राजधानी नई दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण परेशानी का सबब बना हुआ है। दिल्ली फायर सर्विस ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 20 फायर टेंडर तैनात किए
कृषि राज्य मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा है कि दिल्ली के प्रदूषण में पराली की हिस्सेदारी मात्र तीन प्रतिशत होने के बावजूद दिल्ली सरकार प्रदूषण के मुद्दे को सियासी वजहों से तूल दे रही है।
राज्यसभा में कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा ने दो केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट को लेकर उन पर निशाना साधा और कहा कि वे प्रदूषण से बचने के लिए ‘‘ गाजर खाने और संगीत सुनने’’ जैसी दिलचस्प सलाह दे रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवा की गति धीमी रहने और आर्द्रता के उच्च स्तर के कारण सुबह के वक्त प्रदूषकों के बिखराव में कमी आई, यही प्रदूषण का कारण बना।
भारतीय जनता पार्टी नेता प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने प्रदूषण को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आलोचना करते हुए मंगलवार को लोकसभा में कहा कि आज जो केजरीवाल ने दिल्ली को दिया है कि 5 साल पहले अकेला दिल्ली सीएम खांसता था, आज पूरी दिल्ली खांस रही है।
जहरीली होती हवा से लड़ने के लिए अधिकारियों की तरफ से उठाए जा रहे कदमों के बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रदूषण का स्तर राष्ट्रीय राजधानी में नीचे आया है और इसलिए सम-विषम योजना को आगे बढ़ाने की जरूरत नहीं है।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने संसद भवन परिसर में स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदूषण के विरोध स्वरूप मास्क पहना। उनका विरोध वायु प्रदूषण के स्तर में वृद्धि को लेकर था।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच एक रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि वायु प्रदूषण के लिये निगरानी व्यवस्था मजबूत की जानी चाहिए और वायु गुणवत्ता मानकों का अनुपालन नहीं करने वाली इकाइयों को कड़ा दंड दिया जाना चाहिए।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार को तेज हवा चलने के कारण वायु गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ लेकिन इसकी ‘खराब’ स्थिति लगातार बनी हुई है।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को मांग की कि हरियाणा सरकार को पराली नहीं जलाने वाले छोटे एवं सीमांत किसानों को प्रति एकड़ 2,500 रुपये का मुआवजा देना चाहिए।
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 70 प्रतिशत से अधिक अभिभावकों का मानना है कि स्कूलों में अब अन्य छुट्टियों की तरह प्रदूषण से बचने के लिए भी अवकाश दिया जाए।
15 नवंबर को प्रदूषण नियंत्रण पर चर्चा के लिए दिल्ली में आयोजित संसदीय स्थायी समिति की बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर गौतम गंभीर के खिलाफ आप कार्यकर्ताओं का विरोध जारी है।
दिल्ली-एनसीआर के लोग इन दिनों प्रदूषण के कारण कई समस्याओं का सामना कर रहे है। सरकार दवारा अबतक किए गए सभी उपाए बेअसर नजर आ रहे है।
प्रदूषण नियंत्रण को लेकर सरकारी एजेंसियां का रवैया कितना सुस्त है, इसका नजारा आज संसदीय समिति की बैठक में देखने को मिला।
द लांसेट पत्रिका में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार बदलते जलवायु परिदृश्य में तापमान बढ़ने के कारण भारत में पैदा होने वाले बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
दिल्ली में 4 नवंबर से 15 नवंबर तक लागू ऑड ईवन की अवधि और आगे बढ़ाने पर विचार हो रहा है।
नेत्ररोग विशेषज्ञों का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर तक पहुंच जाने से लोग एलर्जी, आंखों में जलन और खुजली सहित कई तरह की समस्याएं लेकर उनके पास पहुंच रहे हैं।
दिल्ली में ऑड-ईवन जारी होने के बावजूद प्रदूषण का स्तर खतरनाक बना हुआ है। दोपहर 3 बजे के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के पटपड़गंज इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स 243, आनंद विहार 280, नई दिल्ली अमेरिकी दूतावास 246 और जवाहरलाल नहरु स्टेडियम में प्रदूषण का स्तर 251 है।
पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाले गैर सरकारी संगठन ग्रीनपीस इंडिया ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली सरकार का यह दावा सही नहीं है कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान वायु प्रदूषण में 25 प्रतिशत की कमी आई है।
जस्टिस अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने वायु प्रदूषण मामले की सुनवाई की। इस दौरान दिल्ली, पंजाब, हरियाणा के मुख्य सचिव न्यायालय में उपस्थित रहे।
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