Drugs: ड्रग्स तस्करी से पूरी दुनिया परेशान है। सभी देशों के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। वही भारत भी इसे अछूता नहीं रहा है। देश में आए दिन खबर सामने आती है कि इस बंदरगाह पर बड़ी मात्रा में ड्रग्स की खेप पकड़ी गई है।
India China: श्रीलंका में भारत के उच्चायोग ने ट्वीट किया, ‘हमने चीन के राजदूत की टिप्पणियों पर गौर किया है। बुनियादी राजनयिक शिष्टाचार का उल्लंघन उनका एक व्यक्तिगत गुण हो सकता है या किसी वृहद राष्ट्रीय रवैये को दर्शाता है।’
Chabahar Port: ग्वादर और चाबहार के बीच करीब 172 किलोमीटर की दूरी है और एक बंदरगाह से दूसरे तक पहंचने में 5 से 6 घंटे का वक्त लग सकता है। दोनों ही बंदरगाह काफी बड़े हैं लेकिन उनकी भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि वे दक्षिण एशिया में रणनीतिक संतुलन बना या बिगाड़ सकते हैं।
जहाज 17 अगस्त को हंबनटोटा से वापस लौट जाएगा। श्रीलंका में चीन के बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट के निदेशक वाई. रानाराजा का कहना है कि चीनी जहाज हिंद महासागर के उत्तर पश्चिमी हिस्से में सैटेलाइट कंट्रोल और रिसर्च मॉनिटरिंग का काम करेगा।
कोलकाता बंदरगाह पर सैंडहेड्स में बीपीसीएल की तरल पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) को एक जहाज से दूसरे जहाज पर पहली बार उतारा गया। बंदरगाह के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इससे पहले कहा था कि राज्य सरकार पीपीपी मॉडल के तहत पुर्वी मेदिनीपुर जिले में 15,000 करोड़ रुपये की लागत से ग्रीनफील्ड बंदरगाह परियोजना को अपने दम पर बनाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने देश में साजोसामान पहुंचाने की लागत को कम करने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हाल ही में पारित अंतर्देशीय पोत अधिनियम, 2021 अंतर्देशीय जल परिवहन क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगा।
एनजीटी ने कहा कि परियोजना प्रस्तावक ने पर्यावरण मंजूरी के आवेदन में इस आशय की गलत जानकारी दी है कि पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र (ईएसजेड) अधिसूचना क्षेत्र पर लागू नहीं होती है।
प्रमुख बंदरगाहों को मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन, ऑक्सीजन टैंक, ऑक्सीजन बोतल, पोर्टेबल ऑक्सीजन जेनरेटर और ऑक्सीजन कन्स्ट्रेटर लाने वाले जहाजों को प्राथमिकता देने के निर्देश
भारत की तटीय सीमा के साथ 189 लाइट हाउस हैं इनमें से 78 लाइटहाउस को बड़े पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने की योजना बनाई गई है।
सरकार के अनुसार बंदरगाह करीब 11.5 करोड़ टन माल का रखरखाव करता है। यह 2030 तक बढ़कर 40 करोड़ टन हो जाएगा। नई परियोजना का फैसला बड़े जहाजों को आकर्षित करने के लिये किया गया है।
प्रमुख 12 बंदरगाहों पर माल यातायात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान 10.53 प्रतिशत घटकर 41.43 करोड़ टन रह गया, जो अप्रैल-नवंबर 2019 में 46.30 करोड़ टन था।
अप्रैल-अगस्त के दौरान चेन्नई, कोचिन और कामराजार बंदरगाहों की ढुलाई में करीब 30 प्रतिशत की गिरावट आयी। वहीं, जेएनपीटी और कोलकाता बंदरगाहों की ढुलाई 20 प्रतिशत से अधिक घटी।
अधिकारी ने कहा कि 179.5 मीटर लंबे जहाज के मालिक ने बंदरगाह प्राधिकरण को बकाये का भुगतान नहीं किया था।
देश के प्रमुख बंदरगाहों की माल ढुलाई (माल चढ़ाना उतारना) चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अगस्त की अवधि के दौरान 16.56 प्रतिशत घटकर 24.50 करोड़ टन रह गई।
लेबनान के बेरूत में हुए भयानक विस्फोट के बाद भारत सरकार सतर्क हो गई है। वित्त मंत्रालय की संस्था केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड ने कस्टम को बड़ा आदेश दिया है।
देश के 12 प्रमुख बंदरगाहों की जमीन पर उद्योग लगाने की योजना
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आने वाले महीनों में JSW जयगढ़ पोर्ट को अधिक यूरिया शिपमेंट प्राप्त होने की उम्मीद है।
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