देश में जहां एफडी और बैंक जमा पर ब्याज की दरें कम होती जा रही हैं, इसी बीच पोस्ट आफिस की विभिन्न योजनाएं एक आम आदमी के लिए राहत भरा पड़ाव बनकर आई हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, लंबी अवधि के लिए पीपीएफ में आवधिक निवेश कंपाउंडिंग की शक्ति के साथ शानदार लाभ प्रदान करता है।
आप चाहें तो ईपीएफ के लिए तय राशि से ज्यादा निवेश कर सकते हैं। इसे ही हम वीपीएफ कहते हैं।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) जैसे वाणिज्यिक बैंक ग्राहकों को पीपीएफ खाता ऑनलाइन खोलने की अनुमति देते हैं।
PPF और FD सहित दूसरी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर को घटाने का फैसला सरकार ने कुछ ही घंटों में वापस ले लिया है।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) जैसे वाणिज्यिक बैंक ग्राहकों को पीपीएफ खाता ऑनलाइन खोलने की अनुमति देते हैं।
भारत सरकार कई ऐसी सरकार योजनाएं चला रही हैं जिसमें गारंटीड रिटर्न ऑफर किया जा रहा है। सरकारी योजनाएं होने की वजह से इसमें कोई जोखिम नहीं है, साथ ही इसमें निवेश पर टैक्स छूट भी ऑफर की जा रही है।
टैक्स और इनवेस्टमेंट विशेषज्ञों के मुताबिक, रिटायरमेंट फंड का निर्माण करने के लिए दोनों ही अच्छे इनवेस्टमेंट टूल हैं, लेकिन यदि कोई अधिक जोखिम उठाने में सक्षम है और वह अधिक पैसा बनाना चाहता है तब उसके लिए पीपीएफ से बेहतर एनपीएस होगा।
पीपीएफ एकाउंट (PPF account ) में हर साल न्यूनतम निवेश की रकम नहीं डाले जाने पर यह खाता इनएक्टिव यानी निष्क्रिय हो जाता है।
आप अपने नाम पर या किसी नाबालिग के अभिभावक के रूप में पीपीएफ एकाउंट खुलवा सकते हैं। वर्तमान में पीपीएफ एकाउंट में न्यूनतम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये का सालाना निवेश किया जा सकता है।
पीपीएफ के अलावा सरकार की तरफ से सुकन्या समृद्धि योजना, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट, पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट और सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम जैसी कई छोटी बचत योजनाएं है। इसमें से सुकन्या समृद्धि योजना फिलहाल सबसे ज्यादा ब्याज ऑफर कर रही है।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana:SSY), राष्ट्रीय बचत पत्र (National Savings Certificate: NSC), 5 साल के लिए पोस्ट ऑफिस टाइम डिपोजिट और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), किसान विकास पत्र (KVP) और तमाम पोस्ट ऑफिस बचत योजनाओं का संचालन कर रही है।
खास बात यह है कि अगर खाताधारक बंद पड़े पीपीएफ खाते के अलावा कोई अन्य पीपीएफ अकाउंट खुलवाना चाहता है तो नियम इसकी अनुमति नहीं देते हैं।
आज हम यहां सरकार की नौ लघु बचत योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें निवेश से आप गारंटीड रिटर्न हासिल कर सकते हैं।
इस स्कीम में निवेश पर आपको इनकम टैक्स में 80C के तहत आयकर छूट का लाभ मिलता है। वहीं, इसके ब्याज से होने वाली आय पूरी तरह आयकर के दायरे से बाहर होती है।
सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 की शुरुआत से ही PPF, NSC, SCSS, KVP तथा सुकन्या समृद्धि योजना सहित तमाम लघु बचत योजनाओं पर दिए जाने वाले ब्याज की दर में भारी कटौती की है।
बच्चों के लिए निवेश करने में बड़ी सावधानी बरतनी चाहिए। हड़बड़ी में निवेश करने के बजाये ठंडे दिमाग से प्लानिंग करनी चाहिए।
निवेश करने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आपके पास ढेरों पैसे होने चाहिए। आप हर महीने 500 या 1000 रुपए के साथ भी निवेश कर अपने भविष्य को सुरक्षित रख सकते हैं।
अपना एकाउंट रिवाइव कराने के लिए बैंक या पोस्ट ऑफिस 50 रुपए की पेनाल्टी भी लगाते हैं। जो भी आपकी बकाया राशि है उसे भरने के साथ पेनाल्टी भी देना होगा।
डाक विभाग ने पीपीएफ समेत सभी लघु बचत योजनाओं की पहुंच ग्रामीण इलाकों तक पहुंचाने के लिए बड़ा कदम उठाया है।
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