संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि आगामी 30 सालों में भारत की 20 फीसदी आबादी बुजुर्ग हो जाएगी। केवल भारत ही नहीं दुनियाभर की आबादी बुजुर्ग हो रही है। वहीं बिहार और यूपी देश के सबसे युवा राज्य हैं।
दक्षिण कोरिया में बच्चों की जन्मदर तेजी से गिरने लगी है। इससे कोरियाई सरकार तनाव में आ गई है। सरकार के अनुसार दक्षिण कोरिया कपल बच्चों की देखभाल करने के चक्कर में प्रजनन नहीं कर रहे। इससे जनसंख्या में गिरावट आ रही है। इसके लिए सरकार विदेश से घरेलू सहायक और नर्सें बुलाएगी।
देश में एक बार फिर गरीबी पर बहस छिड़ी है...लेकिन इस बार एक साकारात्मक बहस...देश में गरीबी कितनी घटी...कितनी तेजी से घटी
जनसंख्या के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा शहर जापान का टोक्यो-योकोहामा है, वहीं भारत की राजधानी दिल्ली इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर है।
साल 2022 में देश की प्रजनन दर एतिहासिक तौर पर गिर गई और 1.09 पर पहुंच गई हैं। बूढ़ों की संख्या सबसे ज्यादा है। नए बच्चे जन्म लेने की दर बहुत गिर गई है।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि वायुमंडल में कार्बन डाईआक्साइड बढ़ने की एक नई वजह बच्चे पैदा करने के तौर पर सामने आई है। यानि एक बच्चा पैदा करने से वायुमंडल में करीब 10 हजार टन कार्बन डाईआक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है। वैज्ञानिकों के इस दावे ने सबको हैरान कर दिया है। ऐसे में अब बर्थ स्ट्राइक मूवमेंट की भी बात चलने लगी है।
बताया जा रहा है कि वर्ष 2100 तक यह आबादी 10.4 बिलियन को पार कर जाएगा। इस बाबत एक रिपोर्ट भी जारी किया गया है। इस लिस्ट में भारत को आबादी के मामले में पहले स्थान पर बताया गया है।
चीन में युवाओं के फैसले ने जिनपिंग सरकार की चिंता बढ़ा दी है। कपल्स शादी और बच्चे पैदा करने को तैयार नहीं हैं जिससे चीन की आबादी घटती जा रही है। सरकार इसके लिए कई तरह की सुविधाएं भी देने को तैयार है।
चीन आबादी बढ़ाने की कोशिशों में जुटा हुआ है। इसके लिए युवाओं को कई प्रलोभन दिए जा रहे हैं। इसके अनुसार बच्चे पैदा करने पर पैसे मिलेंगे। शादियों को भी प्रमोट किया जाएगा।
अजित पवार ने कहा कि दुनिया पर अपना ज़ोर नही। अब हमने चीन को भी पीछे कर दिया है। जब देश आजाद हुआ था तब देश की आबादी 35 करोड़ थी अब हम 142 करोड़ पहुच गए हैं और इसके लिए हम ज़िम्मेदार हैं।
अजीत पवार ने एक बयान में कहा था कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से ईवीएम पर पूरा भरोसा है, और ईवीएम से छेड़छाड़ संभव नहीं है।
यूएनएफपीए ने अपनी ताजा रिपोर्ट में आकंड़े जारी करते हुए कहा है कि भारत में लगभग 68 प्रतिशत जनसंख्या 15-64 की उम्र के बीच हैं, जबकि 65 से ऊपर के लोग सिर्फ 7 प्रतिशत हैं।
UNFPA की 'द स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन रिपोर्ट 2023', जिसे '8 बिलियन लाइव्स, इनफिनिट पॉसिबिलिटीज: द केस फॉर राइट्स एंड चॉइस' के टाइटल से एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की आबादी अब चीन से अधिक हो गई है।
चीन की आबादी अब ज्यादा नहीं, अब भारत की जनसंख्या सबसे ज्यादा है। यूएन की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है। जानिए अब चीन को हमने कैसे पछाड़ा है-
दुनिया की 99 फीसदी आबादी एक बड़े खतरे की चपेट में है। यह खुलासा लैंसेट प्लैनेट हेल्थ में सोमवार को जारी एक नए अध्ययन को आधार बनाकर किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार लगभग हर कोई यानि वैश्विक आबादी के 99 प्रतिशत लोग छोटे और हानिकारक वायु प्रदूषकों के अस्वास्थ्यकर स्तर के संपर्क में है, जिसे पीएम 2.5 के रूप में जाना जाता है।
चीन के सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार देश का जनसांख्यिकीय संकट 2022 में गहरा गया, क्योंकि 1961 के बाद पहली बार गिरती जन्म दर के कारण इसकी आबादी में कमी दर्ज की गई है।
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने ज्यादा बच्चे पैदा करने को लेकर जातीय समुदायों के लोगों के लिए अलग-अलग तरह के प्रोत्साहन का ऐलाना किया है।
चीन के लिए जनसंख्या में कमी का अर्थ बड़े पैमाने पर आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों का उभरना है। इन मोर्चों पर जहां भारत को फायदा मिलेगा, वहीं चीन कहीं पिछड़ता नजर आएगा।
कोरोना महामारी की मार से चीन चित्त पड़ा है। कोविड के भीषण संक्रमण से चीन में मौतों का तांडव चल रहा है। अस्पताल मरीजों से तो मुर्दाघर लाशों से पटे पड़े हैं। इसके बावजूद कोविड संक्रमण से होने वाली मौतों के सच को वह छिपाने में जुटा है। यह बात अलग है कि अस्पतालों से लेकर गलियों और मुर्दाघरों तक पड़ी लाशें उसकी पोल खोल रही।
Child Birth in Japan: जापान की सरकार घटती जन्म दर से परेशान है। वह लोगों को अधिक से अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
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