सिंधिया ने बताया कि प्रदेश सरकार के साथ सभी मंत्री और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर मिलकर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे कोरोना वायरस महामारी की किसी भी लहर का सामना किया जा सके।
आर्य बाला संघम संस्थ की प्रदेश अध्यक्ष भी है और SFI की प्रदेश कार्यकारी समिति की सदस्य भी हैं। वो वह सीपीएम शाखा समिति की सदस्य भी हैं। उनके पिता राजेंद्रन एक इलेक्ट्रीशियन और माता श्रीलता एक एलआईसी एजेंट हैं।
अब तक भाजपा के सरकार में शामिल होने के बाद सुशील कुमार मोदी को नीतीश कुमार के सहयोगी के तौर पर उपमुख्यमंत्री बनाया जाता था। लेकिन इस बार सुशील कुमार मोदी को दरकिनार कर कटिहार से विधायक तारकिशोर प्रसाद को तथा बेतिया की विधायक रेणु देवी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल पटेल के रविवार को कहा था कि गोवा चुनाव में उनकी पार्टी के कांग्रेस और अन्य समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन को तैयार है। इसके बाद सरदेसाई का यह बयान आया है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि बसपा सांप्रदायिक पार्टी के साथ समझौता नहीं कर सकती है। हमारी विचारधारा सर्वजन धर्म की है और भाजपा की विपरीत विचारधारा है। मायावती ने कहा कि बसपा सांप्रदायिक, जातिवादी और पूंजीवादी विचारधारा रखने वालों के साथ कभी गठबंधन नहीं कर सकती है।
स्थानीय भाजपा नेता अनुपम मलिक ने हालांकि दावा किया कि आरोपी ने भगवा पार्टी के कार्यकर्ता को जान से मारने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा, “क्षेत्र में भाजपा का प्रभाव बढ़ रहा था और इस लहर को दबाने के लिये हमारे कार्यकर्ता को गोली मारी गई।”
पार्टी के भीतर तकरार युवा नेताओं द्वारा वरिष्ठों पर सवाल उठाने और 2014 व 2019 की लगातार चुनावी हार पर आत्मचिंतन करने को कहने के बाद शुरू हुआ। युवा नेताओं ने लगातार दो चुनावों में हार के लिए संप्रग शासन को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश, कर्नाटक, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश और गोवा दलबदल की आंच से झुलसने वाले राज्य हैं जो हमारे सामने दलबदल मामले के सबसे ज्वलंत उदाहरण हैं।
कांग्रेस ने रविवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार गिराने की साजिश से जुड़ी ऑडियो क्लिप में उनकी आवाज होने के कारण उनके पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कांग्रेस को डूबता हुआ जहाज बताते हैं। उनका कहना है कि "कांग्रेस डूबता हुआ जहाज है, जहां वषरें से एक ही परिवार का नेतृत्व रहा है।
राजस्थान की सियासत मे इन दिनों भूचाल मचा हुआ है। हार्स ट्रेडिंग के नाम पर एक बार फिर से सियासी खींचतान शुरू हो गयी है।
ईंधन की बढ़ती कीमतों और रेलवे के प्रस्तावित निजीकरण के खिलाफ शनिवार को बांकुरा में एक रैली को संबोधित करते हुए कल्याण बनर्जी ने सीतारमण के इस्तीफे की मांग की।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि इसी तरह से आदेश कुमार गुप्ता प्रदेश अध्यक्ष की कमान मिलने के शुरुआती दो सप्ताह तक दिल्ली के सभी प्रभावशाली नेताओं से मिलकर उन्हें अपने साथ लाने की कोशिश में जुटे हैं।
तिवारी ने अपने उत्तराधिकारी का स्वागत करते हुए उन्हे मेहनतकश करार दिया। पूर्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि गुप्ता कुशलता से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे।
भाजपा की दिल्ली प्रदेश इकाई ने कोरोना वायरस संकट के दौरान विज्ञापनों पर पैसा खर्च करने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की रविवार को निंदा की।
नारायण ने मैसूर में संवाददाताओं से कहा, '' कोई भी सरकार को अस्थिर नहीं कर सकता, यह स्थिर है। हम अपना बाकी बचा तीन साल का कार्यकाल पूरा करेंगे और आगे भी हमारी पार्टी सत्ता में रहेगी।''
उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस एक लोकतांत्रिक पार्टी है और हम अपने बड़े परिवार के भीतर अलग-अलग विचारों को महत्व देते हैं। हालांकि, कई बार चीजों को सार्वजनिक करने का निर्णय लेने से पहले हमें अपने बीच विचार-विमर्श करना बेहतर होता है।
हरियाणा विधानसभा की सदस्य संख्या 90 है। जीतने वाले उम्मीदवार को 46 वोट यानी 46 विधायकों का समर्थन चाहिए। चूंकि भाजपा के 40 विधायक हैं एवं उसे 10 जजपा और छह निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन प्राप्त है। कांग्रेस के पास 31 विधायक हैं, इसलिए उपचुनाव वाली सीट के लिए उसे 15 और विधायक जुटाने पड़ेंगे, जो मुश्किल दिखाई देता है। इसलिए इस एक सीट के लिए केवल भाजपा-जजपा गठबंधन का उम्मीदवार ही नामांकन करेगा।
भाजपा ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी जहां गोपाल भार्गव को सौंपी है तो प्रदेशाध्यक्ष वी.डी. शर्मा को बनाया है। राज्य में भाजपा के प्रमुख नेताओं में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, कैलाश विजयवर्गीय, सांसद राकेश सिंह की गिनती होती है।
2019 विधानसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में सत्ता के बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाने के कारण भाजपा और शिवसेना ने अलग अलग राह पकड़ ली थी। इसके बाद शिवसेना ने राकांपा और कांग्रेस के साथ मिल कर सरकार बनाई थी।
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