पिछले सप्ताह भी लगातार दिल्ली में AQI बेहद खराब श्रेणी में था। रविवार को दिल्ली का AQI 256 दर्ज किया गया था। जबकि सोमवार को AQI का लेवल 256 यानी खराब श्रेणी में दर्ज किया गया था।
सर्वेक्षण के दौरान दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा, गाजियाबाद एवं फरीदाबाद के 34000 से अधिक लोगों से जवाब मिले। इनमें 66 फीसदी प्रत्युत्तरदाता पुरूष एवं 34 फीसदी महिलाएं थीं। सर्वेक्षण में उनसे पिछले सप्ताह दिल्ली-एनसीआर में वायु की गुणवत्ता गंभीर होने के बाद उनके सामने उत्पन्न हुई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के बारे में पूछा गया था।
किसानों का बड़ा वोट बैंक है, जो किसी भी नेता को कोई ठोस कदम लेने से रोकता है। पराली जलाने वालों के खिलाफ दिखाने के लिए मामले तो दर्ज किए जाते हैं लेकिन सियासत में होने वाले नुकसान को न होने देने के लिए पर्यावरण को नुकसान होने दिया जाता है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली के पीएम 2.5 में पराली की हस्सेदारी 36 प्रतिशत रही, जो इस मौसम में अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। सफर के संस्थापक परियोजना निदेशक गुफरान बेग ने कहा, "पटाखों के कारण उत्पन्न उत्सर्जन की वजह से दिल्ली की समग्र वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी के उच्च स्तर तक गिर गई है, जबकि पराली जलाने से हुए उत्सर्जन का हिस्सा आज 36 प्रतिशत पर पहुंच गया है।"
दिल्ली सरकार ने दिल्ली में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान सोमवार को सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में शुरू किया।
केजरीवाल सरकार के मंत्री गोपाल राय ने बताया कि अगर दिल्लीवासी जिम्मेदारी के साथ अपना योगदान देते हैं, तो वाहन प्रदूषण को 15 से 20 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
राजधानी नई दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण परेशानी का सबब बना हुआ है। दिल्ली फायर सर्विस ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 20 फायर टेंडर तैनात किए
हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों के सभी स्कूलों में चार और पांच नवंबर को छुट्टी का आदेश दिया। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने रविवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण ऐसे कई पौधे की डिमांड तेजी से बढ़ रही है जिन्हें घर पर रखकर आप अपने आसपास की हवा को प्रदूषण से मुक्त रख सकते हैं।
वायु प्रदूषण बड़े इंसानों के लिए ही नहीं बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए भी है खतरनाक।
0-50 के बीच एक्यूआई को ‘‘अच्छा’’ माना जाता है, जबकि 51-100 ‘‘संतोषजनक’’, 101-200 ‘‘मध्यम’’, 201-300 ‘‘खराब’’, 301-400 ‘‘बहुत खराब’’ और 401-500 ‘‘गंभीर’’ श्रेणी का माना जाता है। एक्यूआई अगर 500 से ऊपर पहुंच जाता है, तो उसे ‘‘गंभीर व आपातकालीन’’ श्रेणी का माना जाता है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में जाने के बाद केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नीत कार्य बल ने लोगों को सलाह दी है कि वे अगले तीन से पांच दिन तक घर से बाहर निकलने से बचे और निजी गाड़ियों के इस्तेमाल से परहेज करें।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 298 रहा जो खराब की श्रेणी में आता है। हालांकि, PM 2.5 और PM 10 पहले जिनता ही रहा।
किसी का घाटा, किसी का मुनाफा! कारोबार में तो यही चलता है, किसी एक के घाटे से किसी दूसरे का मुनाफा जुड़ा होता है। लेकिन, क्या हवा में बढ़ते प्रदूषण से भी किसी को फायदा हो सकता है?
Delhi Pollution: सेलीब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर कुछ ऐसे घरेलू उपाय बताएं है। जिन्हें अपनाकर आसानी से आप प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बच सकते है। जानें इनके बारें में।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को भी गंभीर रहने पर प्रशासन ने निर्माण गतिविधियों, कोयला और बायोमास पर आधारित उद्योगों और ट्रकों के प्रवेश पर पाबंदी 12 नवंबर तक बढ़ा दी है
दिल्ली की वायु गुणवत्ता शुक्रवार को गंभीर श्रेणी में बनी रही जबकि प्रदूषण के स्तर में धीमा लेकिन महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिला है।
दिल्ली में आज से 11 नवंबर तक भारी और मध्यम सामान वाहनों के प्रवेश पर बैन लगा दिया गया है। यह बैन आज रात 11 बजे से लागू हो जाएगा जो रविवार रात 11 बजे तक जारी रहेगा।
दिवाली से पहले दिल्ली की हवा जहरीली हो चुकी है। दिवाली के पहले सोमवार को दिल्ली गैस चैंबर बन गई है। दिल्ली में हवा कीहालत इतनी खराब है कि प्रदूषण का स्तर नीचे गिरकर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है।
दिल्लीवालों ने रविवार को चैन की सांस ली जब हवा की रफ्तार बढ़ने से और सरकार द्वारा लागू नियंत्रण उपायों के कारण वायु गुणवत्ता में काफी सुधार आया।
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