भारत ने एशियाई गोल्ड मेडल विजेता जापान को 3-2 से हराकर हीरो एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में फाइनल में जगह बनाई।
भारतीय हॉकी की दीवार कहे जाने वाले महान डिफेंडर दिलीप टिर्की को अपने कैरियर में ओलंपिक और विश्व कप में पदक नहीं जीत पाने का मलाल है।
नया कलिंगा स्टेडियम 28 नवंबर से शुरू होने वाले पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी करेगा।
ओमान में 18 अक्टूबर से शुरू हो रहे पांचवीं एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम मलेशिया, पाकिस्तान, दक्षिण कोरिया, जापान और मेजबान टीम ओमान का सामना करेगी।
भारत ने सेमीफाइनल में मिली हार से पहले एशियाई खेलों के ग्रुप चरण में 76 गोल दागे थे।
आकाशदीप सिह और हरमनप्रीत सिंह के गोलों की बदौलत भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शनिवार को पाकिस्तान को 2-1 से हराकर 18वें एशियाई खेलों में कांस्य पदक अपने नाम किया।
भारत को अब कांस्य पदक के लिए शनिवार को मैच खेलना पड़ेगा।
भारत ने दक्षिण कोरिया के इंचियोन में 2014 में हुए पिछले एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल पर कब्जा किया था और हॉकी वर्ल्ड रैंकिंग में भी भारतीय टीम इस समय एशिया में टॉप पर है।
कोच हरेंद्र ने कहा कि भारतीय टीम का लक्ष्य एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल हासिल कर 2020 टोक्यो ओलम्पिक खेलों के लिए क्वालिफिकेशन हासिल करना होगा।
एशियाई खेलों के 18वें सीजन का आयोजन 18 अगस्त से जकार्ता में होना है।
श्रीजेश ने कहा,‘‘इससे हमें 18वें एशियाई खेलों और भुवनेश्वर में साल के आखिर में होने वाले विश्व कप में बेहतर प्रदर्शन की प्रेरणा मिलेगी।''
एशियन गेम्स में भारतीय हॉकी टीम की तैयारियों को लेकर इंडिया टीवी ने पीआर श्रीजेश से की बात-चीत
एशियन गेम्स में भारतीय हॉकी टीम की तैयारियों को लेकर इंडिया टीवी ने खास बाचचीत की गोलकीपर पीआर श्रीजेश से
अगले महीने से इंडोनेशिया के जकार्ता में शुरू हो रहे एशियाई खेलों में भारतीय टीमों को आसान पूल मिले हैं।
एफआईएच की जारी ताजा विश्व रैंकिंग में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी की टीम को पछाड़कर पांचवां स्थान हासिल किया है।
खिताब के लिए आज भारत का सामना 14 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से होगा।
भारत के लिए मेजबान नीदरलैंड्स के खिलाफ आखिरी पूल मैच जीतना करो या मरो की स्थिति हो गई है।
भारत को चैम्पियंस ट्रॉफी में पहला मैच 23 जून को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से खेलना है।
श्रीजेश की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में इतिहास रचते हुए पिछली बार सिल्वर मेडल हासिल किया था।
PR Shreejesh admitted that there is a long way to go before he hits top form
संपादक की पसंद