नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले सहयोगी पार्टियों ने एक के बाद एक करके समर्थन वापस लेना शुरू किया और अब उन पर 5 हजार हत्याओं का जिम्मेदार होने का गंभीर आरोप लगाया गया है।
प्रचंड ने भारत की बजाय कतर की यात्रा को तरजीह दी। इससे पहले कि वे कतर दौरे पर जाते, उन्हें कतर का दौरा ही रद्द करना पड़ा। अपनी सरकार पर मंडरा रहे खतरे के बीच पुष्प कमल दहल को यह यात्रा रद्द करना पड़ी है।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल प्रचंड ने अपने ही विदेश मंत्री डा. बिमला पौडेल का विदेश दौरा रद्द करते हुए उन्हें एयरपोर्ट से वापस आने को कहा है। नेपाल की विदेश मंत्री डा पौडेल ने आज दोपहर ही पत्रकार सम्मेलन करते हुए शाम को 6 बजे जिनेवा में आयोजित यूएन के मानवाधिकार काउंसिल के सम्मेलन में जाने की जानकारी दी थी।
नेपाली प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘‘प्रचंड’’ ने अपने सबसे पुराने और भरोसेमंद पड़ोसी भारत को झटका दे दिया है। उन्होंने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत का चुनाव न करके कतर को चुना है। जबकि पहले प्रचंड प्रशासन की ओर से दावा किया जा रहा था कि वह सबसे पहले भारत की यात्रा पर जाएंगे।
नेपाल में सात पार्टियों के सत्तारूढ़ गठबंधन में एक प्रमुख भागीदार राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) ने राजनीतिक समीकरण में बदलाव का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का फैसला किया है।
राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) के अध्यक्ष और नेपाल के गृहमंत्री रहे रवि लामिछाने और उनकी पार्टी के दो अन्य नेताओं के इस्तीफे के बाद आप राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) के अध्यक्ष और उप प्रधानमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री राजेंद्र लिंगडेन समेत पार्टी के चार मंत्रियों ने शनिवार को इस्तीफा दे दिया है।
सबसे बड़ी बात यह कि नेपाल का लगभग पूरा कारोबार भारत पर निर्भर है। भारत यदि हाथ खींच ले तो नेपाल की इकोनॉमी डगमगा सकती है। कुल मिलाकर भारत को नजरअंदाज करना नेपाल के लिए संभव नहीं है। भले ही चीन नेपाल को कितने ही प्रलोभन क्यों न दे रहा हो।
नेपाल में सत्तारूढ़ गठबंधन से आरएसपी के समर्थन वापसी के बाद प्रचंड की सरकार लगातार मुश्किलों का सामना कर रही है। लामिछाने के जाने के बाद उनकी पार्टी के तीन और मंत्रियों ने सरकार से इस्तीफा दे दिया है।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उन्हें समर्थन देने वाली राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने अपनी पहली विदेश यात्रा के तौर पर भारत का चुनाव करके चीन को हैरान कर दिया है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग प्रचंड के इस प्लान से परेशान हो गए हैं। जबकि चीन को उम्मीद थी कि प्रचंड पहले चीन की यात्रा करेंगे। मगर प्रचंड ने शी जिनपिंग की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
Ex-Nepal PM Oli Against India: नेपाल की सत्तारूढ़ पार्टी यूएमएल के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने शनिवार को एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। वह इससे पहले भी प्रधानमंत्री रहने के दौरान भारत विरोधी बयानों और कार्यों के लिए जाने जाते रहे हैं।
Nepal New PM Prachand: माओवादी नेता पुष्प कमल दहल के नेपाल का प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही भारत वहां के हर घटनाक्रमों पर पैनी नजर रख रहा है। तीसरी बार पीएम बने प्रचंड और पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली का पूर्व इतिहास भारत के साथ संबंधों के लिहाज से अच्छा नहीं रहा है। दोनों नेता चीन के समर्थक हैं।
Prachanda took Oath as PM of Nepal: नेपाल के 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में मात्र 32 सीटें जीतकर भी पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ देश के नेए प्रधानमंत्री बन गए। उन्होंने सोमवार को नेपाल के नए प्रधानमंत्री पद की शपथ भी ले ली है।
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