सीपीसीपी के समीर ऐप के मुताबिक, गाजियाबाद में शुक्रवार के गत 24 घंटे का औसत एक्यूआई 391 दर्ज किया गया जबकि ग्रेटर नोएडा में 376, नोएडा में 386, फरीदाबाद में 328 और गुरुग्राम में एक्यूआई 302 रहा।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता (Delhi Air Quality) रविवार को ‘‘अत्यंत खराब'' श्रेणी में दर्ज की गई, लेकिन इसमें वायु की गति बढ़ने के पूर्वानुमान के कारण आगामी दो दिन में सुधार होने की उम्मीद है।
केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को कहा कि पराली का जलना बंद हो गया है लेकिन दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति अब भी गंभीर है।
जैन ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के बीच पराली जलाने के कारण प्रदूषण काफी बढ़ गया और यह दोहरे हमले की तरह था। चूंकि पराली जलाने से होने वाला प्रदूषण कुछ घटा है इसलिए अगले कुछ सप्ताह में मृत्यु दर भी कम होगी।’’
किसानों से परली जुटाकर उसे एनर्जी प्रोड्यूसर्स तक पहुंचाने के इकोसिस्टम में मजबूत पुल का काम करने वाले वर्व रिन्यूएबल्स ने 1,50,000 मीट्रिक टन कृषि अपशिष्ट जुटाने का संकल्प लिया है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि धूल के प्रदूषण को कम करने के लिए पी.डब्ल्यू.डी. ने 23 एंटी स्मोग गन लगाए हैं जो कि मुख्य चौराहे और निर्माण साइट पर लगाए गए हैं।
सीपीसीबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2019 की तुलना में इस साल दिवाली में सभी प्रदूषकों की मात्रा ऊंची रही।
स्वामी रामदेव ने पराली और पटाखों के धुएं से होने वाले नुकसान से खुद को बचाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे और योगासन बताए हैं।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और दिल्ली के उनके समकक्ष अरविंद केजरीवाल के बीच बुधवार को प्रदूषण के मुद्दे को लेकर जुबानी जंग छिड़ गई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के पर्यावरण अनुसंधान केंद्र (आईएमडी) के प्रमुख वी के सोनी ने बताया कि दिल्ली में आने वाले दिनों में वायु की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार की संभावना नहीं है।
स्वामी रामदेव के अनुसार ठंड के साथ प्रदूषण से बचने के लिए फेफड़ों को मजबूत करना बहुत ही जरूरी हैं। ऐसे में योग आपकी मदद कर सकता है। फेफड़ों को बलवान बनाने के लिए रोजाना करें ये योगासन, प्राणायाम और आयुर्वेदिक उपाय।
चंडीगढ़ में बढ़ते प्रदूषण को कंट्रोल में करने के लिए यूटी प्रशासन ने आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत पटाखों पर बैन लगा दिया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रजेंटेशन में यह भी बताया गया है कि प्रदूषण के कारण भारत में लोगों की औसत उम्र में 1.7 साल की कमी हुई है। इसके साथ ही साथ एक बात यह भी सामने आई कि दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 21 शहर हैं ।
पराली जलाने के मामलों में वृद्धि और हवा की गति कम होने के कारण राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार सुबह प्रदूषण पिछले एक साल में सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया। पराली जलने की हिस्सेदारी प्रदूषण में 42 फीसदी तक पहुंच गई।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए दिल्ली सरकार की ओर से इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित किए जाने का असर दिखने लगा है। अब तक 3000 से अधिक वाहन रजिस्टर्ड हो चुके हैं।
दिल्ली में प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए दिल्ली सरकार ने आम नागरिकों के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च की है
दिल्ली सरकार ने दिल्ली में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान सोमवार को सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में शुरू किया।
देश के उत्तरी भाग में सर्दी का प्रकोप बढ़ने के साथ ही प्रदूषण हवा को दिन ब दिन जहरीली बनाता जा रहा है। पंजाब हरियाणा के खेतों से उठ रहा पराली का धुंआ सबसे ज्यादा प्रभाव दिल्ली एनसीआर के शहरों पर डाल रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शुक्रवार को वायु गुणवत्ता का स्तर गुरुग्राम के कुछ हिस्सों में ‘गंभीर’ तथा फरीदाबाद, गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद में ‘गंभीर’ के करीब दर्ज किया गया। एक सरकारी एजेंसी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रदूषण विभाग नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ लगातार जुर्माना लगा रहा है। उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 और 500 'गंभीर' माना जाता है।
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