आपने नया बीएस 6 वाहन खरीदा है और आप उसे सड़क पर लेकर निकलने वाले हैं तो आपको सरकार का यह नियम जानना बहुत जरूरी है।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू lockdown के कारण महीने भर से ज्यादा समय से गाड़ियां सड़कों से नदारद हैं और अधिकतर उद्योग बंद हैं।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान वाहन, कारखाने और कार्बन उत्सर्जन से जुड़े तमाम माध्यम बंद रहने के कारण पिछले पांच दिनों में दिल्ली सहित अन्य महानगरों के वायु प्रदूषण के स्तर में 20 से 25 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गयी है।
प्रदूषण के हानिकारक स्तर पर पहुंचने के बाद 4 दिन से बंद दिल्ली-एनसीआर के सभी स्कूल बुधवार से दौबारा खुल रहे है। दीवाली के बाद से प्रदूषण की वजह से दिल्ली गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद के सभी सरकारी एवं निजी स्कूल बंद कर दिए गए थे।
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि सोशल मीडिया पर 8 नवंबर तक छुट्टी को लेकर जो पत्र वायरल हो रहा है, वो फेक है। स्कूल सिर्फ 5 नवंबर तक ही बंद रहेंगे।
दिल्ली के प्रदूषण में शुक्रवार को पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने से निकले धुएं की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत तक पहुंच गयी। सरकारी एजेंसी सफर के अनुसार यह इस साल का सर्वाधिक स्तर है जब राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता का स्तर और गिर गया है।
देश का कोई भी राज्य, स्थानीय निकायों के स्तर पर ठोस कचरा, प्लास्टिक कचरा, मेडिकल कचरा और निर्माणकार्यों के कचरे के निस्तारण से संबंधित कचरा प्रबंधन नियम 2016 का पालन नहीं कर पा रहा है।
देश की राजधानी दिल्ली में रविवार सुबह धुंध छाई रही और वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' की श्रेणी में दर्ज की गई। यहां का न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस रहा जो इस मौसम के औसत से एक डिग्री अधिक है।
पहाड़ी इलाकों में ज़बरदस्त बर्फ़बारी से बढ़ी ठंड, श्रीनगर में जमी डल झील | मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में तापमान में आ सकती है और गिरावट |
किसी का घाटा, किसी का मुनाफा! कारोबार में तो यही चलता है, किसी एक के घाटे से किसी दूसरे का मुनाफा जुड़ा होता है। लेकिन, क्या हवा में बढ़ते प्रदूषण से भी किसी को फायदा हो सकता है?
दिवाली से पहले दिल्ली की हवा जहरीली हो चुकी है। दिवाली के पहले सोमवार को दिल्ली गैस चैंबर बन गई है। दिल्ली में हवा कीहालत इतनी खराब है कि प्रदूषण का स्तर नीचे गिरकर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है।
दिल्लीवालों ने रविवार को चैन की सांस ली जब हवा की रफ्तार बढ़ने से और सरकार द्वारा लागू नियंत्रण उपायों के कारण वायु गुणवत्ता में काफी सुधार आया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण के लिए सोमवार को केंद्र और हरियाणा एवं पंजाब की सरकारों को जिम्मेदार ठहराया
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एक आपातकालीन योजना सोमवार को लागू की गई जिसमें मशीनों से सड़कों की सफाई और इस क्षेत्र के भीड़भाड़ वाले इलाकों में वाहनों के सुचारू आवागमन के लिए यातायात पुलिस की तैनाती जैसे उपाय शामिल होंगे।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने कहा है कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सोमवार से आपात कार्य योजना लागू की जाएगी।
दिल्ली: कुछ सुधार के बावजूद दिल्ली में हवा की गुणवत्ता पांचवें दिन भी बेहद बुरे स्तर पर
दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में 14 शहर अकेले भारत के हैं। इनमें देश की राजधानी दिल्ली और वाराणसी भी शामिल हैं।
डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के मुताबिक 2016 में दिल्ली को छह सालों में सबसे ज्यादा प्रदूषण स्तर बढ़ने वाले शहरों छठे स्थान पर शामिल किया गया। इस दौरान शहर का प्रदूषण स्तर औसत 2.5 पीएम यानि 143 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर रहा, जो नेशनल सेफ स्टेंडर्ड के मुताबिक तीन गुना ज्यादा था।
सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में एक नीति जारी करेगी। इससे पेट्रोल को सस्ता करने और प्रदूषण घटाने में मदद मिलेगी।
जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण आदि के बारे में तो हम काफी कुछ जानते हैं और इसे दुनिया के तमाम हिस्से झेल भी रहे हैं, लेकिन...
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