चाइना पॉपुलेशन न्यूज़ के एक सर्वेक्षण में पाया गया कि 57% कॉलेज छात्र पढ़ाई और रोमांस के बीच संतुलन बनाने में कठिनाइयों का हवाला देते हुए रिश्तों को आगे बढ़ाने में रुचि नहीं रखते थे।
तेलंगाना में दो से ज्यादा बच्चे वाले लोग निकाय चुनाव नहीं लड़ सकते हैं, लेकिन सरकार इस मानदंड को हटाने पर विचार कर रही है। इसकी वजह आगामी परिसीमन से जुड़ी है। कई अन्य दक्षिण भारतीय राज्य आबादी बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं।
इराक में 40 साल बाद जनगणना की गई है। इसके शुरुआती आकंड़ें सामने आएं हैं। इसके पहले इराक में साल 1987 में जनगणना की गई थी।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने ज्यादा बच्चे पैदा करने की वकालत की तो अब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने भी तमिलनाडु के लोगों से इस पर विचार करने का आग्रह किया।
देश में इस राज्य की सरकार अधिक बच्चे पैदा करने वाले परिवारों को प्रोत्साहित करेगी, उन्हें लाभ भी दिया जाएगा। इसके अलावा सरकार एक नया कानून लाने पर भी विचार कर रही है, जिसके तहत केवल दो या उससे अधिक बच्चों वाले लोग ही स्थानीय निकाय चुनाव लड़ सकेंगे।
जापान में जनसंख्या की कमी गंभीर संकट बनती जा रही है। जापान की जनसंख्या में लगातार 15वें साल गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन, इस बीच जो आंकड़े सामने आए हैं उसके मुताबिक यहां विदेशी निवासियों की संख्या बढ़ी है।
भारत में बुजुर्गों की आबादी तेजी से बढ़ रही है। संयुक्त राष्ट्र की जनसंख्या कोष की भारतीय इकाई ने आने वाले कुछ साल में बूढ़ों की आबादी 2 गुना तक बढ़ जाने का दावा किया है। इकाई ने यह भी बताया है कि भारत में काफी संख्या में आबादी युवाओं की है।
जनसंख्या के मामले में भारत ने चीन को पहले ही पीछे छोड़ दिया है। अब जनसंख्या को लेकर संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में सदी के अंत तक भारत की जनसंख्या को लेकर दिलचस्प आंकड़े दिए गए हैं।
भारत जैसे विविधताओं वाले देश में जहां हिन्दू, मुसलमान, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन, पारसी और दूसरे समुदाय मिल जुलकर रहते हैं, मिली-जुली आबादी है, वहां जनसंख्या का असंतुलन होने से बहुत सारी समस्याएं पैदा होती हैं। समाज का ताना-बाना टूटता है।
प्रधानमंत्री को सलाह देने वाली इकोनॉमिक एडवायजरी काउंसिल ने काफी अहम आंकड़ा जारी किया है। काउंसिल की ओर से जारी किए गए एक वर्किंग पेपर के मुताबिक, भारत में 1950 के बाद से हिंदुओं की आबादी में बड़ी गिरावट देखी गई है। वहीं, मुस्लिमों की आबादी का ग्राफ तेजी से बढ़ा है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती है। इसी वजह से देश में हिंदुओं की आबादी कम हुई है। कांग्रेस और उसके सहयोगी दल भारत को इस्लामिक राज्य बनाने का प्रयास बनाना चाहते हैं।
इकोनॉमिक एडवायजरी काउंसिल टू प्राइम मिनिस्टर (EAC-PM) की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि भारत में हिंदुओं की आबादी घटी है। इस रिपोर्ट का मकसद किसी देश की जनसांख्यिकी में परिवर्तन होने पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया और शासन पर होने वाले असर का आंकलन करना है।
भारत ने जनसंख्या पर जबरदस्त नियंत्रण हासिल करते हुए पहली बार जन्मदर को 2 के नीचे पहुंचा दिया है। लांसेट की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2050 तक भारत जन्मदर को 1.5 से नीचे ले जाने में समर्थ होगा। यह दुनिया में सबसे बड़ी जनसंख्या वाले देश के लिए राहत भरी खबर है। गत वर्ष ही भारत चीन को इस मामले में पीछे छोड़ा है।
लंबे समय तक सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले देश के रूप में जाना जाने वाला चीन अब नंबर दो पर आ गया है। क्योंकि पहले नंबर पर भारत है। चीन की एक समस्या यह भी है कि वहां बच्चों की जन्मदर कम हो गई ह। लिहाजा सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश होने का ताज फिर लेने के लिए चीनी सरकार बच्चे पैदा पर प्रोत्साहित कर रही है।
चीन में लगातार दूसरे साल ऐसा हुआ है जब देश की आबादी घटी है और इसके मुख्य कारण लोगों का देर से शादी करना और संतान न पैदा करने का विकल्प चुनना है।
कनाडा जैसे देशों में वृद्धावस्था मृत्यु दर में कमी आ रही है, जबकि नाइजीरिया जैसे देशों में पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर में कमी देखी गई है। वैश्विक औसत आयु जो 32 वर्ष है वह बढ़ रही है।
अपनी बयानबाजी के कारण नीतीश कुमार बुरी तरह घिर चुके हैं। बीते दिन माफी मांगने के बावजूद लोगों का गुस्सा उनपर शांत नहीं हुआ है। अब अमेरिकी अभिनेत्री और गायिका मैरी मिलबेन ने भी नीतीश कुमार को इस मामले पर घेरा है।
विधानसभा में विवादित बयान देने के बाद आलोचना झेल रहे नीतीश कुमार ने आखिरकार माफी मांग ली है। उन्होंने कहा कि अगर मेरा बयान किसी को गलत लगा तो मैं माफी मांगता हूं। दूसरी ओर राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने नीतीश की तुलना कौरवों से की है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर की गई अपनी टिप्पणियों को लेकर अब राष्ट्रीय महिला आयोग के भी निशाने पर आ गए हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग ने उनसे माफी मांगने की मांग की है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज विधानसभा में कुछ ऐसा बोल गए कि सदन के अंदर मौजूद महिला और पुरुष विधायक भी झेंप गए। उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए ऐसी टिप्पणी की जिसे अभद्र और अमर्यादित बताया जा रहा है।
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