भारत में पिछले साल तंबाकू के इस्तेमाल के मुकाबले वायु प्रदूषण से लोग अधिक बीमार हुए और इसके चलते प्रत्येक आठ में से एक व्यक्ति ने अपनी जान गंवाई। बृहस्पतिवार को एक अध्ययन में ऐसा कहा गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 298 रहा जो खराब की श्रेणी में आता है। हालांकि, PM 2.5 और PM 10 पहले जिनता ही रहा।
किसी का घाटा, किसी का मुनाफा! कारोबार में तो यही चलता है, किसी एक के घाटे से किसी दूसरे का मुनाफा जुड़ा होता है। लेकिन, क्या हवा में बढ़ते प्रदूषण से भी किसी को फायदा हो सकता है?
अब तक हम ये जानते थे कि वंशानुगत कारणों से, खाने-पीने में गड़बड़ी और जीवन-शैली में लापरवाही बरतने से डायबिटीज का खतरा ज्यादा होता है, लेकिन इस अध्ययन ने इसमें एक नया आयाम जोड़ा है।
Delhi Pollution: सेलीब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर कुछ ऐसे घरेलू उपाय बताएं है। जिन्हें अपनाकर आसानी से आप प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बच सकते है। जानें इनके बारें में।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को भी गंभीर रहने पर प्रशासन ने निर्माण गतिविधियों, कोयला और बायोमास पर आधारित उद्योगों और ट्रकों के प्रवेश पर पाबंदी 12 नवंबर तक बढ़ा दी है
दिल्ली की वायु गुणवत्ता शुक्रवार को गंभीर श्रेणी में बनी रही जबकि प्रदूषण के स्तर में धीमा लेकिन महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिला है।
दिल्ली में आज से 11 नवंबर तक भारी और मध्यम सामान वाहनों के प्रवेश पर बैन लगा दिया गया है। यह बैन आज रात 11 बजे से लागू हो जाएगा जो रविवार रात 11 बजे तक जारी रहेगा।
दिल्ली में बृहस्पतिवार सुबह इस साल की सबसे घटिया वायु गुणवत्ता रही। वायु गुणवत्ता सूचकांक 574 रहा जो अत्यंत गंभीर आपात श्रेणी के अंतर्गत आता है।
दिवाली से पहले दिल्ली की हवा जहरीली हो चुकी है। दिवाली के पहले सोमवार को दिल्ली गैस चैंबर बन गई है। दिल्ली में हवा कीहालत इतनी खराब है कि प्रदूषण का स्तर नीचे गिरकर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है।
शहरीकरण बढ़ने के कारण महानगरों में पॉल्यूशन स्तर बढ़ा है और इसकी वजह से स्ट्रोक के मामले भी बढ़ रहे हैं। इस समस्या के समाधान में वैस्कुलर न्यूरोलोजी की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह कहना है जाने-माने न्यूरोलोजिस्ट डॉ. पी.एन. रंजन का।
दिल्लीवालों ने रविवार को चैन की सांस ली जब हवा की रफ्तार बढ़ने से और सरकार द्वारा लागू नियंत्रण उपायों के कारण वायु गुणवत्ता में काफी सुधार आया।
पिछले कई दिनों से दिल्ली वालों को तनाव दे रही हवा की गुणवत्ता में रविवार को हल्का-सा सुधार देखने को मिला है।
दिल्ली सरकार ने गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि परिवहन विभाग ने राष्ट्रीय राजधानी में पंजीकृत 1.10 करोड़ वाहनों में से 40 लाख 15 साल से अधिक पुराने पेट्रोल और 10 साल से ज्यादा पुराने डीजल वाहनों का पंजीकरण खत्म कर दिया है।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश की सरकारों को अपने राज्यों में किसानों को पराली जलाने से रोकने में सहायता के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।
EPCA के चेयरमैन भूरे लाल ने कहा कि उम्मीद करते हैं कि आने वाले दिनों में प्रदूषण की समस्या और नहीं बिगड़े लेकिन अगर बिगड़ती है तो निजी गाड़ियों के इस्तेमाल पर रोक लगानी होगी
कितने दिन रहेगी ये 'दम घोटने' वाली हवा?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण के लिए सोमवार को केंद्र और हरियाणा एवं पंजाब की सरकारों को जिम्मेदार ठहराया
दिल्ली में शनिवार को कुल प्रदूषण का 32 प्रतिशत प्रदूषण पराली जलाए जाने की वजह से हुआ।
दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में हवा की लगातार खराब होती गुणवत्ता को ठीक करने के लिए सरकार अब सख्त रूख अपनाते हुए वायु प्रदूषण मानकों का उल्लंघन करने वालों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामला दर्ज कर कार्रवाई करेगी।
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