अगर आप चाहते हैं कि जहरीली हवा आपके फेफड़ों को प्रभावित न करे तो इन्हें पहले से मजूबत बनाना जरूरी है। स्वामी रामदेव से जानिए लंग्स कैपेसिटी को बढ़ाने के कारगर उपाय।
दिल्ली की हवा में मौजूद केमिकल टॉक्सिन और पराली से निकलने वाले जहरीले धुएं के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। जानिए आप कैसे रखें खुद को फिट।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी की सरकार ने ‘ग्रीन दिल्ली’ ऐप पर मिली शिकायतों के आधार पर ऐसे 150 स्थानों की पहचान की है, जहां प्रदूषण सबसे अधिक फैलता है।
देश भर में एक समान पीयूसी प्रारूप की शुरुआत की जाएगी। नए पीयूसी में वाहन मालिक का मोबाइल नंबर, नाम और पता, इंजन और चैसिस नंबर दर्ज होगा।
विशेषज्ञों ने यमुना नदी में प्रदूषण के प्रमुख कारणों में से एक कारण साबुन और डिटर्जेंट को बताया है। कई बार, दिल्ली में नदी की सतह पर तैरते जहरीले झाग के दृश्य भी सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं।
पीठ ने कहा, ‘‘श्मशानों को प्रभावी ढंग से काम करना चाहिए, विशेष तौर पर अब। वास्तव में, सभी निकाय प्राधिकारियों को इसके लिए अब आधुनिक तकनीकों पर गौर करना चाहिए कि प्रदूषण को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है।’’
विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र (सीएसई) की एक नयी रिपोर्ट में कहा गया है कि लंबे समय से देखी जा रही प्रवृत्ति से पता चलता है कि दिल्ली में प्रदूषण पर अंकुश लगा है और पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2. 5 का वार्षिक स्तर हर साल गिर रहा है।
ग्रेटर नोएडा बृहस्पतिवार को देश के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक रहा। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 404 दर्ज किया गया।
स्विस संगठन आईक्यू एयर द्वारा तैयार और मंगलवार को जारी वल्र्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2020 में बताया गया है कि दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में बांग्लादेश, चीन, भारत और पाकिस्तान से 49 शहर आते हैं।
दुनिया के सबसे प्रदूषित 30 शहरों में से 22 भारत में हैं। इतना ही नहीं दिल्ली दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित राजधानी शहरों की सूची में शीर्ष पर है।
केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वासियों को साथ लेकर प्रदूषण पर किया चौतरफा वार किया है। युद्ध, प्रदूषण के विरूद्ध अभियान चलाकर दिल्ली निवासियों को वाहनों के साथ अन्य तरह से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया।
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को यमुना नदी के प्रदूषण का स्वत: संज्ञान लिया और इस मामले में हरियाणा से जवाब तलब किया। इससे पहले, दिल्ली जल बोर्ड ने आरोप लगाया था कि हरियाणा से यमुना नदी में दूषित जल छोड़ा जा रहा है।
सीपीसीपी के समीर ऐप के मुताबिक, गाजियाबाद में शुक्रवार के गत 24 घंटे का औसत एक्यूआई 391 दर्ज किया गया जबकि ग्रेटर नोएडा में 376, नोएडा में 386, फरीदाबाद में 328 और गुरुग्राम में एक्यूआई 302 रहा।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता (Delhi Air Quality) रविवार को ‘‘अत्यंत खराब'' श्रेणी में दर्ज की गई, लेकिन इसमें वायु की गति बढ़ने के पूर्वानुमान के कारण आगामी दो दिन में सुधार होने की उम्मीद है।
केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को कहा कि पराली का जलना बंद हो गया है लेकिन दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति अब भी गंभीर है।
जैन ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के बीच पराली जलाने के कारण प्रदूषण काफी बढ़ गया और यह दोहरे हमले की तरह था। चूंकि पराली जलाने से होने वाला प्रदूषण कुछ घटा है इसलिए अगले कुछ सप्ताह में मृत्यु दर भी कम होगी।’’
किसानों से परली जुटाकर उसे एनर्जी प्रोड्यूसर्स तक पहुंचाने के इकोसिस्टम में मजबूत पुल का काम करने वाले वर्व रिन्यूएबल्स ने 1,50,000 मीट्रिक टन कृषि अपशिष्ट जुटाने का संकल्प लिया है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि धूल के प्रदूषण को कम करने के लिए पी.डब्ल्यू.डी. ने 23 एंटी स्मोग गन लगाए हैं जो कि मुख्य चौराहे और निर्माण साइट पर लगाए गए हैं।
गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल के न्यूरोलॉजी निदेशक और प्रमुख डॉ. प्रवीण गुप्ता ने IANS को बताया, "प्रदूषण को स्ट्रोक और हृदय रोग के प्रमुख कारण के रूप में पहचाना गया है, जो स्ट्रोक के जोखिम वाले कारकों या दिल की कोई बीमारी में 25 प्रतिशत तक जोखिम बढ़ाते हैं।"
सीपीसीबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2019 की तुलना में इस साल दिवाली में सभी प्रदूषकों की मात्रा ऊंची रही।
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