गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के सारे रास्ते बंद हो जाने के बाद अमेरिका ने अब इसकी भी काट खोज ली है। अमेरिका ने गाजा में इसके लिए अस्थाई पोतघाट तैयार किया है, जिसके जरिये संयुक्त राष्ट्र ने फिलिस्तीनियों को राहत सामग्री भेजना आरंभ कर दिया है।
टूटते हुए उल्का पिंड को देख लोगों ने अपने कैमरे में इस नजारे का वीडियो कैद कर लिया। जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
भारत ने चीन और पाकिस्तान को जवाब देने के लिए ईरान के साथ चाबहार पोर्ट के संचालन को लेकर बड़ा समझौता किया है। समझौते के मुताबिक अब इसका संचालन लंबे समय तक भारत के पास रहेगा। यह व्यापार और रणनीतिक रूप से भारत के लिए अहम समझौता है।
चाबहार बंदरगाह भारत और ईरान के बीच महत्वपूर्ण कड़ी है। भारत और ईरान के बीच इस बंदरगाह को लेकर अहम समझौता होने जा रहा है। भारत और ईरान के बीच इस डील से नया ट्रेड रूट भी खुल जाएगा।
भारत ने श्रीलंका के कांकेसंथुरई बंदरगाह की मरम्मत का खर्चा पूरा अपने सिर ले लिया है। भारत ने रणनीतिक वजहों से यह जिम्मेदारी ली है। यह बंदरगाह भारत के काफी करीब है। भविष्य में इसका इस्तेमाल भारत अपनी सैन्य जरूरतों के लिए भी कर सकेगा। ऐसे में चीन परेशान हो गया है।
Ambrane ने भारत में पोर्टेबल पावरबैंक लॉन्च किया है। यह पावरबैंक किसी पावर हाउस से कम नहीं है। इसे एक बार चार्ज करने पर आप घर के अप्लायंस को घंटो चला सकते हैं।
चालबाच चीन ने श्रीलंका में रणनीतिक समुद्री हवाई अड्डा बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इससे भारत की सुरक्षा चिंताएं बढ़ने लगी हैं। श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणावर्धने ने चीन की ओर से कोलंबो में स्ट्रैटेजिक सीपोर्ट और इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाए जाने की पुष्टि की है।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच संघर्ष तेज होने के बाद अज्ञात बंदूकधारियों ने पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह पर हमला कर दिया। इस हमले में पाकिस्तान की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में 8 बंदूकधारियों के मारे जाने की खबर है। बता दें कि पाकिस्तान के लिए ग्वादर रणनीतिक और महत्वपूर्ण बंदरगाह है।
भारत को हिंद महासागर में बड़ी कूटनीतिक कामयाबी मिली है। भारत को ओमान में एक रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बंदरगाह तक सीधी पहुंच मिली है।
भारत और रूस मिलकर हंबनटोटा पोर्ट के करीब एक एयरपोर्ट खरीदने जा रहे हैं। हंबनटोटा पोर्ट को चीन ने लीज पर ले रखा है। इस पोर्ट पर वह अपनी मनमानी करता है। इसकी काट के लिए भारत ने इस पोर्ट के पास में ही एक एयरपोर्ट को खरीदने का निर्णय लिया है। इसमें रूस भी साथ देगा।
लिस्ट के मुताबिक जनसंपर्क, वित्त, वाणिज्य कर, जेल मुख्यमंत्री यादव ने अपने पास रखे हैं, इन विभागों का बंटवारा नहीं किया गया है। वहीं गृह और वित्त विभाग उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा को सौंपा गया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने कैबिनेट मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किया है। इस संबंध में मुख्यमंत्री के आदेश को राज्यपाल की मंजूरी मिल गई है।
पुर्तगाल में इस वक्त राजनीतिक उथल-पुथल है। प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते इस्तीफा देना पड़ा है। वहीं पुलिस ने उनके चार मंत्रियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें उनके चीफ ऑफ स्टाफ भी शामिल हैं। इस दौरान राष्ट्रपति ने संसद को भंग कर फिर से चुनाव का ऐलान भी कर दिया है।
पुर्तगाल में भारतीय समुदाय से मुलाकात के लिए वहां से प्रस्थान किया और लिस्बन में राधा कृष्ण मंदिर के सामने महात्मा गांधी और उनकी पत्नी कस्तूरबा गांधी के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। विदेश मंत्री ने तस्वीरों के साथ पोस्ट किया, ‘‘लिस्बन में बापू और कस्तूरबा गांधी को श्रद्धांजिल अर्पित की।
चीन ने श्रीलंका को कर्ज देकर उसका दुरुपयोग करना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों श्रीलंका के राष्ट्रपति चीन की यात्रा पर थे। इस दौरान चीन ने श्रीलंका की मदद का ऐलान करके अब उसका दोहन करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही चीन दूसरे देशों की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए भी खतरा बन रहा है।कोलंबो पोर्ट पर अपना अनुंसधान जहाज भेजा है
एक यूरोपीय देश में सड़क पर बाढ़ की तरह रेड वाइन बहने लगी। 22 लाख लीटर रेड वाइन सड़क पर बहने से ऐसा लगा, मानो वाइन का सैलाब आ गया हो। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है।
बांग्लादेश का मातरबारी पोर्ट डेवलप किया जा रहा है। यह पोर्ट बनने से भारत, भूटान, नेपाल को भी फायदा होगा। वहीं चीन की नींद उड़ जाएगी। भारत के दोस्त और चीन के दुश्मन देश जापान द्वारा यह पोर्ट डेवलप किया जा रहा है।
रूस ने यूक्रेन के डैन्यूब पोर्ट पर भीषण हवाई हमला किया है। यूक्रेन ने रूस के इस हमले को आतंकवादी हमला करार दिया है। रूस की सेना ने यूक्रेन के इस पोर्ट पर एक साथ 25 घातक शहीद ड्रोनों के जरिये हमला बोला। इससे पोर्ट में आग लग गई और दो कर्मचारी घायल हो गए।
सीपैक यानी चीन और पाकिस्तान आर्थिक गलियारा शी जिनपिंग के सपनों का प्रोजेक्ट है। लेकिन पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के लोगों को चीन और इनके प्रोजेक्ट्स में लगे चीनी अधिकारी और कर्मचारी बिल्कुल रास नहीं आते हैं। सवाल यह है कि पाकिस्तान जो चीन को हितैषी मानता है, उसी के देश के नागरिक चीनियों को नापसंद क्यों करते है?
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