दिल्ली सरकार ने साल 2021 में कनाट प्लेस में स्मॉग टॉवर स्थापित किया था। बताया गया था कि यह टॉवर प्रदूषण के खिलाफ जंग में कारगर साबित होगा, लेकिन अब यह इस साल बंद पड़ा है।
Air Pollution Protection: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर खतरनाक लेवल पर पहुंच गया है। ऐसे में बिना जरूरत के घर के बाहर न निकलें। अगर घर से बाहर जाना जरूरी है तो इन 10 बातों का ख्याल जरूर रखें।
Pollution Impact: दिल्ली एनसीआर में तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण का असर मेंटल हेल्थ पर भी पड़ रहा है। आपके गुस्सा, चिड़चिड़ापन और तनाव की एक बड़ी वजह वायु प्रदूषण भी हो सकती है। जानिए इस प्रदूषण से अपने शरीर और दिमाग को कैसे बचाएं।
वैज्ञानिकों ने अगले दो सप्ताह के दौरान दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की चेतावनी जारी की है। यह चिंताजनक इसीलिए है क्योंकि कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक पहले ही 400 से ज्यादा है।
दिल्ली-एनसीआर में हर रोज हवा और भी ज्यादा जहरीली होती जा रही है। अस्पतालों में फेफड़ों और आंख के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर 300 के पार जा चुका है और आने वाले दिनों में इसके और भी बढ़ने की संभावना है।
दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर हर बीतते दिन के साथ बढ़ता ही जा रहा है। आज के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी दिल्ली की हवा की गुणवत्ता 309 AQI पर पहुंच गई, वहीं नोएडा में भी यही हाल है।
Pollution Ayurvedic Treatment: आयुर्वेद में ऐसी कई चीजें हैं जो आपको वायु प्रदूषण से लड़ने और स्वस्थ रखने में मदद करती हैं। फेफड़ों, दिल और सांस की समस्या होने पर स्वामी रामदेव के बताए आयुर्वेदिक उपायों को आप अपना सकते हैं। इससे एलर्जी की समस्या भी दूर रहेगी।
Air Pollution Delhi NCR: दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोग एक बार फिर बढ़ते प्रदूषण से परेशान होने लगे हैं। आंखों में जलन, सांस में परेशानी और एलर्जी की समस्या सबसे ज्यादा परेशान कर रही है। सिर्फ दिल्ली ही नहीं प्रदूषण के मामले में इन शहरों का भी बुरा हाल है।
Food In Pollution: प्रदूषण की मार से दिल्ली-एनसीआर के लोग सबसे ज्यादा परेशान रहते हैं। दिवाली के आस-पास आसमान में धुंध की चादर छाने लगती है। प्रदूषण और जहरीली हवाओं के असर से दिल और फेफड़ों को बचाना है तो डाइट में इन फलों को जरूर शामिल कर लें।
आप इन दिनों हर जगह पढ़ रहे होंगे कि दिल्ली की हवा खराब हो रही, AQI बढ़ रहा है। लेकिन, सेहत का इससे क्या मतलब। क्या इसका मतलब ये है कि हवा में ऑक्सीजन कम है और हम बीमार पड़ सकते हैं? समझते हैं इस पूरे मामले को।
राजधानी दिल्ली के कई इलाके ऐसे हैं, जहां की हवा बेहद खराब होने के करीब पहुंच गई है। सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए कई जगजों पर एंटी स्मॉग गन लगाकर पानी का छिड़काव करवाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान भी आज से शुरू हो रहा है।
How To Prevent Kids From Air Pollution: बढ़ते प्रदूषण की मार बच्चों और बुजुर्गों पर सबसे ज्यादा पड़ रही है. वायु प्रदूषण से बच्चों के फेफड़ों, दिमाग और हार्ट पर बुरा असर पड़ रहा है। प्रदूषण से बच्चों को बचाने के लिए बरतें ये एहतियात।
Which Plants Can Clean Air: बढ़ते प्रदूषण के बीच अगर चैन की सांस लेनी है तो घर में एयर प्यूरीफायर का काम करने वाले इन पौधों को जरूर लगाएं। ये प्लांट्स हवा को शुद्ध करने में मदद करेंगे और इन्हें लगाने से घर की खूबसूरती भी बढ़ जाएगी। ये हैं बेस्ट एयर प्यूरीफायर प्लांट्स।
दिल्ली में जैसे ही ठंड की शुरूआत होती है, उसके साथ ही साथी प्रदूषण की भी शुरूआत होती है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण से राहत नहीं मिलने वाली है।
मौसम में बदलाव और बारिश होने के बाद दिल्ली की हवा में प्रदूषण घूलना शुरू हो गया। संतोजनक श्रेणी से निकलकर दिल्ली का AQI मध्यम श्रेणी में पहुंच गया है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले 6 दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं है।
मॉनसून के समय मुंबई की वायु गुणवत्ता काफी अच्छी रहती है मगर इस सीजन के जाते ही यहां की वायु गुणवत्ता खराब होने लगती है। मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) क्षेत्र से वायु गुणवत्ता सूचकांक 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण एक बार फिर बढ़ने लगा है। इस बीच जीआरएपी फेज 1 को पूरे दिल्ली-एनसीआर में लागू कर दिया गया है। ऐसे में अब कुछ चीजों पर प्रतिबंध रहेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आने वाले खतरे से निपटने को लेकर अपना आगे का प्लान सामने रखा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 15 प्वाइंट चिन्हित किये गए हैं और इन सभी विभाग के को कहा गया है कि अपने-अपने विभाग के विंटर एक्शन प्लान दें।
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता को शोधकर्ताओं ने दुनिया के सबसे अधिक प्रदूषित शहरों की सूची में रखा है। यहां की हवा में जहर घुला हुआ है। कहा जा रहा है कि सितंबर में जकार्ता का प्रदूषण स्तर और अधिक बढ़ सकता है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने डीजल से चलने वाले जनरेटरों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध दिल्ली और एनसीआर में 1 अक्टूबर से लागू हो जाएगा। आवश्यक वस्तु उत्पादन इकाइयों को मिली छूट भी अब समाप्त कर दी गई है। 30 सितंबर तक सभी डीजल जनरेटर संचालकों को गैस किट लगवाने को कहा गया है।
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