्वयं एक गुरु हैं, जो भक्तों की परेशानियों का हल निकालते हैं। जानिए राशिनुसार कौन से करें उपाय।
सावन माह की शिवरात्रि और प्रदोष व्रत एक ही पड़ रहे है। जिसके कारण 9 अगस्त का दिन बहुत ही शुभ है। शिव जी के निमित्त कुछ विशेष उपाय करने से विभिन्न राशि वालों को क्या फल प्राप्त होंगे, कैसे आपकी अधूरी ख्वाईशें पूरी होगी। जानिए आचार्य उंदु प्रकाश से राशिनुसार क्या करें उपाय।
भगवान शिव की पूजा आदि करता है और प्रदोष का व्रत रखता है, वह सभी पापकर्मों से मुक्त होकर पुण्य को प्राप्त करता है और उसे उत्तम लोक की प्राप्ति होती है। जानिए पूजा विधि और कथा के बारें में।
आज प्रदोष व्रत के दिन शिव जी के निमित्त कुछ विशेष उपाय करने से विभिन्न राशि वालों को अलग-अलग फल प्राप्त होंगे, तो किस राशि वालों को आज के दिन कौन-से शुभ फलों की प्राप्ति होगी। जानिए इस बारें में आचार्य इंदु प्रकाश से।
पुराणों के अनुसार माना जात है कि इस अवधि के बीच भगवान शिव कैलाश पर्वत में प्रसन्न होकर नृत्य करते है। इस दिन व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। जानिए इसकी पूजा विधि, कथा और महत्व के बारें में।
प्रदोष काल सूर्यास्त के तुरंत बाद के समय, यानी रात्रि के प्रथम प्रहर को कहते हैं और कल के दिन त्रयोदशी तिथि के समय प्रदोष काल नहीं होगा। अतः प्रदोष व्रत आज ही के दिन किया जायेगा। आपको
आज शनि प्रदोष व्रत है और शास्त्रों में शनि प्रदोष का बड़ा ही महत्व है। संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वालों के लिये शनि प्रदोष अत्यंत फलदायी है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से राशिनुसार क्या उपाय करना होगा शुभ।
शुक्र प्रदोष व्रत 2018: शुक्रवार को पड़ने वाली प्रदोष व्रत अच्छा भाग्य और दंपत्ति की खुशियों को बनाए रखने के लिए होता है। जानिए पूजा का सही समय और पूजा विधि।
13 अप्रैल, शुक्रवार को बहुत ही खास संयोग है। इस दिन शुक्रवार होने के साथ-साथ प्रदोष व्रत पड़ रहा है।
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