हेल्थ इफेक्ट्स इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में वायु प्रदूषण से भारत में 21 लाख लोगों की मौत हो गई। 2021 में होने वाली मौत के मामलों की संख्या किसी भी पिछले साल के अनुमान से ज़्यादा रही थी।
बिहार की राजधानी पटना में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 316 दर्ज किया गया, जिससे यह भारत के सबसे दूषित शहरों में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है
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प्रदूषण को लेकर आए ताजा आंकड़े हैरान करने वाले हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक बेगूसराय जहां दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है वहीं दिल्ली को दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी का दर्जा मिला है।
साल 2023 में अक्टूबर-नवंबर और दिसंबर के दौरान कई बार दिल्ली-एनसीआर का इलाका गैस चैंबर बन गया था। प्रदूषण की स्थिति इतनी भयावह हो गई थी कि सरकार ने स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी थीं।
दिल्ली एनसीआर इन दिनों दोहरी मार से तड़प रहा है। दिल्ली एनसीआर में बढ़ते ठंड व एयर पॉल्यूशन ने लोगों को घरों में रहने के लिए मजबूर कर दिया है। एयर पॉल्यूशन के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी है।
छह साल पहले दुनिया के सबसे खराब एयर क्वालिटी के शहरों की लिस्ट में 75 शहर चीन थे। हालांकि, अब स्थिति पूरी तरह बदल गई है। 2022 में 100 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 65 और चीन के सिर्फ 16 थे।
हरियाणा की राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बढ़ते पॉल्यूशन को लेकर काफी सख्त हो गई है। बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाले 18 कारखानों को सील किया है जिसमें 3 फैक्ट्रियां भी शामिल हैं।
उत्तर भारत में प्रदूषण से हाल-बेहाल है। वहीं दिल्ली में तो सांस लेना भी दूभर हुआ है। इसी बीच नासा ने कुछ सेटेलाइट इमेज जारी की है, जिसमें देखा जा सकता है कि यह धुंध की चादर पाकिस्तान से लेकर बांग्लादेश तक फैली हुई है।
पंजाब में किसानों द्वारा पराली जलाने का मामला कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद पंजाब में शनिवार को पराली जलाने के 637 मामले दर्ज किए गए।
सर्दियां आते ही दक्षिण एशियाई देशों के कई बड़े इलाके धुंध की चादर में लिपट जाते हैं और वायु प्रदूषण के चलते लोगों का जीना मुहाल हो जाता है।
दिल्ली में AQI का लेवल एक बार फिर चढ़ना शुरु हो गया है... सोमवार के बाद आज भी दिल्ली जहरीले घने कोहरे से ढ़की नजर आ रही है... धुंध इतनी ज़्यादा है कि कुछ सौ मीटर के बाद ही विजिबिलिटी खत्म हो रही है...
दिल्ली में पराली और अन्य वजहों से वैसे ही हवा में जहर घुला हुआ था, दिवाली के दिन हुई आतिशबाजी ने हवा को और जहरीला बना दिया। आइए, जानते हैं दिल्ली में प्रदूषण के मुद्दे पर जनता की राय।
दिल्ली में पटाखा जलाने को लेकर गोपाल राय द्वारा दिए गए बयान पर मनोज तिवारी ने प्रतिक्रिया दी है। मनोज तिवारी ने कहा है कि आम आदमी पार्टी हिंदुओं के त्योहारों से नफरत करती है। उन्होंने कहा कि दस दिन पहले कौन पटाखे फोड़ रहा था।
दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता खराब होने के चलते इस बार सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों पर प्रतिबंध लगाया था। इसके बावजूद दिल्ली के कई इलाकों में लोग पटाखे जलाते दिखे।
बिहार के कई शहरों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया। देश के 243 शहरों में बिहार का बेगुसराय 382 AQI के साथ पहले स्थान पर रहा।
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने कहा कि इस 1,700 करोड़ रुपये की राशि का प्रयोग पराली जलाने से रोकने और किसानों के हित की बजाय आम आदमी पार्टी ने सिर्फ सत्ता की लिप्सा में किया और आज दिल्ली और पंजाब गैस चैंबर बन गया है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण से हल्की राहत को देखते हुए सरकार ने ऑड-ईवन योजना को लागू करने के फैसले को फ़िलहाल वापस ले लिया है। इससे पहले 13 नवंबर से 20 नवंबर तक दिल्ली में ऑड-ईवन योजना लागू करने का फैसला किया गया था। अब 20 तारीख के बाद ताजा स्थिति को देखकर फैसला लिया जाएगा।
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