मौद्रिक नीति समीक्षा के लिए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक मंगलवार को शुरू हुई।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा नीतिगत दरों में कटौती के बाद घटी ब्याज दरें और कॉरपोरेट कर में कटौती से अगले साल देश की अर्थव्यवस्था में सुधार शुरू होगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, नायरा एनर्जी (पूर्व में एस्सार ऑयल) और रॉयल डच शेल निजी क्षेत्र की कुछ कंपनियां भी पेट्रोल पंप चला रही हैं लेकिन उनकी मौजूदगी बहुत कम है।
डूबी हुई अथवा बंद पड़ी बीमा पॉलिसी (लैप्स पॉलिसी) से आशय ऐसी बीमा पॉलिसियों से है जो एक निश्चित अवधि के दौरान नियमित तौर पर प्रीमियम नहीं चुका पाने के कारण बंद हो जाती हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक शुक्रवार (4 अक्टूबर) को नीतिगत दरों में एक और कटौती कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो ब्याज दरों में यह लगातार पांचवीं कटौती होगी। विशेषज्ञों ने यह राय जताई है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने पॉलिसी दरों में कटौती की है जिससे आने वाले दिनों में कर्ज सस्ता होने की उम्मीद बढ़ गई है
Union Budget 2019-20: भारतीय युवाओं को अच्छी शिक्षा देने अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए केंद्र सरकार ने देश में अधिक विश्व स्तरीय शैक्षिक संस्थान स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
Budget 2019: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 5 जुलाई को अपने पहले बजट भाषण में स्कूल और उच्च शिक्षा के लिए नई शिक्षा नीति (NEP) की घोषणा की।
BUDGET 2019: दुनियाभर में भारत के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की रैंकिंग को बढ़ाने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में प्रावधान किया है।
संशोधित मसौदे में भाषाओं को अनिवार्य नहीं किया गया है, जिसे छात्र माध्यमिक स्कूल स्तर पर अध्ययन के लिए विकल्प के रूप में चुन सकते हैं।
अधिकतर लोग टैक्स बचाने की जद्दोजहद में विभिन्न निवेश एवं बीमा उत्पादों में निवेश करते हैं, लेकिन उनको बाजार में उपलब्ध विकल्पों की पूरी जानकारी नहीं होती।
रिजर्व बैंक (RBI) ने द्वैमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में शुक्रवार को नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखा।
रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने गुरुवार को यूपीआई का दूसरा संस्कण (2.0) पेश किया। यह ग्राहकों को व्यापारियों को भुगतान के लिए ओवरड्रापफ्ट सीमा के उपयोग की अनुमति देगा।
HDFC बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 6 अगस्त यानि आज से दरों में हुआ बदलाव लागू हो गया है
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने फिक्स डिपॉजिट की दरों में बदलाव किया है, बैंक ने अधिकतर लंबी अवधि की जमा योजनाओं पर ब्याज दर बढ़ाई है और छोटी अवधि की जमा योजनाओं पर दर घटाई है
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) महंगाई दर पर अंकुश लगाने के लिए के प्रमुख नीतिगत दरों में आगे और भी वृद्धि कर है और इसके लिए गुंजाइश भी है। यह मानना है कि वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी एचएसबीसी का जिसने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में यह बात कही है।
‘‘मोदी सरकार अपनी अड़ियल नीति को त्याग कर बिना देर किये देशहित में अपनी कश्मीर नीति पर फिर से विचार करे।’’
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी की 'प्रशासनिक अक्षमता' और 'नीतिगत चूक' बढ़ते कृषि संकट, बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था की विफलता के लिए जिम्मेदार रही हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की निराशा गुस्से में बदल गई है और वे विरोध के लिए सड़कों पर आ गए हैं।
बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से ब्याज दरें बढ़ाने के चौंकाने वाले फैसले के बावजूद शेयर बाजार मजबूती के साथ बंद हुआ है। RBI के फैसले के तुरंत बाद बाजार में जो बिकवाली आई थी वह बाजार बंद होने से पहले फिर मजबूती में तब्दील हुई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 275.67 प्वाइंट की शानदार बढ़ोतरी के साथ 35178.88 पर बंद हुआ है वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 91.50 प्वाइंट बढ़कर 10684.65 पर बंद हुआ।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आखिरकार पॉलिसी दरों में बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है। RBI ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर दी है, इस बढ़ोतरी के बाद अब रेपो रेट बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो गया है। रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद रिवर्स रेपो रेट भी बढ़कर 6 प्रतिशत और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसेलिटी दर (MSF) भी बढ़कर 6.5 प्रतिशत हो गया है।
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